नई दिल्ली/गाजियाबाद: पूर्व आईएएस अजय शंकर पांडेय की पुस्तक 'गाँधीवादी प्रयोग नरक से नगर की ओर' का विमोचन हिंदी भवन में हुआ. इस पुस्तक का विमोचन 72 वर्षीय सेवानिवृत्त सफाईकर्मी सोमपाल और 65 वर्षीय सेवानिवृत्त महिला सफाइकर्मी दयावती द्वारा किया गया. किताब में पूर्व आईएएस ने नगर निगम में दी गई सेवा के दौरान के अनुभवों को साझा किया है.
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 में स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी. यह एक क्रांतिकारी पहल है. स्वच्छता मिशन से देश के आम नागरिकों की सोच में बदलाव और जागरूकता आई है. इस पुस्तक में स्थानीय निकायों को लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की सोच को प्रयोग में लाते हुए म्युनिसिपल कॉरपोरेशन की कार्य प्रणाली को सुव्यवस्थित करने के तमाम प्रयोगों का उल्लेख करने के साथ समस्याओं का समाधान भी सुझाया गया है.
यह भी पढ़ें-पूर्व दिल्ली पुलिस कमिश्नर की नई किताब ‘ए कॉप इन क्रिकेट’ का विमोचन
पूर्व आईपीएस ने आगे कहा कि, आज के युग में महात्मा गांधी के स्वच्छता के प्रतिबिंब के रूप में यदि कोई प्रतिनिधित्व कर रहा है, तो वे सफाईकर्मी ही हैं और वे शहर की गंदगी को हटाकर गांधीजी को हर रोज सच्ची श्रद्धांजलि दे रहे हैं. सफाईकर्मी स्वयं अपने हाथ को गंदगी साफ करने में लगाकर पूरे समाज को स्वच्छ वातावरण देते हैं. इस दौरान उन्होंने पुस्तक से मिलने वाली रॉयल्टी को सफाई कर्मचारियों के मेधावी बच्चों की शिक्षा के लिए देने की घोषणा की.
यह भी पढ़ें-अब हिंदी और उर्दू में भी पढ़ सकेंगे सामवेद, मोहन भागवत ने किया सचित्र अनुवादित पुस्तक का विमोचन