नई दिल्ली: पूर्वी नगर निगम के शिक्षा बजट के चर्चा में पार्षदों ने शिक्षा समिति के सामने अनेक सुझाव रखे. अतिरिक्त आयुक्त ने जो बजट पेश किया था उसके बाद आज शिक्षा बजट पर चर्चा में शिक्षा समिति के सदस्य सदस्यों ने एक सुर से निगम के स्कूलों में पढ़ने वाले चौथी और पांचवी क्लास के बच्चों को लैपटॉप देने की मांग की ताकि कोरोना काल में जिस तरीके से ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है उसका लाभ निगम स्कूलों के बच्चों को भी मिल सके.
पूर्व शिक्षा समिति के अध्यक्ष राजकुमार बल्लन ने कहा कि स्कूलों में सिक्योरिटी गार्ड लगाने के लिए अभी से उचित कार्रवाई होनी चाहिए. नर्सरी आया टीचर भी अभी तय होनी चाहिए, लेकिन उनको नौकरी पर स्कूल खुलते ही रख लेना चाहिए.
यमुना खादर के 1600 बच्चों के लिए खुले स्कूल
समिति के सदस्य विनोद ने कहा कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत यमुना खादर में 4000 किसान रहते हैं जिनमें लगभग 1600 बच्चे को शिक्षा नहीं मिल पा रही है क्योंकि स्कूल वहां से काफी दूर है. उन्होंने खादर में ही पोटा केबिन में स्कूल बनाने के लिए बजट की मांग की.
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नैतिक शिक्षा के लिए और बजट की आवश्यकता
समिति के सदस्य उदय कौशिक ने कहा कि बच्चों के नैतिक शिक्षा के लिए और ज्यादा बजट की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि स्कूलों में संस्कृत पढ़ाई जानी चाहिए उससे के लिए भी विशेष बजट की का प्रावधान होना चाहिए.
सुझावों को ध्यान में रखकर बनाया जाएगा बजट
शिक्षा समिति के अध्यक्ष रमेश गुप्ता ने कहा कि समिति के सभी सदस्यों ने बजट चर्चा में जो भी सुझाव रखे हैं उन्हें ध्यान में रखते हुए फाइनल बजट बनाया जाएगा.