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Dengue in Ghaziabad: गाजियाबाद में मिला डेंगू का खतरनाक स्ट्रेन "डैन-2", लापरवाही बरतने पर हो सकती है मौत

गाजियाबाद में डेंगू के बढ़ते मामलो को देखते हुए एडवाईजरी जारी की गई है. हाल ही में डेंगू के डैन 2 वैरिएंट सक्रिय पाए गए हैं. डेंगू के इस वैरिएंट के बढ़ते मामलों में लापरवाही करने से जान का खतरा भी हो सकता है.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Sep 26, 2023, 8:13 PM IST

डेंगू के लेटेस्ट वैरिएंट की जानकारी देते जिला सर्विलांस अधिकारी

नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में भी डेंगू तेजी से फैल रहा है. ताजा रिपोर्टस के अनुसार गाजियाबाद में डेंगू के डैन-2 वेरिएंट पाए गए हैं. डैन-2 के मामले पहले दिल्ली में भी सामने आ चुके हैं. सीएमओ भावतोष शंखधर के मुताबिक वर्तमान में डेंगू तेजी से फैल रहा है. डेंगू मुख्य रूप से 4 प्रकार की स्ट्रेन के कारण होता है. डैन-1, डैन-2, डैन -3 एवं डैन 4. इस साल गाजियाबाद में आने वाले डेंगू के मामलों में डैन-2 मुख्य कारक रहा है. इस वैरिएंट से ग्रसित लोगों को खास ख्याल रखने की जरूरत होती है. लोगों के जीवन की सुरक्षा को खतरा उत्पन्न हो सकता है और लापरवाही बरतने पर मृत्यु भी हो सकती है.

डेंगू की जांच: जिला सर्वेिलांस अधिकारी राकेश कुमार गुप्ता के मुताबिक गाजियाबाद से डेंगू जांच के कुछ सैंपल केजीएमसी लखनऊ स्थित लैब में जांच के लिए भेजे गए थे. जांच के लिए जिले से 50 सैंपल लखनऊ भेजे गए थे. जिसमें से रैंडम तौर पर 16 सैंपल को लेकर जांच की गई. इनमें से पांच सैंपल में डैन-2 वेरिएंट होने की पुष्टि हुई है.

बुखार उतरने के उपरान्त भी 4-5 दिन स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता. इस प्रकार के लक्षण में दोबारा बुखार आने की सम्भावना बनी रहती है. डेंगू के इस लक्षण और इसके खतरे को लेकर सीएमओ ने एडवाइजरी भी जारी की है.

सीएमओ द्वारा जारी की गई एजवाईजरी:

  1. डेंगू का मच्छर (एडीज) स्वच्छ एवं रूके हुऐ पानी में पैदा होता है. घरों में कूलर मे पानी को निकाल दें, छत की टंकियों पर ढक्कन अवश्य होना चाहिये.
  2. छत पर बारिश का पानी एकत्रित है, तो उसकी निकासी का उचित प्रबन्धन होना चाहिये.
  3. गमले पक्षियों के पानी पीने के लिए रखे हुऐ पोट इत्यादि सामानों को नियमित रूप से साफ करते रहें, जिससे कि इसमे एडीज मच्छर के लार्वा न पनपने पायें.
  4. छतों एवं खुले में रखे हुए बेकार और पुराने टायर, टूटे-फूटे बर्तनों इत्यादि मे रखे पानी को नियमित रूप से बदलते रहे, जिससे कि इन स्थलों पर एडीज मच्छर को पनपने से रोका जा सके.
  5. लम्बे समय के लिये घर से बाहर जा रहे हैं, तो बाथरूम इत्यादि मे रखी हुई बाल्टी, टब को पलट कर रखें.
  6. ध्यान रखे कि डेंगू का मच्छर दिन मे काटता है. फुल स्लीव के ही कपड़े पहने और पैरों को ढक कर रखे.
  7. आपके आसपास कहीं भी जल एकत्रित है, तो उसकी निकासी का समुचित प्रबन्धन सुनिश्चित करें, जिससे कि डेंगू का लार्वा उत्पन्न न हो एवं रोग के प्रसार को नियन्त्रित किया जा सके.

डैन 2 वैरिएंट के लक्षण:

  1. हाई ग्रेड फीवर
  2. उल्टी
  3. छाती पर चकत्ते पड़ना
  4. अत्याधिक थकान
  5. मल्टी ऑर्गन फेलियर
  6. डेंगू शौक सिन्ड्रोम

डेंगू के लेटेस्ट वैरिएंट की जानकारी देते जिला सर्विलांस अधिकारी

नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में भी डेंगू तेजी से फैल रहा है. ताजा रिपोर्टस के अनुसार गाजियाबाद में डेंगू के डैन-2 वेरिएंट पाए गए हैं. डैन-2 के मामले पहले दिल्ली में भी सामने आ चुके हैं. सीएमओ भावतोष शंखधर के मुताबिक वर्तमान में डेंगू तेजी से फैल रहा है. डेंगू मुख्य रूप से 4 प्रकार की स्ट्रेन के कारण होता है. डैन-1, डैन-2, डैन -3 एवं डैन 4. इस साल गाजियाबाद में आने वाले डेंगू के मामलों में डैन-2 मुख्य कारक रहा है. इस वैरिएंट से ग्रसित लोगों को खास ख्याल रखने की जरूरत होती है. लोगों के जीवन की सुरक्षा को खतरा उत्पन्न हो सकता है और लापरवाही बरतने पर मृत्यु भी हो सकती है.

डेंगू की जांच: जिला सर्वेिलांस अधिकारी राकेश कुमार गुप्ता के मुताबिक गाजियाबाद से डेंगू जांच के कुछ सैंपल केजीएमसी लखनऊ स्थित लैब में जांच के लिए भेजे गए थे. जांच के लिए जिले से 50 सैंपल लखनऊ भेजे गए थे. जिसमें से रैंडम तौर पर 16 सैंपल को लेकर जांच की गई. इनमें से पांच सैंपल में डैन-2 वेरिएंट होने की पुष्टि हुई है.

बुखार उतरने के उपरान्त भी 4-5 दिन स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता. इस प्रकार के लक्षण में दोबारा बुखार आने की सम्भावना बनी रहती है. डेंगू के इस लक्षण और इसके खतरे को लेकर सीएमओ ने एडवाइजरी भी जारी की है.

सीएमओ द्वारा जारी की गई एजवाईजरी:

  1. डेंगू का मच्छर (एडीज) स्वच्छ एवं रूके हुऐ पानी में पैदा होता है. घरों में कूलर मे पानी को निकाल दें, छत की टंकियों पर ढक्कन अवश्य होना चाहिये.
  2. छत पर बारिश का पानी एकत्रित है, तो उसकी निकासी का उचित प्रबन्धन होना चाहिये.
  3. गमले पक्षियों के पानी पीने के लिए रखे हुऐ पोट इत्यादि सामानों को नियमित रूप से साफ करते रहें, जिससे कि इसमे एडीज मच्छर के लार्वा न पनपने पायें.
  4. छतों एवं खुले में रखे हुए बेकार और पुराने टायर, टूटे-फूटे बर्तनों इत्यादि मे रखे पानी को नियमित रूप से बदलते रहे, जिससे कि इन स्थलों पर एडीज मच्छर को पनपने से रोका जा सके.
  5. लम्बे समय के लिये घर से बाहर जा रहे हैं, तो बाथरूम इत्यादि मे रखी हुई बाल्टी, टब को पलट कर रखें.
  6. ध्यान रखे कि डेंगू का मच्छर दिन मे काटता है. फुल स्लीव के ही कपड़े पहने और पैरों को ढक कर रखे.
  7. आपके आसपास कहीं भी जल एकत्रित है, तो उसकी निकासी का समुचित प्रबन्धन सुनिश्चित करें, जिससे कि डेंगू का लार्वा उत्पन्न न हो एवं रोग के प्रसार को नियन्त्रित किया जा सके.

डैन 2 वैरिएंट के लक्षण:

  1. हाई ग्रेड फीवर
  2. उल्टी
  3. छाती पर चकत्ते पड़ना
  4. अत्याधिक थकान
  5. मल्टी ऑर्गन फेलियर
  6. डेंगू शौक सिन्ड्रोम
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