नई दिल्लीनोएडा: नोएडा में लगातार ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. कई तरह के जालसाज मासूम और जरूरतमंद लोगों को अपने झांसे में ले लेते हैं. सोमवार को धोखाधड़ी और फ्रॉड के 4 मामले आए. इन सबसे कई लाख रुपए ठगों ने निकलवा लिए. ठग प्रतिदिन नए-नए तरीके अपना कर ठगी करते हैं. जब तक एक ठगी के मामले का निपटारा पुलिस करती है तब तक 100 और नए ठगी के मामले सामने आ जाते हैं.
नौकरी के चक्कर में गवाएं 15 लाख: नोएडा में जालसाजों ने दो जरूरतमंद लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की. सेक्टर-46 निवासी लविश ढंड ने बताया कि बीते दिनों उनके व्हाट्सऐप पर एक मैसेज आया, जिसमें पार्ट टाइम नौकरी कर पैसे कमाने के बारे में जानकारी दी गई थी. मैसेज में दिए गए नंबर पर कॉल करने के उपरांत जालसाज ने शिकायतकर्ता को एक टेलीग्राम ग्रुप पर जोड़ दिया और प्रोफाइल लाइक करने का काम दिया. घर बैठे लाखों रुपये कमाने के झांसे में लाकर व्यक्ति के साथ छह लाख 61 हजार रुपये की ठगी कर ली. निवेश पर मुनाफा होने की बात कहकर जालसाजों ने अलग-अलग खाते में रकम ट्रांसफर कराई.
घर बैठे पैसे कमाने के चक्कर में एक व्यक्ति ने सात लाख 73 हजार रुपये गंवा दिए. सेक्टर-50 निवासी शुभम सिंह ने साइबर क्राइम थाने में दी शिकायत में बताया कि बीते दिनों उन्होंने व्हाट्सऐप पर मैसेज प्राप्त किया. इसमें टॉस्क पूरा कर पैसे कमाने का ऑफर दिया गया. टेलीग्राम को आधार बनाकर पैसे कमाने की बात कही गई. ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में शिकायतकर्ता ने जालसाजों द्वारा बताए गए खाते में कई बार में सात लाख 73 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद पीड़ित को ग्रुप से बाहर कर दिया गया. पैसे कमाने के चक्कर में पीड़ित ने जिंदगी भर की कमाई गंवा दी.
क्रेडिट कार्ड से निकले पैसे: साइबर जालसाजों ने एक महिला के दो क्रेडिट कार्ड से छह लाख 99 हजार 468 रुपये निकाल लिए. महिला का कहना है कि उसने किसी से ओटीपी और बैंक संबंधी जानकारी साझा नहीं की फिर भी ठगी हो गई. महिला ने इसमें बैंक कर्मियों की संलिप्तता की भी आशंका जताई है. साइबर क्राइम थाने में दी शिकायत में सेक्टर-22 निवासी प्रियंका देवी ने बताया कि उसके मोबाइल पर दो निजी बैंकों के क्रेडिट कार्ड से पैसे निकलने के मैसेज आ रहे थे.
महिला के मोबाइल पर चार अनजान नंबर से लगातार कॉल आ रही थी. महिला ने कोई फोन नहीं उठाया और न ही किसी को ओटीपी बताई. जब महिला दो निजी बैंकों में अपने क्रेडिट कार्ड को ब्लॉक कराने के लिए पहुंची तो पता चला कि उसके क्रेडिट कार्ड से करीब सात लाख रुपये निकाले गए हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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कार दिलाने के बहाने ठगी: नोएडा के थाना फ़ेस 1 प्रभारी ध्रुव भूषण दुबे ने बताया कि दिलीप ने बीते दिनों शिकायतकर्ता से कहा था कि वह सेक्टर पांच स्थित सागर मोटर्स में काम करता है. इसके बाद शिकायतकर्ता और दिलीप में नई कार खरीदने को लेकर बात हुई. कार के संबंध में वैरीफिकेशन के लिए दिलीप ने शिकायतकर्ता की पत्नी से धोखाधड़ी कर दो ब्लैंक चेक लिए. इसके बाद शिकायतकर्ता, उसकी पत्नी और बेटे को सागर मोटर्स बुलाकर टाटा नैक्सोन गाड़ी बुक कराई.
वहीं, आरोपियों ने शिकायतकर्ता की पत्नी व बेटे को बातों में उलझाकर पर्स से दो ब्लैंक चेक चोरी कर लिए. चेक के माध्यम से दिलीप ने अपने खाते में एक लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए तथा इंश्योरेंस के नाम पर भी शिकायतकर्ता की पत्नी से दिलीप व उसके साथी ने 20 हजार रुपये ले लिए. धोखाधड़ी की जानकारी होने के बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस से की.
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