नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में क्रिकेट के शौकीनों के लिए ये चौंकाने वाली खबर है. यहां क्रिकेट के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. पुलिस के अलावा दिल्ली आर्थिक अपराध शाखा ने भी मामले में मुकदमा दर्ज कर रखा थाा. और इस मामले में फरार चल रहे आरोपी को काफी मश्क्कत के बाद गिरफ्तार कर लिया. मामला गाजियाबाद के नंदग्राम इलाके का है, जहां पर अंडर-19 और रणजी क्रिकेट खिलाने के नाम पर अलग-अलग लोगों से 18 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गयी.
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मामले में आरोपी विकास डागर को गिरफ्तार किया है, जो टीला मोड़ इलाके का रहने वाला है. उस पर दिल्ली की आर्थिक अपराध शाखा ने तीन मुकदमा दर्ज किया था. इसके अलावा दो मुकदमे गाजियाबाद के नंदग्राम इलाके में दर्ज किए गए थे. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने क्रिकेट स्टेडियम किराए पर ले रखा है. जहां हर रोज पर काफी लोग मैच खेलने के लिए आते हैं. उन्ही में से कुछ महत्वाकांक्षी क्रिकेटर भी होते हैं, जो अंडर-19 और रणजी मैच खेलने की तमन्ना रखते हैं. उसने ऐसे ही युवाओं को झांसे में लेकर उनसे लाखों की ठगी की.
उत्तराखंड की तरफ से युवाओं को मैच खिलाने का झांसा दिया गया और उनसे 18 लाख रुपए की ठगी कर ली गई. जब आरोपियों ने अपने रुपए वापस मांगे तो उनको धमकी दी गई और मैच भी नहीं खिलाया गया. आरोपी खुद को पत्रकार भी बताता था और बड़े-बड़े लोगों से संपर्क बताता था. पुलिस उसकी तलाश लंबे समय से कर रही थी. पुलिस की काफी कोशिशों के बाद आरोपी विकास डागर को गिरफ्तार कर उसका खेल खत्म कर दिया.
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