नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली नगर निगम के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा समिति के अध्यक्ष कंचन माहेश्वरी ने समिति की बैठक में अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. ईमानदार अधिकारियों को उत्पीड़ित नहीं करने दिया जाएगा. जनप्रतिनिधियों को दरकिनार करने की कोशिशें किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जा सकती हैं. जनप्रतिनिधियों को अधिकारियों को पूरा महत्व देना होगा यह उन्हें जान लेना चाहिए.
कंचन माहेश्वरी ने अधिकारियों को लगाई फटकार
कंचन महेश्वरी ने कहा कि वेटनरी विभाग के चेतराम मीणा को इस तरह बहाल किया गया है. वह गंभीर मामला है और ऐसा कर जनप्रतिनिधियों को दरकिनार किया गया है.
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उन्होंने कहा इसी तरह शाहदरा उत्तरी जोन की डीएचओ माधुरी पंत के मामले में भी नियमों का उल्लंघन हुआ है. उन्होंने अतिरिक्त आयुक्त प्रथम पांड्या को निर्देश दिए कि वह इन दोनों मामलों की रिपोर्ट 15 दिनों के अंदर उन्हें दे.
भाजपा के गोविंद अग्रवाल ने चेतराम मीणा के मामले को उठाते हुए कहा कि जिस भ्रष्ट अधिकारी को पक्ष विपक्ष की सहमति से निलंबित किया गया था उसे बहाल कर अधिकारियों ने दिखा दिया कि उनके हौसले कितने बढ़े हुए हैं.
वहीं ईमानदार डीएचओ माधुरी पंत पर कार्रवाई कर अपनी मनमानी भी जता दी है. इसलिए सबसे पहले इन मामलों को निपटाया जाना चाहिए.
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वहीं इस मामले में आम आदमी पार्टी की गीता रावत ने भी अपनी सहमति जताते हुए कहा कि इन दोनों मामलों में तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए. बैठक में अन्य पार्षदों बिमलेश ऋण महेश्वरी, अजय शर्मा ने भी समर्थन करते हुए अधिकारियों की मनमानी पर नाराजगी जताई.