नई दिल्ली: हाथरस की घटना का देश और राजधानी के अलग-अलग इलाकों में विरोध हो रहा है. इसी कड़ी में वेस्ट दिल्ली के मायापुरी और साथ ही मौजपुर इलाके में लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई और सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया गया.
मौजपुर में कांग्रेस नेताओं का कैंडल मार्च
यूपी के हाथरस कांड की पीड़िता के परिवार को इंसाफ दिलाने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर कांग्रेस पार्टी ने मौजपुर के विजय मौहल्ला में एक कैंडल मार्च निकालकर विरोध जताया. कैंडल मार्च की अगुवाई पूर्व विधायक चौधरी मतीन अहमद ने की. कैंडल मार्च में पार्टी और आसपास की बहुत सी महिलाओं ने भी हिस्सा लिया.
कैंडल मार्च महिला कांग्रेस नेता बुशरा अंसारी के निवास स्थान से शुरू होकर आसपास कि गलियों, अंबेडकर मौहल्ला से होता हुआ. वापस अपने स्थान पर पहुंचकर सम्पन्न हुआ. मार्च के दौरान कार्यकर्ता पीड़िता को इंसाफ दिलाने के साथ ही योगी मोदी हाय हाय, पीड़िता को इंसाफ दो इंसाफ दो, बेटी हम शर्मिंदा हैं तेरे कातिल जिंदा हैं, जैसे नारे लगाते रहे.
कैंडल मार्च पूर्व विधायक चौधरी मतीन अहमद के अगुवाई में निकाला गया जिसमें मुख्य रूप से पूर्व विधायक चौधरी मतीन अहमद, हाजी मोहम्मद हारून, बुशरा अंसारी, नासिर जावेद, नोमान अंसारी, नदीम शेख व इलाके की कई महिलाएं और पुरुषों ने इस कैंडल मार्च में हिस्सा लिया.
'मामले को अलग रंग देना ठीक नहीं'
इस मौके पर पूर्व विधायक चौधरी मतीन अहमद ने कहा कि एक तरफ तो यूपी सरकार ने दलित कि बेटी से हुए अत्याचार में कार्रवाई करने में बहुत देर की ऊपर से पीड़िता का संस्कार हिंदू मान्यता और रीति रिवाज के खिलाफ जाकर रात के अंधेरे में कर दिया. अब इस पूरे मामले में अपनी नाकामी को छुपाने के लिए मामले को एक अलग ही रंग दिया जा रहा है जोकि ठीक नहीं है. आज लोग इस घटना से आहत हैं, तभी सड़कों पर निकलकर अपना गुस्सा जता रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
'यूपी सरकार अपनी हठ धर्मिता पर अड़ी'
इस मौके पर कांग्रेसी नेता बुशरा अंसारी ने कहा कि एक दलित बेटी के साथ इतनी घिनौनी वारदात हो जाती है और यूपी सरकार पीड़ित परिवार को न्याय देने के बजाए पुलिस की मदद से परिवार को ही धमकाने में लग जाती है. वहीं हारून इदरीसी ने कहा कि बड़े ही अफसोस की बात है कि इतना कुछ होने के बाद भी यूपी सरकार अपनी हठ धर्मिता पर अड़ी हुई है. यहां तक कि इस घिनौने अपराध पर विरोध जताने वाले पर भी पुलिस अत्याचार करने से बाज नहीं आ रही है.
वहीं नासिर जावेद ने कहा कि एक दलित समाज की बेटी के साथ इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी बेशर्म सरकार कोई के कदम उठाने बजाए इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने के लगी है, ऐसी सरकार को नैतिकता से जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा से देना चाहिए.
यूपी सरकार की नीयत पर उठाए सवाल
मौजपुर के साथ ही वेस्ट दिल्ली के मायापुरी इलाके में भी लोगों ने कैंडल मार्च निकाला. साथ ही हाथरस गैंगरेप पीड़िता को श्रद्धांजलि दी. पीड़िता की मौत से नाराज लोगों ने जल्द से जल्द इंसाफ की मांग की है.
मायापुरी इंडस्ट्रियल एरिया में एक कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धांजलि दी गई. साथ यूपी की योगी सरकार के खिलाफ भी लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और यूपी सरकार के साथ-साथ केंद्र की नीयत पर भी सवाल उठाया. इस दौरान काफी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. इलाके में ही पहले कैंडल मार्च निकाला गया और फिर एक जगह काफी संख्या में मोमबत्तियां जलाकर मृतिका को श्रद्धांजलि भी दी गई.
सीबीआई पर भरोसा
हाथरस की घटना के बाद पिछले कुछ दिनों में दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में विरोध प्रदर्शन हुए साथ ही कई इलाकों में कैंडल मार्च भी निकाला गया. इसमें तमाम जाति धर्म और संगठनों के लोग भी शामिल हुए. ऐसे में हाथरस की मृतिका को इंसाफ दिलाने के उद्देश्य से लोग लगातार विरोध प्रदर्शन के साथ-साथ कैंडल मार्च भी निकाल रहे हैं.
हालांकि उस घटना की जांच अब सीबीआई कर रही है और कैंडल मार्च निकालने वाले लोगों ने ये भरोसा जताया कि सीबीआई की जांच के बाद इस मामले की असलियत का खुलासा हो पाएगा और साथ ही मृतका को इंसाफ भी मिलेगा.