नई दिल्ली/नोएडा : नोएडा के तमाम थानों में पकड़ी गई अवैध शराब थानों के माल खानों में रखी हुई थी, जो थाना पुलिस के साथ ही अधिकारियों के लिए सर दर्द बनी हुई थी. इसे लेकर उच्च अधिकारियों ने पकड़ी गई शराब को नष्ट करने का फैसला किया. अधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर कोर्ट ने थानों में बंद शराब को नष्ट करने का निर्देश दिया. इसके तहत गौतम बुद्ध नगर कमिश्नरी के 11 थानों में अलग-अलग समय पर साल 2022 के अंत तक पकड़ी गई शराब को गड्ढा खोदकर नष्ट किया गया. करीब 9,74,200 लीटर शराब को नष्ठ किया गया, जिसकी कीमत करीब सात करोड़ 95 लाख 76 हजार 650 रुपये है.
नोएडा में पकड़ी गई अवैध शराब को गड्ढा खोदकर बुलडोजर से दबा कर नष्ट किया गया. इसमें गौतम बुद्ध नगर कमिश्नरी के 11 थानों से करीब 8 करोड़ की शराब को नष्ट किया गया. शराब नष्ट करने वाले थानों में ईकोटेक थर्ड थाने से 1271 लीटर शराब, जिसकी कीमत करीब 9 लाख 73 हजार रुपये है. थाना दनकौर से 57,732 लीटर शराब, जिसकी कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपये. थाना सेक्टर-58 से 22544 लीटर शराब, जिसकी कीमत 18 लाख रुपये.
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थाना बादलपुर से 57 लीटर शराब 28 लाख 50 हजार कीमत, थाना सेक्टर 20 से 29,963 लीटर शराब, किमत एक करोड़ 80 लाख रुपये, थाना सेक्टर 39 से 30 हजार 372 लीटर जिसकी कीमत 2 करोड 7 लाख रुपये, थाना सेक्टर 63 से 721 लीटर शराब जिसकी कीमत ढाई लाख रुपये. थाना एक्सप्रेसवे से 43200 लीटर कीमत करीब एक करोड 73 लाख रुपये, थाना जेवर से 4460 लीटर कीमत 21 लाख 63 हजार 650 रुपये , थाना सेक्टर- 49 से 1500 लीटर कीमत 5 लाख 40 हजार रुपये. बीटा 2 थाना से 1200 लीटर शराब नष्ट किया गया, जिसकी कीमत 6 लाख 20 हजार रुपये है.
एडीसीपी नोएडा आशुतोष द्विवेदी का कहना है कि थानों पर अत्यधिक माल जमा हो गए थे, जिनका निस्तारण होना बाकी था और न्यायालय के आदेश पर अवैध रूप से पकड़ी गई शराब का निस्तारण किया गया तो इन्हें पूरी तरह से नष्ट किया गया. ताकि यह किसी गलत प्रयोग में न आ सके. थाने पर यह अनावश्यक रूप से पड़ी हुई थी, जिनका निस्तारण जरूरी था. आने वाले समय में न्यायालय के आदेश पर अन्य थाना में भी इस प्रकार का निस्तारण किया जाएगा.
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