नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के विजयनगर क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के पहले 200 टीपीडी क्षमता वाले स्मार्ट ट्रांसफर स्टेशन की शुरुआत की गई है. अब शहर में कचरे के निस्तारण की कार्यवाही आधुनिक तकनीकी के तहत की जाएगी. विजयनगर क्षेत्र के उत्सर्जित कचरे को अलग-अलग करने की प्रक्रिया को बेहतर तरीके से किया जाएगा. साथ ही गीले कचरे तथा सूखे कचरे के लिए कंटेनर की व्यवस्था की गई है, जिसमें कचरा ढककर प्रोसेसिंग यूनिट तक पहुंचाया जाएगा.
स्मार्ट ट्रांसफर स्टेशन का उद्घाटन केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह और निवर्तमान महापौर आशा शर्मा के द्वारा किया गया. इस दौरान शहर के विधायक अतुल गर्ग भी उपस्थित रहे. कचरा निस्तारण को लेकर गाजियाबाद नगर निगम द्वारा बनाई जा रही योजनाओं की सराहना करते हुए जनप्रतिनिधियों ने नगर निगम टीम का मनोबल बढ़ाया. मौके पर कचरा प्रोसेसिंग के लिए कंटेनर को हरी झंडी दिखाकर मोरटा स्थित यूनिट के लिए रवाना किया गया.
गाजियाबाद में स्मार्ट ट्रांसफर स्टेशन का शुभारंभ: केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने शहर वासियों को संदेश देते हुए कहा कि गीला कचरा अलग रखना तथा सूखा कचरा अलग रखना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है. कूड़ा जगह-जगह गिरता है जिसके लिए इस्मार्ट ट्रांसफर स्टेशन स्थापित किया गया है. प्रदेश के पहले स्मार्ट ट्रांसफर स्टेशन का उद्घाटन शनिवार को किया गया है. उन्होंने कहा कि गाजियाबाद में ऐसे कुल पांच स्टेशनों का निर्माण होगा. 300 टीपीडी का स्मार्ट ट्रांसफर स्टेशन वसुंधरा जोन के निवासियों द्वारा तैयार हो चुका है, जिसका संचालन हफ्ते भर में शुरू हो सकता है.
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नगर आयुक्त डॉ नितिन गौड़ ने बताया कि ट्रिपल पी मॉडल पर स्मार्ट ट्रांसफर स्टेशन प्रोजेक्ट कार्य करेगा. जिसमें संबंधित कंपनी द्वारा ही व्यय किया जाएगा. नगर आयुक्त द्वारा शहर की सफाई व्यवस्था को और अधिक बेहतर बनाने के लिए कार्यक्रम में उपस्थित स्वास्थ्य विभाग की टीम को मोटिवेट किया. नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथिलेश को स्मार्ट ट्रांसफर स्टेशन की प्रक्रिया पर लगातार नजर बनाए रखने के लिए निर्देशित किया गया. ताकि बेहतर तरीके से आधुनिक तकनीकी के माध्यम से कार्य सुचारू चलता रहे.
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