नई दिल्ली: उत्तराखंड के टिहरी में रहने वाले कमलेश भट्ट नामक युवक का शव देर रात अबू धाबी से भारत लाया गया. शव को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है. इस बात की सूचना आज केंद्र सरकार ने दिल्ली हाईकोर्ट को दी. केंद्र की इस दलील के बाद जस्टिस संजीव सचदेवा ने कमलेश भट्ट के भाई विमलेश भट्ट की याचिका का निस्तारण कर दिया.
दरअसल कमलेश भट्ट का शव 23 अप्रैल को भारत लाया गया था. लेकिन गृह मंत्रालय के सर्कुलर की वजह से इसे लौटा दिया गया था. आज गृह मंत्रालय ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया कि देर रात कमलेश भट्ट का शव भारत लाया गया है और उसे अंतिम संस्कार के लिए उनके परिजनों को सौंप दिया गया है.
छुट्टी के दिन हाईकोर्ट ने सुनवाई की थी
जब कमलेश भट्ट का शव 23 अप्रैल को वापस अबू धाबी भेज दिया गया. तब उनके चचेरे भाई विमलेश भट्ट ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. दिल्ली हाईकोर्ट ने इस याचिका पर छुट्टी के दिन 25 अप्रैल को सुनवाई की थी और केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया था.
दुबई में होटल में नौकरी करता था कमलेश
सुनवाई के दौरान केंद्र की ओर से एएसजी मनिंदर आचार्य ने कोर्ट को बताया था कि केंद्र संबंधित दूतावास से पूरी जानकारी हासिल कर रही है. ताकि, कमलेश भट्ट के शव को भारत लाया जा सके. सरकार के वरिष्ठ अधिकारी पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं. कमलेश भट्ट की मौत कोरोना से नहीं बल्कि हार्ट अटैक से 17 अप्रैल को हुई थी. कमलेश भट्ट दुबई में के एक होटल में नौकरी करता था.