नई दिल्ली: गाजियाबाद में इन दिनों आवारा और पालतू कुत्ते लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर रहे हैं. गाजियाबाद नगर निगम शहरवासियों को कुत्तों के हमले से सुरक्षित रखने में नाकाम साबित होता हुआ नजर आ रहा है. आंकड़े बता रहे हैं कि गाजियाबाद में 21 जुलाई से 20 अगस्त के बीच डॉग बाइट के कुल 3600 मामले सामने आए थे जबकि 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच डॉग बाइट के कुल 4858 मामले देखने को मिले हैं.
आंकड़े बता रहे हैं कि गाजियाबाद में महीने भर में तकरीबन 1000 डॉग बाइट के मामलों का इजाफा हुआ है. वहीं इस अवधि में 6625 एंटी रेबीज वैक्सीन लगाई गई है जबकि इससे पिछले महीने 5850 वैक्सीन लगाई गई थी. इतना ही नहीं जिले में डॉग बाइट, कैट बाइट और मंकी बाइट समेत अन्य जानवरों की बाइट के मामले भी बढ़े हैं.
एक महीने में एक हजार से ज्यादा डॉग बाइट के मामले
जिला सर्विलांस अधिकारी राकेश कुमार गुप्ता के मुताबिक 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच जानवरों के काटने के कल 5644 मामले सामने आए हैं. जिसमें से डॉग बाइट के 4858 मामले हैं. पालतू कुत्तों के 1361 और आवारा कुत्तों के 3496 काटने के मामले जिले में सामने आए हैं. वही 201 लोगों को बिल्ली और 530 लोगों को बंदरों ने काटा है. गाजियाबाद नगर निगम द्वारा जानवरों के आतंक से सुरक्षित रखने के लिए क्या कुछ कवायद की जा रही है .इसकी जानकारी के लिए हमने नगर आयुक्त से कई बार बात करने की कोशिश की लेकिन फोन ना उठाने के चलते उनसे संपर्क नहीं हो सका.
कुत्ते के काटने के बाद एंटी रेबीज वैक्सीन लगाना बेहद जरूरी
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ बीपी त्यागी के मुताबिक कुत्तों की स्निफिंग पावर काफी अधिक होती है. कुत्तों की नाक में जब प्रदूषण में मौजूद विभिन्न प्रकार के पोल्यूटेंट पहुंचते हैं तो इससे उन्हें इरिटेशन होता है. इरिटेट होने पर कुत्तों की आक्रामक होने के चांसेस काफी बढ़ जाते हैं. कुत्तों के काटने पर दो तरह के घाव होते हैं. एक मामूली खरोच या छोटा घाव. दूसरा गहरा घाव जिसमें काफी खून बहता है और मांस दिखने लगता है.
डा त्यागी के मुताबिक अगर मामूली घाव या फिर खरोच है तो उसे साफ पानी या साबुन से धोएं ताकि घाव पर लगे रेबिज के कीटाणु पूरी तरह से साफ हो जाए. एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं. कुत्ते के काटने के तुरंत बाद डॉक्टर से परामर्श लें और एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाएं. वरिष्ठ चिकित्सक के मुताबिक घाव गहरा है तो तो तुरंत घाव पर साफ और सूखा कपड़ा रखकर दबे ताकि खून बहना बंद हो सके.
ऐसी स्थिति में डॉक्टर को जरूर दिखाएं. रेबीज 100% जानलेवा बीमारी है. कुत्ते के काटने के बाद एंटी रेबीज वैक्सीन लगाना बेहद जरूरी है इसको इग्नोर करना खतरनाक साबित हो सकता है. डॉक्टर द्वारा जितनी भी वैक्सीन लगवाने की सलाह दी जा रही है उसे कोर्स को पूरा जरूर करें. लापरवाही करने से रेबीज होने का जोखिम बढ़ सकता है.
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