ETV Bharat / state

Robbery in Pragati Maidan Tunnel: हर आरोपी की भूमिका पहले से थी तय, जानें किसे क्या मिली थी जिम्मेदारी

राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान टनल में कार सवार से हुई लूट के मामले में अब तक क्राइम ब्रांच ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. शनिवार, 24 जून को इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था. बताया जा रहा है कि लूट से पहले हर आरोपी की भूमिका पहले से तय की गई थी. उसी मुताबिक वारदात को अंजाम देना था.

हर आरोपी की भूमिका पहले से थी तय
हर आरोपी की भूमिका पहले से थी तय
author img

By

Published : Jun 29, 2023, 4:40 PM IST

Updated : Jun 29, 2023, 5:09 PM IST

हर आरोपी की भूमिका पहले से थी तय

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान टनल में 24 जून को कारोबारी से दिनदहाड़े हुई लूट के मामले में दिल्ली पुलिस अब तक 8 बदमाशों को गिरफ्तार कर चुकी है. गिरफ्तार आरोपियों से करीब साढ़े नौ लाख रुपए बरामद हुई है. आरोपितों की पहचान उस्मान, इरफान, अनुज मिश्रा उर्फ सनकी, कुलदीप, प्रदीप, सुमित उर्फ बाला के रूप में हुई है. पुलिस का कहना है कि इस मामले में शामिल हर बदमाश की भूमिका पहले से तय कर दी गई थी. लूट के मास्टरमाइंड उस्मान ने जरूरत अनुसार सभी बदमाशों को एकत्र किया था और उन्हें यह बताया था कि किसे क्या करना है.

क्राइम ब्रांच के विशेष पुलिस आयुक्त आरएस यादव ने बताया कि ये सभी बदमाश किसी एक गिरोह के नहीं हैं. इनमें से कुछ पुराने बदमाश हैं और कुछ नए. पूरी वारदात में 10 बदमाश शामिल थे जिनमें से दो अभी फरार है. वहीं, इस वारदात में लूटी गई रकम पर अभी भी संशय बना हुआ है. पीड़ितों ने पुलिस को जो सूचना दी थी उसके अनुसार उनसे दो लाख लूटे गए थे. लेकिन 8 आरोपियों की गिरफ्तारी से अभी तक साढ़े नौ लाख रुपए बरामद किए जा चुके हैं. ये रुपए लूट की रकम के बंटवारे से बदमाशों को अपने-अपने हिस्से के रूप में मिले हैं.

उस्मान पर काफी कर्ज था. वह आईपीएल सट्टे में काफी रुपए हार चुका था. इसलिए उसने इस लूट की साजिश रची. वह इस इलाके में सात साल तक कोरियर बॉय के रूप में काम कर चुका है इसलिए उसे पता है कि चांदनी चौक के कूचा महाजनी, हैदर कुली, कूचा घासीराम इलाके में बड़ी मात्रा में कैश ट्रांजैक्शन होता है. उसे यह भी पता था कि दोपहर 2 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक यहां कैश का फ्लो सबसे ज्यादा होता है. उसको ये भी पता था कि मार्केट तक कार या बड़ी गाड़ी नहीं जा पाती है, इसलिए कैश लेकर लोग रिक्शा से या पैदल लाल किला तक आते हैं और वहां से अपनी गाड़ी लेते हैं या कैब बुक करते हैं. इसीलिए उस्मान ने यही से अपना टारगेट तलाश करने की साजिश रची.

अपने रिश्तेदार इरफान को बनाया राजदार: बुराड़ी के कौशिक एन्क्लेव निवासी उस्मान ने अपने चचेरे भाई इरफान को भी साजिश में शामिल किया. इरफान बुराड़ी में ही एक सैलून में काम करता है. उसने इरफान को पूरी बात बताई तो वह तैयार हो गया. इरफान ने बागपत और लोनी के दो बदमाशों से संपर्क किया. इन दोनों बदमाशों को वारदात के लिए दो बाइक चोरी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. दोनों ने चोरी की एक अपाचे और एक स्प्लेंडर बाइक का इंतजाम किया. इन्हीं दो बाइक से बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया.

अनुज मिश्रा को मिनी बाइक चलाने की जिम्मेदारी: मोटरसाइकिल का इंतजाम होने के बाद उस्मान और इरफान ने अनुज मिश्रा उर्फ सनकी नाम के बदमाश को अपनी टीम में शामिल किया. वह पिछले 6 साल से दिल्ली जल बोर्ड की वर्कशॉप में मोटर मैकेनिक का काम करता था. वह बाइक चलाने में एक्सपर्ट है इसलिए उसे वारदात के दौरान बाइक चलाने का काम सौंपा गया.

कुलदीप को कमरे का इंतजाम करने की जिम्मेदारी: इसके बाद जहांगीरपुरी निवासी बदमाश कुलदीप उर्फ लुंगड़ साजिश में शामिल किया गया. वह सब्जी बेचने का काम करता है. उसे किराए का कमरा का इंतजाम करने के लिए कहा गया, ताकि वारदात से पहले सब लोग एक साथ मिलकर उसमें पूरी साजिश पर काम कर सकें. वारदात के बाद भी यह कमरा रकम के बंटवारे और लोगों के छिपने के काम आता. कुलदीप ने बुराड़ी में कमरे की व्यवस्था की. वारदात से पहले सभी आरोपी यहां पर जुटे थे.

सुमित को किया कवर की तरह इस्तेमाल: पूरे मामले का मास्टरमाइंड उस्मान अपने शिकार की तलाश में मार्केट में रेकी करने जाता था. इस दौरान वह उस इलाके में सब्जी बेचने वाले सुमित उर्फ आकाश को अपने साथ लेकर जाता था ताकि किसी को शक न हो कि वह रेकी करने आया है. उस्मान ने सुमित को एक तरह से कवर के रूप में इस्तेमाल किया था. उस्मान के साथ सुमित बैग लेकर किसी प्रोफेशनल की तरह उसके साथ रहता था ताकि देखने वालों को लगे कि वह भी कोई व्यापारी है और यहां किसी काम से आया है. लूट की रकम से इसको भी हिस्सा मिला है.

प्रदीप और अमित पूर्वी यूपी से पकड़े गए: इस वारदात में प्रदीप और अमित उर्फ बाला को पुलिस ने पूर्वी उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया है. यह दोनों गाजियाबाद के रहने वाले हैं लेकिन वारदात के बाद ही पूर्वी यूपी भाग गए थे. प्रदीप साजिश रचने में एक्सपर्ट है. उसे पता है कि ऐन वक्त पर अगर योजना में कोई बदलाव होता है तो आगे क्या करना है.

वारदात के दौरान अनुज और इरफान चला रहे थे बाइक: वारदात के समय अनुज अपाचे बाइक चला रहा था. वहीं, स्प्लेंडर को इरफान चला रहा था. पीछे अनिल उर्फ चोटी बैठा था जिसे यूपी के सोनभद्र से गिरफ्तार किया गया. दिल्ली पुलिस की टीमों ने आरोपियों की तलाश में दिल्ली एनसीआर, उत्तर प्रदेश और राजस्थान तक छापे मारे हैं. दो बदमाशों की तलाश अभी भी जारी है.

  1. ये भी पढ़ें: Robbery in Pragati Maidan Tunnel: प्रगति मैदान टनल में लूट के मामले में एक और आरोपी गिरफ्तार
  2. ये भी पढ़ें: Unsafe Delhi: प्रगति मैदान में जहां हुई गन प्वाइंट पर 2 लाख की लूट, वहीं दो माह बाद होना है G-20 समिट
  3. ये भी पढ़ें: Unsafe Delhi: प्रगति मैदान टनल में गन प्वाइंट पर कारोबारी से लूट, सीएम केजरीवाल ने एलजी से मांगा इस्तीफा

हर आरोपी की भूमिका पहले से थी तय

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान टनल में 24 जून को कारोबारी से दिनदहाड़े हुई लूट के मामले में दिल्ली पुलिस अब तक 8 बदमाशों को गिरफ्तार कर चुकी है. गिरफ्तार आरोपियों से करीब साढ़े नौ लाख रुपए बरामद हुई है. आरोपितों की पहचान उस्मान, इरफान, अनुज मिश्रा उर्फ सनकी, कुलदीप, प्रदीप, सुमित उर्फ बाला के रूप में हुई है. पुलिस का कहना है कि इस मामले में शामिल हर बदमाश की भूमिका पहले से तय कर दी गई थी. लूट के मास्टरमाइंड उस्मान ने जरूरत अनुसार सभी बदमाशों को एकत्र किया था और उन्हें यह बताया था कि किसे क्या करना है.

क्राइम ब्रांच के विशेष पुलिस आयुक्त आरएस यादव ने बताया कि ये सभी बदमाश किसी एक गिरोह के नहीं हैं. इनमें से कुछ पुराने बदमाश हैं और कुछ नए. पूरी वारदात में 10 बदमाश शामिल थे जिनमें से दो अभी फरार है. वहीं, इस वारदात में लूटी गई रकम पर अभी भी संशय बना हुआ है. पीड़ितों ने पुलिस को जो सूचना दी थी उसके अनुसार उनसे दो लाख लूटे गए थे. लेकिन 8 आरोपियों की गिरफ्तारी से अभी तक साढ़े नौ लाख रुपए बरामद किए जा चुके हैं. ये रुपए लूट की रकम के बंटवारे से बदमाशों को अपने-अपने हिस्से के रूप में मिले हैं.

उस्मान पर काफी कर्ज था. वह आईपीएल सट्टे में काफी रुपए हार चुका था. इसलिए उसने इस लूट की साजिश रची. वह इस इलाके में सात साल तक कोरियर बॉय के रूप में काम कर चुका है इसलिए उसे पता है कि चांदनी चौक के कूचा महाजनी, हैदर कुली, कूचा घासीराम इलाके में बड़ी मात्रा में कैश ट्रांजैक्शन होता है. उसे यह भी पता था कि दोपहर 2 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक यहां कैश का फ्लो सबसे ज्यादा होता है. उसको ये भी पता था कि मार्केट तक कार या बड़ी गाड़ी नहीं जा पाती है, इसलिए कैश लेकर लोग रिक्शा से या पैदल लाल किला तक आते हैं और वहां से अपनी गाड़ी लेते हैं या कैब बुक करते हैं. इसीलिए उस्मान ने यही से अपना टारगेट तलाश करने की साजिश रची.

अपने रिश्तेदार इरफान को बनाया राजदार: बुराड़ी के कौशिक एन्क्लेव निवासी उस्मान ने अपने चचेरे भाई इरफान को भी साजिश में शामिल किया. इरफान बुराड़ी में ही एक सैलून में काम करता है. उसने इरफान को पूरी बात बताई तो वह तैयार हो गया. इरफान ने बागपत और लोनी के दो बदमाशों से संपर्क किया. इन दोनों बदमाशों को वारदात के लिए दो बाइक चोरी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. दोनों ने चोरी की एक अपाचे और एक स्प्लेंडर बाइक का इंतजाम किया. इन्हीं दो बाइक से बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया.

अनुज मिश्रा को मिनी बाइक चलाने की जिम्मेदारी: मोटरसाइकिल का इंतजाम होने के बाद उस्मान और इरफान ने अनुज मिश्रा उर्फ सनकी नाम के बदमाश को अपनी टीम में शामिल किया. वह पिछले 6 साल से दिल्ली जल बोर्ड की वर्कशॉप में मोटर मैकेनिक का काम करता था. वह बाइक चलाने में एक्सपर्ट है इसलिए उसे वारदात के दौरान बाइक चलाने का काम सौंपा गया.

कुलदीप को कमरे का इंतजाम करने की जिम्मेदारी: इसके बाद जहांगीरपुरी निवासी बदमाश कुलदीप उर्फ लुंगड़ साजिश में शामिल किया गया. वह सब्जी बेचने का काम करता है. उसे किराए का कमरा का इंतजाम करने के लिए कहा गया, ताकि वारदात से पहले सब लोग एक साथ मिलकर उसमें पूरी साजिश पर काम कर सकें. वारदात के बाद भी यह कमरा रकम के बंटवारे और लोगों के छिपने के काम आता. कुलदीप ने बुराड़ी में कमरे की व्यवस्था की. वारदात से पहले सभी आरोपी यहां पर जुटे थे.

सुमित को किया कवर की तरह इस्तेमाल: पूरे मामले का मास्टरमाइंड उस्मान अपने शिकार की तलाश में मार्केट में रेकी करने जाता था. इस दौरान वह उस इलाके में सब्जी बेचने वाले सुमित उर्फ आकाश को अपने साथ लेकर जाता था ताकि किसी को शक न हो कि वह रेकी करने आया है. उस्मान ने सुमित को एक तरह से कवर के रूप में इस्तेमाल किया था. उस्मान के साथ सुमित बैग लेकर किसी प्रोफेशनल की तरह उसके साथ रहता था ताकि देखने वालों को लगे कि वह भी कोई व्यापारी है और यहां किसी काम से आया है. लूट की रकम से इसको भी हिस्सा मिला है.

प्रदीप और अमित पूर्वी यूपी से पकड़े गए: इस वारदात में प्रदीप और अमित उर्फ बाला को पुलिस ने पूर्वी उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया है. यह दोनों गाजियाबाद के रहने वाले हैं लेकिन वारदात के बाद ही पूर्वी यूपी भाग गए थे. प्रदीप साजिश रचने में एक्सपर्ट है. उसे पता है कि ऐन वक्त पर अगर योजना में कोई बदलाव होता है तो आगे क्या करना है.

वारदात के दौरान अनुज और इरफान चला रहे थे बाइक: वारदात के समय अनुज अपाचे बाइक चला रहा था. वहीं, स्प्लेंडर को इरफान चला रहा था. पीछे अनिल उर्फ चोटी बैठा था जिसे यूपी के सोनभद्र से गिरफ्तार किया गया. दिल्ली पुलिस की टीमों ने आरोपियों की तलाश में दिल्ली एनसीआर, उत्तर प्रदेश और राजस्थान तक छापे मारे हैं. दो बदमाशों की तलाश अभी भी जारी है.

  1. ये भी पढ़ें: Robbery in Pragati Maidan Tunnel: प्रगति मैदान टनल में लूट के मामले में एक और आरोपी गिरफ्तार
  2. ये भी पढ़ें: Unsafe Delhi: प्रगति मैदान में जहां हुई गन प्वाइंट पर 2 लाख की लूट, वहीं दो माह बाद होना है G-20 समिट
  3. ये भी पढ़ें: Unsafe Delhi: प्रगति मैदान टनल में गन प्वाइंट पर कारोबारी से लूट, सीएम केजरीवाल ने एलजी से मांगा इस्तीफा
Last Updated : Jun 29, 2023, 5:09 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.