नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष एवं भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों को लेकर जंतर मंतर पर चल रहा धरना धीरे-धीरे किसान आंदोलन का रूप लेता जा रहा है. बुधवार देर रात प्रदर्शनकारियों के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद से माहौल बदला है और यहां लोगों की हलचल बढ़ी है.
धरनास्थल पर बड़ी संख्या में पहुंच रहे लोग: धरनास्थल पर गुरूवार सुबह से ही अचानक लोगों की आवाजाही बढ़ गई है. प्रदर्शनकारियों की अपील पर दिल्ली एससीआर के आसपास के शहरों से बड़ी संख्या में लोग जंतर मंतर पहुंच रहे हैं. पंजाब से भी लोग धरना स्थल पर पहुंच रहे हैं. हालांकि, पुलिस बीच-बीच में लोगों को धरना स्थल पर आने से रोक रही है. धरना स्थल तक पहुंचने के लिए अभी सिर्फ एक मार्ग खुला है. बाकी सभी मार्गों को बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया है. बड़ी संख्या में महिलाएं और दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं भी धरना स्थल पर पहुंच रहे हैं और प्रदर्शनकारियों को अपना समर्थन दे रहे हैं.
डीयू में हुई पुलिस कार्रवाई में घायल छात्राएं भी पहुंची: बुधवार को डीयू की छात्राओं ने पीड़ित महिला पहलवानों के समर्थन में दिल्ली में प्रदर्शन किया था. उस दौरान पुलिस ने छात्राओं को रोकने की कोशिश की. छात्राओं का आरोप है कि इसमें पुलिस ने बल प्रयोग किया. जिससे उनको काफी चोटें आई हैं. कल के प्रदर्शन में घायल हुई छात्रा प्रिया ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने जानबूझकर उनका पैर मोड़ दिया. जिससे उन्हें काफी चोट आई है. उन्होंने कहा कि जब तक यह धरना चलेगा, वह भी पीड़ितों के समर्थन में यहां बैठेंगी.
गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा तक से आ रहे लोग: महिला पहलवानों के समर्थन में गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा तक से लोग जंतर-मंतर पहुंच रहे हैं. गाजियाबाद से आए रोहित ने बताया कि यह बेटियों के मान सम्मान का मामला है, इसलिए वह समर्थन करने के लिए इतनी दूर आए है. उन्होंने कहा कि जब तक प्रदर्शन चलेगा वह समर्थन देने के लिए यहां आते रहेंगे.
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