नई दिल्ली: दिल्ली राज्य लीगल सर्विस अथॉरिटी ने पुरानी दिल्ली की सामाजिक संस्था शौकत अली हाशमी मेमोरियल ट्रस्ट और पीपुल्स ऑन फाउंडेशन के साथ मिलकर पुरानी दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके में कानूनी जागरूकता मार्च निकाला. मार्च की शुरुआत जामा मस्जिद से हुई जो चितली कबर पर जाकर समाप्त हुआ.
मार्च का मकसद महिलाओं को जागरूक करना
पीपुल्स ऑन फाउंडेशन के सदस्य तल्हा जमीर ने बताया कि इस मार्च का मकसद वुमन एम्पावरमेंट और वुमन सेफ्टी है. हमने ये मार्च महिलाओं को जागरूक करने के लिए निकाला है, ताकि वो अपने ऊपर होने वाले अत्त्याचार के खिलाफ उठ खड़ी हों. उन्होंने बताया कि DSLSA महिलाओं और बुजुर्गों को फ्री लीगल सर्विस देती है. यदि किसी घर में महिलाओं पर ज़ुल्म हो रहा है तो उनके लिए DLSA फ्री कानूनों लड़ाई लड़ते हैं.
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आसिफ अली हाशमी ने बताया कि कानूनी अधिकारों के अभाव के कारण महिलाओं पर अत्याचार बढ़ते हैं. हम महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक करना चाहते हैं. ताकि वो सामाजिक बुराइयों के खिलाफ आवाज बुलंद कर सकें और ज़ुल्म किसी भी प्रकार का हो उसे न सहें.
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मार्च में शौकत अली हाशमी मेमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष आसिफ अली हाशमी, हाजी जमाल, तल्हा जमीर, नासिर खान, हसनैन अख्तर मंसूरी, फजलुर रहमान कुरेशी, फखरुद्दीन, नाजिम अली हाशमी, डॉक्टर संजय ढींगरा, मोहम्मद मोइन, मोहम्मद अली, शाहजेब आदि के नाम शामिल हैं.
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