नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में अधिवक्ताओं ने एक बार फिर बुधवार को हड़ताल की. वहीं, बड़ी संख्या में अधिवक्ता गाजियाबाद से हापुड़ वकीलों के आंदोलन में शामिल होने के लिए गए. इस दौरान हड़ताल की वजह से न्यायालय परिसर में अपने कार्यों के लिए पहुंचे लोग परेशान नजर आए.
कोर्ट परिसर में तारीख पर पहुंचे लोगों का कहना था कि वकीलों की हड़ताल के चलते काफी परेशानी हो रही है. कामकाज छोड़कर कचहरी आता पड़ता है, लेकिन यहां हड़ताल होने के चलते काम बाधित हो जाता है. ऐसे में वक्त और पैसा दोनों बर्बाद हो रहा है. शामली से पहुंचे एक व्यक्ति ने कहा कि तकरीबन चार घंटे का सफर कर कोर्ट पहुंचे और उन्हें यहां आकर पता चला कि अधिवक्ताओं की हड़ताल है.
बार एसोसिएशन ने पारित किया प्रस्ताव: न्यायालय परिसर में कोई भी अधिवक्ता कार्य करते हुए या चैंबर खुला पाया जाता है, तो उसके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए तत्काल प्रभाव से बार एसोसिएशन द्वारा उसकी सदस्यता समाप्त कर दी जाएगी. अधिवक्ता पर 11000 रुपए का आर्थिक दंड लगाया जाएगा. साथ ही अधिवक्ता के चैंबर को बार एसोसिएशन में निहित कर दिया जाएगा.
वहीं, न्यायालय परिसर में उपस्थित चाय, कॉफी, खाने वाले, टाइपिस्ट, फोटो कॉपी, स्टाम्प वेंडर, स्टेशनरी, प्रिंट आउट इत्यादि का कोई भी दुकानदार, दुकान खोलकर काम करता पाया गया तो उसके विरूद्ध 5000 रुपए का आर्थिक दंड है. साथ ही उसका सारा सामान जब्त कर लिया जाएगा.
बता दें, हाल में अधिवक्ताओं ने हड़ताल वापस ली थी, लेकिन एक बार फिर हापुड़ की घटना को लेकर वकील अड़ गए हैं. इसके चलते बार एसोसिएशन गाजियाबाद द्वारा हड़ताल की घोषणा की गई. हालांकि, अभी यह साफ नहीं हुआ है कि हड़ताल कब तक जारी रहेगी. फिलहाल, बार एसोसिएशन की अग्रिम आदेशों तक हड़ताल जारी रहेगी.
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