नई दिल्ली: एक तरफ मानसून की बारिश के साथ दिल्ली के तापमान में कमी के साथ लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली. वहीं दूसरी तरफ मौसम पर निर्भर खेती किसानी से जुड़े लोगों के चेहरे पर भी मुस्कुराहट लौट आई है. बारिश के बाद मौसम उपयुक्त हो जाने से घरों में बागबानी करने वाले लोग भी इस मौसम में पौधों की खरीदारी कर उसकी रोपाई करते हैं. इसके लिए वह नर्सरी पहुंचने लगे हैं, जिससे नर्सरी संचालकों के चेहरे पर खुशी देखी जा सकती है.
तस्वीरें दिल्ली देहात के बक्करवाला स्थित चंचल नर्सरी का हैं. यहां हर तरफ तरह-तरफ के पौधों की हरियाली नजर आ रही है. यहां कई प्रकार के फल और फूलों के पौधों को खरीदारों के लिए तैयार कर के रखा गया है.
पूरी तरह से मौसम और पानी पर निर्भर इस व्यवसाय और इसके खरीदार कई दिनों से बारिश के इंतजार में थे. आखिरकार बारिश हुई, जिससे न केवल दिल्ली का मौसम गुलजार हो गया, बल्कि बारिश के बाद नर्सरी में भी रौनक नजर आने लगी है. तरह-तरह के फल-फूल के पौधों से भरी नर्सरी में पौधों के खरीदारों को मनपसंद पौधों की खरीदारी का विकल्प मिल रहा है. लोग यहां पहुंच कर मनपसंद फल-फूल के पौधों को खरीद कर ले जा रहे हैं.
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हर तरह का पौधा तैयार: 35 सालों पुराने चंचल नर्सरी के संचालक ने बताया कि यहां हर तरह के फूल और फलों के पौधों को तैयार किया जाता है. दिल्ली सहित आसपास के राज्यों से भी यहां पौधों की खरीदारी के लिए लोग पहुंचते हैं. बारिश गिरने के बाद एक खरीदारों के लिए मौसम ठंडा रहता है. वहीं इन पौधों को लगाने के लिए उपयुक्त मौसम भी मिल जाता है. इस मौसम में फलों के पौधों की बिक्री ज्यादा होती है. जिनमें संतरा, चीकू, आम, अमरूद जैसे फल ज्यादा बिकते हैं. वहीं फूलों में गुलाब, मोगरा, गुरैल, मोतिया आदि की मांग ज्यादा होती है.
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