नई दिल्ली: मणिपुर हिंसा मामले की जांच कर रही केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की मदद के लिए दिल्ली पुलिस के जिन चार अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई हैं उन्हें आज दिल्ली पुलिस से रिलीव कर दिया है. इन अधिकारियों में दिल्ली पुलिस के तीन आईपीएस और एक इंस्पेक्टर शामिल हैं. अब ये सभी अधिकारी मणिपुर जाकर मामले की जांच में सीबीआई की सहायता करेंगे. यह फैसला केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के बाद लिया गया है.
दरअसल, 13 सितंबर को गृह मंत्रालय की ओर से दिल्ली पुलिस को लिखे गए पत्र में कहा गया था कि आईपीएस अधिकारी ईशा पांडेय, श्वेता चौहान, हरेंद्र कुमार सिंह और इंस्पेक्टर प्रवीन कुमार को सीबीआई से अटैच किया गया है. ये सभी मणिपुर हिंसा में दर्ज की गई 11 एफआईआर मामलों में सीबीआई की सहायता करेंगे. इन अधिकारियों को रिलीव करने की प्रक्रिया चल रही थी जो बुधवार को पूरी कर ली गई. डीसीपी हेडक्वार्टर राकेश पवारिया की ओर से जारी आदेश में कहा गया कि उपरोक्त चारों अधिकारियों को दिल्ली पुलिस से रिलीव किया जाता है. अब ये सीबीआई की सहायता के लिए मणिपुर जा सकते हैं.
बता दें कि विभिन्न मामलों की जांच में मिले अच्छे परिणाम और इनकी योग्यता के आधार पर इन अधिकारियों का चयन किया गया है. वर्तमान में ईशा पांडेय डीसीपी ट्रैफिक, श्वेता चौहान डीसीपी मुख्यालय और हरेंद्र सिंह बाहरी जिले के डीसीपी हैं. वहीं, इंस्पेक्टर प्रवीन कुमार ईओडब्ल्यू में तैनात हैं. गौरतलब है कि मणिपुर में पिछले दिनों हुई हिंसा में सीबीआई ने 11 एफआईआर दर्ज की है. इनमें महिला को दुष्कर्म के बाद नग्न घुमाने के बाद उसकी हत्या का भी मामला शामिल है. इसका वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने राजनीतिक रंग भी लिया था.
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