नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल की टीम ने अवैध हथियार और गोला-बारूद बनाने वाली अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपियों से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया है. आरोपितोंं की पहचान बिंटू उर्फ मिंटू उर्फ बिट्टू और ललित कुमार के रूप में हुई है. यह फैक्ट्री गाजियाबाद के लोनी में चलाई जा रही थी.
डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि एंटी नारकोटिक्स सेल की टीम वांछित अपराधियों, विशेष रूप से सक्रिय गिरोह के सदस्यों, हथियार आपूर्तिकर्ताओं और स्ट्रीट क्राइम में शामिल अपराधियों की तलाश में जुटी थी. चार अक्टूबर को पुलिस को सूचना मिली कि बिंटू हथियार लेकर आने वाला है. इस सूचना पर पुलिस ने ट्रैप लगाकर उसे दबोच लिया. आरोपी के पास से 30 बोर की ऑटोमेटिक कार्बाइन, 5 पिस्तौल और 75 कारतूस मिला. इसके बाद उसकी निशानदेही पर पुलिस ने अवैध फैक्ट्री से 15 सेमीऑटोमैटिक पिस्तौल, 18 सिंगल शॉट पिस्तौल और विभिन्न बोर के 229 कारतूस बरामद किए.
पुलिस पूछताछ में बिंटू ने खुलासा किया कि उसे उपरोक्त हथियार और गोला-बारूद ललित नाम के एक व्यक्ति से मिले थे जो उत्तर प्रदेश के बागपत जिले का निवासी है. बिंटू की निशानदेही पर पुलिस ने बागपत के गौना गांव छापा मारकर 8 अक्टूबर को ललित को भी गिरफ्तार कर लिया.
ललित ने बताया कि वर्ष 2013 में उसकी मुलाकात जॉनी प्रधान नाम के एक व्यक्ति से हुई थी जो उसके पास के गांव का निवासी था. उसने उसे दीपक यादव नाम के एक हथियार तस्कर से मिलवाया. दीपक यादव अवैध असलहा बनाने की फैक्ट्री चलाता है. साल 2015 में उत्तर प्रदेश पुलिस ने दीपक यादव की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था और फैक्ट्री से कई हथियार बरामद हुए थे. लेकिन दीपक भाग गया था. पुलिस इनके अन्य साथियों की तलाश में छापेमारी कर रही है.
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