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विधायक की सदस्यता रद्द होने पर बोलीं अलका लांबा- धोखेबाज केजरीवाल सरकार को झुका कर ही दम लूंगी

अलका लांबा बीते 6 सितंबर को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट के जरिए सार्वजनिक की थी. पिछले कुछ महीनों से अलका बगावती तेवर अपनाए हुई थी. बुधवार को विधानसभा में हुई सुनवाई के दौरान भी अलका ने बगावती तेवर दिखाया था. अलका पिछले कुछ महीने से पार्टी से नाराज चल रही थी.

AAP की बागी विधायक अलका लांबा की सदस्यता रद्द
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Published : Sep 19, 2019, 7:08 PM IST

Updated : Sep 19, 2019, 9:12 PM IST

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी की चांदनी चौक सीट से विधायक अलका लांबा की विधानसभा की सदस्यता गुरुवार को रद्द कर दी गई. गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने दल बदल कानून के तहत अलका को अयोग्य करार दिया है.

Alka Lamba reaction on MLA disqualification  from the legislative assembly on the grounds of defection
AAP की बागी विधायक अलका लांबा की सदस्यता रद्द
अलका लांबा बीते 6 सितंबर को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट के जरिए सार्वजनिक की थी. पिछले कुछ महीनों से अलका बगावती तेवर अपनाए हुई थी. बुधवार को विधानसभा में हुई सुनवाई के दौरान भी अलका ने बगावती तेवर दिखाया था. अलका पिछले कुछ महीने से पार्टी से नाराज चल रही थी.आप की संस्थापक सदस्य तथा उसके बाद विधायक बनी अलका लांबा पिछले 6 साल से आम आदमी पार्टी से गुड बाय बोल दिया था और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने की बात कही. अलका ने पिछले दिनों कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी.

सिलसिलेवार तरीके से किया ट्वीट

विधायक की सदस्यता रद्द होने पर अलका लांबा ने ट्वीट कर कहा कि 'आप के साथ मेरा सफर आज यहीं समाप्त हुआ, धन्यवाद करती हूं, आप के उन सभी कार्यकर्ताओं का जिनके सहयोग से मैं पार्टी के भीतर खत्म होते लोकतंत्र और एक आदमी की तानाशाही के खिलाफ लड़ पाई, आगे की लड़ाई अब जनता के बीच रहकर लड़ी और जीती जायेगी. सत्ता का घमंड अब अधिक दिन तक नहीं रहेगा.

  • #आप के साथ मेरा सफ़र आज यहीं समाप्त हुआ,
    धन्यवाद करती हूँ आप के उन सभी कार्यकर्ताओं का जिनके सहयोग से मैं पार्टी के भीतर खत्म होते लोकतंत्र और एक आदमी की तानाशाही के ख़िलाफ़ लड़ पाई,
    आगे की लड़ाई अब जनता के बीच रहकर लड़ी और जीती जायेगी.
    सत्ता का घमंड अब अधिक दिन तक नहीं रहेगा. pic.twitter.com/8OoU378XP3

    — Alka Lamba - अलका लाम्बा (@LambaAlka) September 19, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इसके बाद एक और ट्वीट में अलका ने कहा कि अब जनता के हक और अधिकारों की लड़ाई कुछ महीनों के लिए सदन से ना सही सड़कों से ही लड़ी जायेगी. महिला सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी कमरे, बुजुर्गों की रुकी पेंशन, गरीबों का बंद कर दिया गया राशन, ठेकेदारी प्रथा के खिलाफ धोखेबाज केजरीवाल सरकार को झुका कर ही अब दम लूंगी.

  • अब जनता के हक और अधिकारों की लड़ाई कुछ महीनों के लिए सदन से ना सही सड़कों से ही लड़ी जायेगी,
    महिला सुरक्षा के मद्देनजर #CCTV कमरे, बुजुर्गों की रुकी पैंशन,
    गरीबों का बंद कर दिया गया राशन,
    ठेकेदारी प्रथा के ख़िलाफ़#दिल्ली की धोखेबाज केजरीवाल सरकार को झुका कर ही अब दम लुंगी.

    — Alka Lamba - अलका लाम्बा (@LambaAlka) September 19, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एक और ट्वीट में पूर्व विधायक ने कहा कि 5 महीने के लिए विधायक पद जाने का अफ़सोस नहीं है, चिंता अपनी जनता की है. जो कलम जनता ने अपने लिए सौंपी थी उसे AAP ने छिना है, 5 महीने अपनी जनता को परेशान बिल्कुल नहीं होने दूंगी. केजरीवाल जी के घर के बाहर बैठ कर AAP को अपनी जनता से किए एक-एक वायदे को पूरा करने के लिए मजबूर करती रहूंगी.

  • 5महीने के लिए विधायक पद जाने का अफ़सोस नहीं है,चिंता अपनी जनता की है, जो कलम जनता ने अपने लिए सौपी थी उसे #आप ने छिना है,
    5महीने अपनी जनता को परेशान बिल्कुल नहीं होने दूँगी,केजरीवाल जी के घर के बाहर बैठ कर #आप को अपनी जनता से किए एक एक वायदे को पूरा करने के लिए मजबूर करती रहूँगी.

    — Alka Lamba - अलका लाम्बा (@LambaAlka) September 19, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी की चांदनी चौक सीट से विधायक अलका लांबा की विधानसभा की सदस्यता गुरुवार को रद्द कर दी गई. गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने दल बदल कानून के तहत अलका को अयोग्य करार दिया है.

Alka Lamba reaction on MLA disqualification  from the legislative assembly on the grounds of defection
AAP की बागी विधायक अलका लांबा की सदस्यता रद्द
अलका लांबा बीते 6 सितंबर को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट के जरिए सार्वजनिक की थी. पिछले कुछ महीनों से अलका बगावती तेवर अपनाए हुई थी. बुधवार को विधानसभा में हुई सुनवाई के दौरान भी अलका ने बगावती तेवर दिखाया था. अलका पिछले कुछ महीने से पार्टी से नाराज चल रही थी.आप की संस्थापक सदस्य तथा उसके बाद विधायक बनी अलका लांबा पिछले 6 साल से आम आदमी पार्टी से गुड बाय बोल दिया था और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने की बात कही. अलका ने पिछले दिनों कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी.

सिलसिलेवार तरीके से किया ट्वीट

विधायक की सदस्यता रद्द होने पर अलका लांबा ने ट्वीट कर कहा कि 'आप के साथ मेरा सफर आज यहीं समाप्त हुआ, धन्यवाद करती हूं, आप के उन सभी कार्यकर्ताओं का जिनके सहयोग से मैं पार्टी के भीतर खत्म होते लोकतंत्र और एक आदमी की तानाशाही के खिलाफ लड़ पाई, आगे की लड़ाई अब जनता के बीच रहकर लड़ी और जीती जायेगी. सत्ता का घमंड अब अधिक दिन तक नहीं रहेगा.

  • #आप के साथ मेरा सफ़र आज यहीं समाप्त हुआ,
    धन्यवाद करती हूँ आप के उन सभी कार्यकर्ताओं का जिनके सहयोग से मैं पार्टी के भीतर खत्म होते लोकतंत्र और एक आदमी की तानाशाही के ख़िलाफ़ लड़ पाई,
    आगे की लड़ाई अब जनता के बीच रहकर लड़ी और जीती जायेगी.
    सत्ता का घमंड अब अधिक दिन तक नहीं रहेगा. pic.twitter.com/8OoU378XP3

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इसके बाद एक और ट्वीट में अलका ने कहा कि अब जनता के हक और अधिकारों की लड़ाई कुछ महीनों के लिए सदन से ना सही सड़कों से ही लड़ी जायेगी. महिला सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी कमरे, बुजुर्गों की रुकी पेंशन, गरीबों का बंद कर दिया गया राशन, ठेकेदारी प्रथा के खिलाफ धोखेबाज केजरीवाल सरकार को झुका कर ही अब दम लूंगी.

  • अब जनता के हक और अधिकारों की लड़ाई कुछ महीनों के लिए सदन से ना सही सड़कों से ही लड़ी जायेगी,
    महिला सुरक्षा के मद्देनजर #CCTV कमरे, बुजुर्गों की रुकी पैंशन,
    गरीबों का बंद कर दिया गया राशन,
    ठेकेदारी प्रथा के ख़िलाफ़#दिल्ली की धोखेबाज केजरीवाल सरकार को झुका कर ही अब दम लुंगी.

    — Alka Lamba - अलका लाम्बा (@LambaAlka) September 19, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एक और ट्वीट में पूर्व विधायक ने कहा कि 5 महीने के लिए विधायक पद जाने का अफ़सोस नहीं है, चिंता अपनी जनता की है. जो कलम जनता ने अपने लिए सौंपी थी उसे AAP ने छिना है, 5 महीने अपनी जनता को परेशान बिल्कुल नहीं होने दूंगी. केजरीवाल जी के घर के बाहर बैठ कर AAP को अपनी जनता से किए एक-एक वायदे को पूरा करने के लिए मजबूर करती रहूंगी.

  • 5महीने के लिए विधायक पद जाने का अफ़सोस नहीं है,चिंता अपनी जनता की है, जो कलम जनता ने अपने लिए सौपी थी उसे #आप ने छिना है,
    5महीने अपनी जनता को परेशान बिल्कुल नहीं होने दूँगी,केजरीवाल जी के घर के बाहर बैठ कर #आप को अपनी जनता से किए एक एक वायदे को पूरा करने के लिए मजबूर करती रहूँगी.

    — Alka Lamba - अलका लाम्बा (@LambaAlka) September 19, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
Intro:नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी की चांदनी चौक सीट से विधायक अलका लांबा की विधानसभा की सदस्यता गुरुवार को रद कर दी गई. गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने दल बदल कानून के तहत अलका को अयोग्य करार दिया है.






Body:अलका लांबा बीते 6 सितंबर को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट के जरिए सार्वजनिक की थी. पिछले कुछ महीनों से अलका बगावती तेवर अपनाए हुई थी. बुधवार को विधानसभा में हुई सुनवाई के दौरान भी अलका ने बगावती तेवर दिखाया था. अलका पिछले कुछ महीने से पार्टी से नाराज चल रही थी.

आप की संस्थापक सदस्य तथा उसके बाद विधायक बनी अलका लांबा पिछले 6 साल से आम आदमी पार्टी से गुड बाय बोल दिया था और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने की बात कही. अलका ने पिछले दिनों कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी.

दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अलका लांबा कांग्रेस को सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी सरकार के पोल खोल करने में भूमिका निभा सकती है. कांग्रेस अलका को केजरीवाल के खिलाफ इस्तेमाल कर विधानसभा चुनाव में अपनी स्थिति मजबूत बनाने की कोशिश करेगी. क्योंकि आम आदमी पार्टी के कई विधायक पिछले दिनों भाजपा में शामिल हो चुके हैं और उसके बाद जिस तरह से भाजपा के वरिष्ठ नेता कह रहे हैं कि आप के अभी और विधायक भाजपा में शामिल होना चाहते हैं.


Conclusion:बता दें कि अलका लांबा की सदस्यता रद होने के बाद अब केजरीवाल सरकार में 67 में से 61 आप विधायक बचे हैं. इससे पहले विधायक अनिल वाजपेयी, देवेंद्र सहरावत, कपिल मिश्रा, संदीप कुमार की सदस्यता रद कर दी गई थी.

समाप्त, आशुतोष झा
Last Updated : Sep 19, 2019, 9:12 PM IST
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