नई दिल्ली: पश्चिमी जिला के विकासपुरी थाने की पुलिस ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर बैंक से लाखों का कार लोन लेकर चीटिंग करने के मामला का खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. चारों आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के बिजनौर के राजीव, नॉएडा के अजहर खान, दिल्ली के शहादरा के रवि शर्मा और शक्ति रावल के रूप में हुई है. इन्होंने फर्जी दस्तावेज के आधार पर बैंक से 20 लाख का कार लोन लेकर 30 लाख कार खरीदी.
पुलिस के अनुसार लोन मिलने के बाद आरोपियों ने आरसी जमा नहीं करवाई. इंश्योरेंस की कॉपी थी लेकिन वह भी फर्जी निकला जिसके बाद बैंक ने पुलिस में शिकायत की. आरोपियों के पास से पुलिस ने ठगी की रकम से खरीदी गई कार, ढाई लाख रुपए कैश, 3 आई फोन, एक लैपटॉप और लोन में इस्तेमाल फर्जी डॉक्यूमेंट की कॉपी बरामद हुई है.
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वहीं, डीजीपी उर्विजा गोयल के अनुसार 22 अप्रैल को बैंक ऑफ बड़ौदा के असिस्टेंट जनरल मैनेजर ने इस मामले को लेकर विकासपुरी थाने में शिकायत दी थी. जिसमें कहा गया था कि आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 20 लाख का लोन ले लिया है. पुलिस ने जांच शुरू की तो इनके ऑफिस और घर के पते फर्जी मिले. पुलिस को पता चला कि लोन इनकम टैक्स रिटर्न और घर के ऑफिस के पते पर दिए गए थे. लोन मिलने के बाद आरोपियों ने आरसी जमा नहीं कराई. इंश्योरेंस की कॉपी दी, लेकिन वो फर्जी था. आरोपियों के मोबाइल भी बंद थे. आखिरकार कई महीनों के बाद टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर पुलिस ने इन चारों को गिरफ्तार कर लिया.