न्यूयॉर्क: यूएस ओपन के डिफेंडिंग चैंपियन राफेल नडाल ने कोरोनो वायरस महामारी के कारण यूएस ओपन से अपना नाम वापस ले लिया है. साथ ही उन्होंने रोजर फेडरर के ग्रैंड स्लैम टैली को पीछे छोड़ने के अपने दावें को भी फिलहाल ब्रेक दिया है.
नडाल ने कहा, "दुनिया भर में स्थिति बहुत जटिल है, COVID-19 के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसा लग रहा है कि हमारे पास अभी भी इसको नियंत्रण में करने के लिए कुछ नहीं है."
स्पेन के 34 वर्षीय नडाल ने इस फैसले को लेकर कहा कि वो ऐसा फैसला कभी नहीं लेना चाहते थे. न्यूयॉर्क में 31 अगस्त से शुरू होने वाले टूर्नामेंट को लेकर नडाल ने कहा वो ऐसा नहीं करना चाहते थे लेकिन उन्हें हालातों को देखते हुए ये फैसला लेना पड़ा.
यूएस ओपन टूर्नामेंट के निदेशक स्टेसी एलास्टर ने कहा, "राफा हमारे खेल में सबसे महान चैंपियन में से एक हैं और हम उनके फैसले का समर्थन करते हैं."
बता दें कि इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई विश्व नंबर एक ऐश्ले बार्टी ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वो यूएस ओपन नहीं खेलेगी, इसके अलावा निक किर्गियोस ने भी टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं होने के लिए घोषणा की थी.
यूएस टेनिस एसोसिएशन की प्रवेश सूची की घोषणा मंगलवार को हुई जहां उन्होंने 2019 की महिला चैंपियन बियांका एंड्रीस्कू का नाम लिया और कहा कि खेल शुरू होने से पहले जो भी खिलाड़ी अपना नाम वापस लेना चाहे वो ले सकता है हालांकि इस दरमियान एसोसिएशन ने नडाल का कहीं भी नाम नहीं लिया.
COVID-19 के प्रकोप के कारण मार्च से पेशेवर टेनिस बंद है.
अमेरिकी ओपन को छोड़ने को लेकर नडाल का फैसला मैड्रिड ओपन के रद होने के तुरंत बाद आया जो सितंबर में होना था लेकिन कोरोना वायरस के चलते इसे रद करना पड़ा.
नडाल ने ट्विटर पर लिखा, "हम जानते हैं कि चार महीने तक बिना किसी टेनिस के चलते ये साल काफी खराब जा रहा है. मैं आप लोगों के प्रयास की तारीफ करता हूं और धन्यवाद देता हूं."
इस साल रोजर फेडरर भी यूएस ओपन से गायब रहेंगे लेकिन उनकी अनुपस्थिति का कारण कोरोना नहीं बल्कि घुटने का ऑपरेशन है.
इससे पहले बिना राफेल नडाल और रोजर फेडरर के जब कोई आखिरी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट खेला गया है तो वो 1999 का यूएस ओपन था.