हैदराबाद : साल के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन का आयोजन आठ से 21 फरवरी तक मेलबर्न पार्क में होना है. इस टूर्नामेंट में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया पहुंच चुके हैं और क्वारंटीन में हैं.
टूर्नामेंट को शुरु होने में अभी भी कुछ ही दिन बाकी है लेकिन इससे पहले ही कई वजह से ये लगातार सुर्खियों में बना हुआ है.
दरअसल ऑस्ट्रेलियाई ओपन के लिए दुनिया भर से चार्टर्ड उड़ानों से मेलबर्न पहुंच रहे खिलाड़ियों और स्टाफ में से लॉस एंजिल्स और अबू धाबी से आए जत्थे में कुछ कोविड पॉजिटिव केस पाए गए. इस वजह से लगभग 72 खिलाड़ियों को कठिन क्वारंटीन में भेज दिया गया. इसके साथ ही उन्हे ट्रेनिंग करने की भी इजाजत नहीं दी गई.
ऑस्ट्रेलियाई ओपन की तैयारी के लिए पिछले गुरुवार से 17 चार्टर उड़ानों पर 1,200 से अधिक खिलाड़ी, कोच, कर्मचारी, अधिकारी और मीडिया कर्मी पहुंचे थे. वहीं ये फ्लाईट अबू धाबी, दोहा, कतर और लॉस एंजिल्स से आई थी.
इसी बीच मेलबर्न में रह रहे कई खिलाड़ियों ने होटल में मिल रही सर्विस और खाने की भी आलोचना की थी. उनका कहना था कि एडिलेड में रह रहे शीर्ष खिलाड़ियों को क्वारंटीन के दौरान भी सभी सुविधा मिल रही है. इसके साथ ही इन टॉप खिलाड़ियों को ट्रेनिंग की भी अनुमति थी.
आठ बार के ऑस्ट्रेलियन ओपन चैम्पियन जोकोविच ऑस्ट्रेलियन ओपन में भाग लेने के लिए हाल में यहां आए और क्वारंटीन में रह रहे खिलाड़ियों के लिए ऑस्ट्रेलियन ओपन के प्रमुख क्रैग टिले से कुछ मांगे की थी. इस मांग में क्वारंटीन की अवधि को कम करने की मांग भी शामिल थी.
जोकोविच ने अपने पत्र में कहा, "मैं वास्तव में अपने साथी खिलाड़ियों की परवाह करता हूं और मैं यह भी अच्छी तरह से समझता हूं कि दुनिया कैसे चल रही है और कौन बड़ा और बेहतर होता है और क्यों."
लेकिन विश्व रैंकिंग में दूसरे नंबर के टेनिस खिलाड़ी स्पेन के राफेल नडाल ने ऑस्ट्रेलियन ओपन से पहले किए गए कोविड-19 उपायों का समर्थन किया है और इस टूर्नामेंट में भाग लेने वाले खिलाड़ियों से इस पर व्यापक 'दृष्टिकोण' अपनाने का अनुरोध किया.
इस बीच, स्थानीय खिलाड़ी निक किर्गियोस ने नडाल के विचारों का समर्थन किया है. वहीं, 23 बार की ग्रैंड स्लैम विजेता सेरेना विलियम्स ने भी इसका समर्थन किया है जो अपनी 3 साल की बेटी ओलंपिया के साथ ऑस्ट्रेलिया पहुंची थी.
ये मामला अब काफी आगे बढ़ चुका है और कई खिलाड़ी इस पर अपने विचार रख रहे है. इन सब के बीच आयोजकों के लिए ऑस्ट्रेलियन ओपन का आयोजन कराना किसी चुनौती से कम नहीं होगा.