कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार 20 मार्च को दावा किया है कि उन्होंने उद्योगपति संजीव गोयनका को मोहन बागान से 'एटीके' टैग हटाने का सुझाव दिया था. एटीके मोहन बागान ने रविवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में बेंगलुरु एफसी को हरा दिया और इंडियन सुपर लीग चैंपियन बन गई. इसके बाद सीएम ममता बनर्जी ने एटीके मोहन बागान के खिलाड़ियों को सम्मानित किया. संजीव गोयनका एटीके मोहन बागान फुटबॉल क्लब के मालिक और आरपीएसजी ग्रुप के अध्यक्ष हैं.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि 'मैंने संजीव गोयनका से पूछा कि मोहन बागान से पहले एटीके टैग क्यों है, एटीके मोहन बागान अच्छा नहीं लगता बस मोहन बागान ज्यादा अच्छा लगता है'. वहीं, मोहन बागान की जीत के बाद संजीव गोयनका ने ऐलान किया कि एटीके मोहन बागान को चालू 2022-23 सत्र के अंत में मोहन बागान सुपर जाइंट्स के रूप में फिर से ब्रांडेड किया जाएगा. इसके साथ ही सीएम बनर्जी ने इस क्लब के विकास के लिए 50 लाख रुपये के एकमुश्त राज्य सरकार के अनुदान की घोषणा की है. बतादें कि मोहन बागान के फुटबॉल खंड के साथ एटीके एफसी के विलय के बाद तत्कालीन मोहन बागान एथलेटिक क्लब को एटीके मोहन बागान के रूप में नामित किया गया था.
इस कार्यक्रम के बाद एक राजनीतिक पर्यवेक्षक ने सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने राजनीतिक रूप से फुटबॉल की भावना को लुभाने का प्रयास किया है. जनवरी 2020 में जब संजीब गोयनका ने एटीके मोहन बागान की 80 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी, तो प्रायोजकों की कमी के कारण क्लब के कट्टर प्रतिद्वंद्वी ईस्ट बंगाल आईएसएल में भाग नहीं ले पाए. वहीं, श्री सीमेंट्स द्वारा 12 अप्रैल, 2022 को क्लब अधिकारियों को खेल अधिकार वापस करने के बाद ईस्ट बंगाल का संकट और गहरा गया. 25 मई 2023 को कोलकाता स्थित इमामी समूह पूर्वी बंगाल में नया निवेशक बन गया था.
(आईएएनएस)