चंडीगढ़: 105 साल की अंतरराष्ट्रीय मास्टर एथलीट मान कौर की तबीयत बिगड़ रही है. उनका चंडीगढ़ पीजीआई से इलाज चल रहा है.
मास्टर एथलीट मान कौर ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 35 पदक जीते हैं. वो कोरोना से पहले लगातार मेडल जीतकर तिरंगे का मान बढ़ा रहीं थीं. मान कौर की उपलब्धियों को मान्यता देते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें वर्ष 2019 में नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया था.
मान कौर जिस गति से राष्ट्रपति भवन में सम्मान प्राप्त करने के लिए मंच पर पहुंचीं, उसे देखकर राष्ट्रपति भी चकित रह गए थे. वहां पीएम आवास पर एक बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों हाथ जोड़कर उनके सामने खड़े हो गए. इसके अलावा, वो देश दुनिया भर के एथलीटों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं.
मान कौर की तबियत को लेकर ईटीवी भारत से बातचीत में उनके बेटे गुरदेव सिंह ने कहा कि मां के इलाज के लिए प्राकृतिक चिकित्सा (NATUROPATHY) की जरूरत है, लेकिन सरकारें देश की प्रतिष्ठा बढ़ाने वाले अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की तरफ ध्यान नहीं दे रहीं हैं.
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एथलीट मान कौर को ब्लड कैंसर है, जिसका इलाज पीजीआई के डॉक्टर कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वृद्धावस्था के कारण डॉक्टर उन्हें कीमोथेरेपी नहीं दे सकते, जिसके कारण परिवार ने सरकार से एथलीट मान कौर का प्राकृतिक चिकित्सा से इलाज करने की अपील की.