लुसाने (स्विट्जरलैंड): हजारों तिब्बतियों ने बीजिंग में शीतकालीन ओलंपिक के आयोजन से पहले गुरुवार को स्विट्जरलैंड में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के मुख्यालय के बाहर मार्च करते हुए अपने क्षेत्र की स्वतंत्रता की मांग की.
इस दौरान यूरोप में रहने वाले तिब्बत के प्रवासियों ने चीन के सत्ताधारी कम्यूनिस्ट पार्टी को संदेश देने का प्रयास करते हुए हाथ में बैनर लिए हुए थे जिनमें 'तिब्बत को बचाओ' और 'अब खून से सने और खेल नहीं' जैसे संदेश लिखे थे.
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पुलिस एस्कोर्ट के पीछे प्रदर्शनकारी तिब्बत के झंडे लहरा रहे थे. इस दौरान बौद्ध भिक्षुओं जैसी पोशाक पहने कुछ लोगों के अलावा चीन के अल्पसंख्यक उइगर मुस्लिमों के लगभग एक दर्जन समर्थन भी मौजूद थे.
चीन तिब्बत की निर्वासित स्व-घोषित सरकार को मान्यता नहीं देता और निर्वासित धर्म गुरू दलाई लामा पर तिब्बत को चीन से अलग करने का आरोप लगाता है.