नई दिल्ली: पैरालंपिक में भारत का नाम रोशन कर रजत पदक जीतने वाली पैरा एथलीट दीपा मलिक को वीरवार को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा गया.
दीपा मलिक ये पुरस्कार हासिल करने वाली दूसरी भारतीय पैरा एथलीट और सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गई है. पुरस्कार मिलने के बाद उन्होंने कहा कि यह सम्मान दिव्यांग महिला खिलाड़ियों को काफी प्रेरित करेगा. दीपा ने 2016 रियो पैरालिंपिक में गोला फेंक एफ53 में सिल्वर मेडल जीता था.
दीपा ने कहा, 'मुझे यह सम्मान मिलने की बहुत खुशी है लेकिन महिला पैरा एथलीटों और भारत में पैरालंपिक आंदोलन के लिए यह ज्यादा बेहतर होता कि यदि मुझे यह पुरस्कार पहले मिल गया होता.
उन्होंने कहा, "मैं यह सम्मान मिलने के बाद दिव्यांग लड़कियों के माता-पिता और विभिन्न संगठनों से अपील करती हूं कि वे हाथ मिलाएं और देश में एक ऐसा आंदोलन पैदा करें ताकि ज्यादा से ज्यादा दिव्यांग लड़कियां पैरालंपिक आंदोलन से जुड़ें और खुद को विजेता साबित करें. इससे उन्हें आत्मनिर्भता मिलेगी और एक नई पहचान मिलेगी."
खेल रत्न जीतने वाली दूसरी पैरा एथलीट बनी
दीपा इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को हासिल करने वाली दूसरी पैरा ऐथलीट बन गई. पैरालिंपिक का दोहरा स्वर्ण पदक जीतने वाले भाला फेंक ऐथलीट देवेंद्र झझरिया को 2017 में इससे सम्मानित किया गया था.