नई दिल्लीः भारतीय महिला फुटबॉल टीम की कप्तान लोइतोंगबाम आशालता देवी (Loitongbam Ashalata) इस समय सातवें आसमान पर हैं. उन्होंने फीफा विश्व कप 2022 (FIFA World Cup 2022) का फाइनल देखकर अपना सपना पूरा किया है. भारतीय महिला लीग की ओर से गोकुलम केरल की कप्तान एशिया के बेहतरीन डिफेंडरों में से एक माना जाता है.
29 वर्षीय आशालता देवी ने हाल ही में दोहा के स्टेडियम में अर्जेंटीना और फ्रांस का फाइनल मुकाबला देखा था. उन्होंने कतर विश्व कप के अपने अनुभव साझा किए और मोरक्को के स्टार अचरफ हकीमी के साथ बातचीत के बारे में बताया.
इंटरव्यू के अंश:
प्रश्न: फीफा विश्व कप में आपका अनुभव कैसा रहा?
उत्तर: जब से मैंने फुटबॉल देखना शुरू किया है, विश्व कप फाइनल देखना मेरा सपना था. लियोनेल मेसी और किलियन एम्बाप्पे को इतने करीब से खेलते देखना एक अलग अनुभव था. मैंने उन्हें देखकर ही बहुत कुछ सीखा है और यह एक ऐसी चीज है जिसे मैं अपने खेल में जोड़ना चाहूंगी. यह मेरे द्वारा देखे गए सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल मैचों में से एक है.
मुझे उम्मीद है कि जब हम मैदान में उतरेंगे तो इस माहौल का किसी तरह भारत में भी लाया जा सके. कुल मिलाकर भारत में फुटबॉल के विकास की काफी गुंजाइश है. मेरे एक सपने को पूरा करने के लिए मैं एडिडास और अभिषेक शर्मा के 'एथलीट्स टुडे' को धन्यवाद देना चाहती हूं.
प्रश्न: मोरक्को के स्टार अचरफ हकीमी के साथ आपकी बातचीत कैसी रही?
उत्तर: अचरफ हकीमी महान खिलाड़ी हैं. मैं उन्हें लंबे समय से देख रही हूं और उनकी खेल शैली पर नजर रख रही हूं. उनका नियंत्रण, कौशल, जिस तरह से वह मैदान पर और बाहर खुद को नियंत्रित करते हैं, वह मैं खुद में आत्मसात करना चाहती हूं.
प्रश्न: आप रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण से भी मिली, वह अनुभव कैसा रहा?
उत्तर: उनसे मिलकर बहुत अच्छा लगा. रणवीर, दीपिका और मैं सभी एडिडास के ब्रांड एंबेसडर हैं. हम विश्व कप फाइनल के दौरान एक-दूसरे से मिले और उनके साथ अच्छी बातचीत हुई. मैं उनकी बहुत बड़ी प्रशंसक हूं और मुझे आश्चर्य हुआ कि वे मेरे बारे में इतना कुछ जानते हैं.
प्रश्न: आपका आगामी कार्यक्रम क्या है?
उत्तर: अभी मेरा ध्यान महिला लीग पर है जहां मैं गोकुलम केरल एफसी के लिए खेलती हूं. हम टूर्नामेंट में डिफेंडिंग चैंपियन के रूप में उतरेंगे और उम्मीद करते हैं कि हम अपना खिताब बरकरार रखेंगे. हम एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) टूर्नामेंट खेलने और भारत की ओर से ऐसा करने वाली पहली महिला टीम बनने के भी बहुत करीब थे लेकिन अप्रत्याशित परिस्थितियों के कारण वह सपना साकार नहीं हो सका. हम कड़ी मेहनत करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि इस बार सपना सच हो जाए.
प्रश्न: ओलंपिक क्वालीफायर भी नजदीक हैं। इसकी तैयारी कैसी चल रही है?
उत्तर: टोक्यो ओलंपिक में न खेल पाना हमारे लिए दिल तोड़ने वाला था, क्योंकि हम म्यांमार द्वारा 3-3 से ड्रॉ होने के बाद गोल अंतर के कारण 2020 ओलंपिक क्वालीफायर में जगह नहीं बना पाए थे. इस बार हम आखिरी मैच तक अपना 100 प्रतिशत देंगे और कड़ा अभ्यास कर रहे हैं. लक्ष्य पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना है.
(आईएएनएस)