नई दिल्ली: भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया इस महीने के शुरुआत में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटने का फैसला किया था और अपने फैंस से उन्हें सपोर्ट देते रहने के लिए कहा था. ओलंपिक में भारत के लिए मेडल जीतने की सबसे बड़ी उम्मीद बजरंग पुनिया ने गुरुवार को खुलासा करते हुए कहा है कि सोशल मीडिया का नियमित उपयोग उनकी तैयारियों को प्रभावित कर रहा था.
65 किग्रा फ्रीस्टाइल पहलवान बजरंग पुनिया ने आगे कहा कि उनके लिए इस मेगा इवेंट के लिए तैयारी करने से बड़ी चीज अभी कुछ भी नहीं है.
बजरंग पुनिया ने कहा, ''मुझे लगता है कि सोशल मीडिया के कारण मेरी तैयारी में परेशानी हो रही थी और ओलंपिक सबसे बड़ा इवेंट है तो मैंने सोचा कि मुझे मेरा पूरा ध्यान इसकी तैयारियों पर लगानी चाहिए. यदि मैं ओलंपिक में पदक जीतना चाहता हूं तो मुझे खुद को और सभी चीजों से अलग रखना होगा.''
उन्होंने आगे कहा, ''मैं ओलंपिक के बाद भी सोशल मीडिया इस्तेमाल कर सकता हूं. इसलिए अपना समय बर्बाद करने की बजाए मैंने अपनी तैयारियों पर ध्यान लगाने का फैसला किया है.'' हम अतिरिक्त समय में अपनी कमजोरियों पर काम कर सकते हैं.
टोक्यो ओलिंपपिक की तैयारियों में लगे भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने आखिरी 30 सेकेंड में दो अंक बनाकर माटियो पेलिकोन रैंकिंग कुश्ती सीरीज में स्वर्ण पदक जीतकर अपने खिताब का बचाव किया था जिससे उन्होंने अपने वजन वर्ग में फिर से नंबर एक रैंकिंग हासिल कर ली है.
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जनवरी में रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा था कि बजरंग, विनेश फोगट, दीपक पुनिया और रवि कुमार ओलंपिक में पदक जीत सकते हैं.
बजरंग पुनिया ने कहा, ''मैं अपना सर्वश्रेष्ठ कर रहा हूं लेकिन ये करने से ज्यादा कहना आसान है. मेरा ध्यान सिर्फ कठिन मेहनत करने पर है और इसलिए मैं अपने ट्रेनिंग पर ध्यान दे रहा हूं. पहली बार ऐसा हुआ है कि चार पहलवानों ने क्वालीफाई किया है. इसलिए, डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष हमसे पदक की सही उम्मीद कर रहे हैं, क्योंकि हाल में पहलवानों ने शानदार प्रदर्शन किया है.''