नई दिल्ली: साल 2023 में 11 फरवरी को फॉर्मूला ई-रेस का आयोजन किया जाएगा. एफआईए वर्ल्ड मोटर स्पोर्ट काउंसिल द्वारा फॉर्मूला ई चैम्पियनशिप के नौवें सीजन के कैलेंडर जारी किया गए हैं, जिसमें हैदराबाद को इस रेस की मेजबानी मिलने की पुष्टि की गई है.
बता दें, इस साल जनवरी में तेलंगाना सरकार ने संगठन के अधिकारियों के साथ फॉर्मूला ई के आयोजन को लेकर आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए थे. साल 2011 से 2013 के दौरान बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में फॉर्मूला वन रेस की मेजबानी करने के बाद यह भारत में आयोजित होने वाला दूसरा सबसे बड़ा ग्लोबल वर्ल्ड चैम्पियनशिप इवेंट होगा.
फॉर्मूला ई के सह-संस्थापक और मुख्य चैम्पियनशिप अधिकारी अल्बर्टो लोंगो ने कहा, एबीबी एफआईए फॉर्मूला ई वर्ल्ड चैम्पियनशिप का सीजन-9 कैलेंडर अभी तक हमारा सबसे बड़ा और गतिशील रेसिंग शेड्यूल है. मैं इसके शुरू होने के लिए और इंतजार नहीं कर सकता. अगले सीजन में जुलाई 2023 तक 18 रेस देखने का मौका मिलेगा.
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बताते चलें, फॉर्मूला ई-रेस एक इलेक्ट्रिक-पावर्ड सिंगल-सीटर चैम्पियनशिप है, जो साल 2014 में शुरू हुई थी. फिर साल 2020-21 सीजन से एफआईए द्वारा इसे विश्व चैम्पियनशिप का दर्जा दिया गया था. भारत की महिंद्रा रेसिंग साल 2014-15 में चैम्पियनशिप की स्थापना के बाद से ही फॉर्मूला ई का हिस्सा रही है. शुरुआती सीजन में करुण चंडोक एकमात्र भारतीय ड्राइवर रहे हैं, जिन्होंने इसमें भाग लिया था.
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इस साल की शुरुआत में फॉर्मूला ई ने अगले साीजन के लिए एक नई कार का अनावरण किया था. फॉर्मूला ई-रेस को अक्सर 'ई-प्रिक्स' कहा जाता है. दुनिया के कुछ सबसे बड़े शहरों की सड़कों पर इस रेस का आयोजन होता आयास है. फॉर्मूला ई-रेस रेस दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय है और यह इलेक्ट्रिक कारों को बढ़ावा देने का काम करती है.