नई दिल्ली: जर्काता एशिया खेलों के चैंपियन नीरज चोपड़ा सहित अन्य भारतीय भाला फेंक एथलीट कोरोना वायरस के कारण इस महीने ग्रेट ब्रिटेन में होने वाले मुलर ग्रां प्री में हिस्सा नहीं ले सकेंगे.
एक एथलीट ने कहा, "हम लोग ग्रेट ब्रिटेन में हिस्सा नहीं ले सकेंगे क्योंकि भारत में कोरोना की दूसरी लहर के कारण यूरोपियन देश वीजा जारी नहीं कर रहे हैं. भाला फेंक एथलीटों को अप्रैल के अंतिम सप्ताह में तुर्की में ट्रेनिंग के लिए जाना था लेकिन भारतीयों के लिए 15 दिनों के क्वारंटीन नियम के कारण इसे स्थगित करना पड़ा."
ग्रेट ब्रिटेन में होने वाले इवेंट को 23 मई से शुरू होना है. बुधवार को नीरज ने कोरोना महामारी के कारण अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में शामिल नहीं हो पाने को लेकर चिंता जाहिर की थी.
नीरज ने कहा था, "महामारी के कारण हम 2020 में किसी प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले सके थे. कोरोना के कारण इस साल भी हमें टूर्नामेंटों में हिस्सा लेने का ज्यादा अवसर नहीं मिला. अंतरराष्ट्रीय दौरों की कमी से हमें नुकसान हो रहा है."
गेट्सहेड मीट में भाला फेंक इवेंट पुरुष वर्ग के सात इवेंटों में से एक है. अन्य इवेंट में 200 मीटर, 1500 मीटर, 5000 मीटर और 3000 मीटर स्टीपलचेज तथा लंबी कूद इवेंट शामिल हैं.
सभी भारतीय इस डायमंड लीग सीरीज में हिस्सा नहीं ले सकते हैं लेकिन नीरज अपने पिछले प्रदर्शन के आधार पर इसमें हिस्सा ले सकते थे. वह इस सीजन में भी मार्च में उनके द्वारा बनाए गए राष्ट्रीय रिकॉर्ड 88.07 मीटर के कारण इसमें हिस्सा ले सकते थे.
लंबी कूद एथलीट मुरली श्रीशंकर और मध्यम दूरी के धावक अविनाश साब्ले भी इसमें हिस्से ले सकते थे. साब्ले पुरुष 3000 मीटर स्टीपलचेज में टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं.