मुंबई: भारत की महिला फुटबॉल टीम के मुख्य कोच थॉमस डेनेरबी ने बुधवार को एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) को होटल के कर्मचारियों पर कोविड-19 टेस्ट करने में ढिलाई का दोषी ठहराया, जिसके परिणाम स्वरूप उनकी 23 खिलाड़ियों में से 19 खिलाड़ी संक्रमित पाईं गईं और महिला टीम एशियाई कप भारत 2022 से हटने को मजबूर हो गई.
स्वीडन के 62 वर्षीय कोच ने दावा किया कि टीम को होटल के कर्मचारियों से संक्रमण हुआ, जिसे एएफसी ने चुना था. उन्होंने कहा कि होटल के कर्मचारियों की टेस्ट में ढिलाई थी. उन्होंने दावा किया कि एएफसी को कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट मिल गई थी, लेकिन 19 जनवरी को देने से पहले लगभग 48 घंटे तक उस पर बैठे रहे. उन्होंने दावा किया कि होटल के अंदर बायो-बबल में रसोइए और सेवारत स्टाफ सहित सात स्टाफ कोरोना संक्रमित पाए गए थे.
यह भी पढ़ें: Video: हादसे में 6 फैंस की मौत, कुचलने से बच्चों सहित 40 से अधिक घायल
उन्होंने सवाल किया कि एएफसी ने सकारात्मक परीक्षणों के बारे में होटल को रिपोर्ट भेजने में देरी क्यों की. भारत के कोच ने कहा कि उन्हें एएफसी ने उस होटल के लिए निर्देशित किया था और यह कॉन्टिनेंटल निकाय था, जिसने सभी कार्यों को संभाला था. उन्होंने कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार, कर्मचारियों का अधिक नियमित रूप से टेस्ट किया जाना चाहिए था.
डेनेरबी ने एएफसी पर आरोप लगाया कि खिलाड़ियों की भावनाओं का कोई सम्मान नहीं किया और टीम और महासंघ को अंडर-17 टीम से खिलाड़ियों को चीनी ताइपे मैच के लिए एक टीम बनाने की अनुमति नहीं दी.
यह भी पढ़ें: महिला एशियाई कप को लेकर AFC ने अपना रूख किया स्पष्ट
भारत दूसरी बार महिलाओं के लिए शीर्ष एएफसी कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है और क्वॉर्टर फाइनल के लिए क्वॉलीफाई करने और अगले साल होने वाले फीफा महिला विश्व कप में जगह बनाने की उम्मीद कर रहा था. लेकिन उनका अभियान समाप्त हो गया. क्योंकि भारत चीनी ताइपे के खिलाफ अपने दूसरे मैच के लिए आवश्यक 13 खिलाड़ियों को नहीं रख सका.