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'ओलिंपिक क्वॉलिफिकेशन तय करने वाला गोल करना खास अहसास'

भारतीय हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल का मानना है कि टोक्यो ओलिंपिक में क्वॉलिफिकेशन तय करने वाला गोल उनके लिए एक खास अहसास है. भारतीय टीम 18 नवंबर से बेंगलुरू में अभ्यास शिविर में भाग लेगी.

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Published : Nov 11, 2019, 6:46 PM IST

नई दिल्ली : भारतीय हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने सोमवार को कहा कि पिछले तीन साल में महिला टीम के प्रदर्शन को देखते हुए टोक्यो ओलिंपिक में पदक जीतना संभव लगता है. क्वॉलिफायर में रानी के निर्णायक गोल की मदद से भारत ने जीत दर्ज कर ओलिंपिक का टिकट कटाया.

रानी ने भुवनेश्वर में अमेरिका के खिलाफ क्वॉलिफायर मैच में ये गोल किया. भारत ने औसत के आधार पर 6-5 से जीत दर्ज की.

रानी रामपाल
रानी रामपाल
रानी ने कहा, 'मैं अपना संयम बरकरार रखकर गोल करने में कामयाब रही. ये सपने जैसा था जब मैं खुशी के मारे अपनी टीम के गले लग रही थी. जब मैं मैदान पर आई, तब 15 मिनट का खेल बचा था. मैने सोचा कि पिछले तीन साल की मेहनत को हम यूं बर्बाद नहीं होने देंगे. मुझे जब सर्किल के भीतर गेंद मिली तो मुझे पता था कि मेरे आगे जगह है और मैने गेंद पर नियंत्रण बरकरार रखते हुए अपने बेसिक्स पर फोकस किया.'
भारतीय हॉकी टीम
भारतीय हॉकी टीम

ये भी पढ़े- 2023 विश्व कप में अधूरा काम पूरा करने की करेंगे कोशिश : मनप्रीत सिंह

चार साल पहले जब भारतीय महिला हॉकी टीम ने 36 साल बाद रियो ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ किया था, तब भी जापान के खिलाफ जीत में रानी ने अहम भूमिका निभाई थी. रानी ने कहा कि रियो के बाद से उनकी टीम के प्रदर्शन में काफी सुधार आया है.

उन्होंने कहा, 'रियो में हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा लेकिन हमें ओलिंपिक खेलने का अनुभव मिला. फिलहाल टीम में 10 खिलाड़ी हैं, जो रियो में खेल चुके हैं. तब से अब तक हमारे खेल में काफी सुधार आया है और मुझे यकीन है कि हम पदक जीतेंगे.'

भारतीय महिला हॉकी टीम फिलहाल ब्रेक पर है और 18 नवंबर से बेंगलुरू में अभ्यास शिविर में भाग लेगी.

नई दिल्ली : भारतीय हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने सोमवार को कहा कि पिछले तीन साल में महिला टीम के प्रदर्शन को देखते हुए टोक्यो ओलिंपिक में पदक जीतना संभव लगता है. क्वॉलिफायर में रानी के निर्णायक गोल की मदद से भारत ने जीत दर्ज कर ओलिंपिक का टिकट कटाया.

रानी ने भुवनेश्वर में अमेरिका के खिलाफ क्वॉलिफायर मैच में ये गोल किया. भारत ने औसत के आधार पर 6-5 से जीत दर्ज की.

रानी रामपाल
रानी रामपाल
रानी ने कहा, 'मैं अपना संयम बरकरार रखकर गोल करने में कामयाब रही. ये सपने जैसा था जब मैं खुशी के मारे अपनी टीम के गले लग रही थी. जब मैं मैदान पर आई, तब 15 मिनट का खेल बचा था. मैने सोचा कि पिछले तीन साल की मेहनत को हम यूं बर्बाद नहीं होने देंगे. मुझे जब सर्किल के भीतर गेंद मिली तो मुझे पता था कि मेरे आगे जगह है और मैने गेंद पर नियंत्रण बरकरार रखते हुए अपने बेसिक्स पर फोकस किया.'
भारतीय हॉकी टीम
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चार साल पहले जब भारतीय महिला हॉकी टीम ने 36 साल बाद रियो ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ किया था, तब भी जापान के खिलाफ जीत में रानी ने अहम भूमिका निभाई थी. रानी ने कहा कि रियो के बाद से उनकी टीम के प्रदर्शन में काफी सुधार आया है.

उन्होंने कहा, 'रियो में हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा लेकिन हमें ओलिंपिक खेलने का अनुभव मिला. फिलहाल टीम में 10 खिलाड़ी हैं, जो रियो में खेल चुके हैं. तब से अब तक हमारे खेल में काफी सुधार आया है और मुझे यकीन है कि हम पदक जीतेंगे.'

भारतीय महिला हॉकी टीम फिलहाल ब्रेक पर है और 18 नवंबर से बेंगलुरू में अभ्यास शिविर में भाग लेगी.

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'ओलिंपिक क्वॉलिफिकेशन तय करने वाला गोल करना खास अहसास'

 



 भारतीय हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल का मानना है कि टोक्यो ओलिंपिक में क्वॉलिफिकेशन तय करने वाला गोल उनके लिए एक खास अहसास है. भारतीय टीम 18 नवंबर से बेंगलुरू में अभ्यास शिविर में भाग लेगी.





नई दिल्ली : भारतीय हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने सोमवार को कहा कि पिछले तीन साल में महिला टीम के प्रदर्शन को देखते हुए टोक्यो ओलिंपिक में पदक जीतना संभव लगता है. क्वॉलिफायर में रानी के निर्णायक गोल की मदद से भारत ने जीत दर्ज कर ओलिंपिक का टिकट कटाया.

रानी ने भुवनेश्वर में अमेरिका के खिलाफ क्वॉलिफायर मैच में ये गोल किया. भारत ने औसत के आधार पर 6-5 से जीत दर्ज की.

रानी ने कहा, 'मैं अपना संयम बरकरार रखकर गोल करने में कामयाब रही. ये सपने जैसा था जब मैं खुशी के मारे अपनी टीम के गले लग रही थी. जब मैं मैदान पर आई, तब 15 मिनट का खेल बचा था. मैने सोचा कि पिछले तीन साल की मेहनत को हम यूं बर्बाद नहीं होने देंगे. मुझे जब सर्किल के भीतर गेंद मिली तो मुझे पता था कि मेरे आगे जगह है और मैने गेंद पर नियंत्रण बरकरार रखते हुए अपने बेसिक्स पर फोकस किया.'

चार साल पहले जब भारतीय महिला हॉकी टीम ने 36 साल बाद रियो ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ किया था, तब भी जापान के खिलाफ जीत में रानी ने अहम भूमिका निभाई थी. रानी ने कहा कि रियो के बाद से उनकी टीम के प्रदर्शन में काफी सुधार आया है.



उन्होंने कहा, 'रियो में हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा लेकिन हमें ओलिंपिक खेलने का अनुभव मिला. फिलहाल टीम में 10 खिलाड़ी हैं, जो रियो में खेल चुके हैं. तब से अब तक हमारे खेल में काफी सुधार आया है और मुझे यकीन है कि हम पदक जीतेंगे.'

भारतीय महिला हॉकी टीम फिलहाल ब्रेक पर है और 18 नवंबर से बेंगलुरू में अभ्यास शिविर में भाग लेगी.


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