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उम्मीद है कि सीनियर टीम में मेरा चयन होगा : गगनदीप - महिला एशिया कप

गगनदीप कौर ने कहा, "कुछ वर्षो में ही मैंने राष्ट्रीय स्तर पर खेलना शुरु किया. मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा रानी दीदी हैं. उनके इतने करीब से देखने से मेरे जैसे खिलाड़ी का मनोबल बढ़ता है. इसस हमें यह प्रेरणा मिलती है कि हम भी कुछ कर सकते हैं. मेरे नाम लिखी हुई भारतीय जर्सी पहनना मेरा लक्ष्य है."

Gagandeep Kaur
Gagandeep Kaur
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Published : Feb 20, 2021, 9:26 AM IST

बेंगलुरु: भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम की डिफेंडर गगनदीप कौर को उम्मीद है कि उनका जूनियर टीम के साथ सफर खत्म होने से पहले उन्हें भारतीय महिला सीनियर हॉकी टीम में जगह मिल जाएगी. गगनदीप जूनियर महिला एशिया कप की तैयारियां कर रही हैं जिसका आयोजन जापान में 11 से 17 अप्रैल तक होना है.

गगनदीप ने कहा, "मैंने ट्रेनिंग में अपना 100 फीसदी दिया है और मैं हर दिन इसमें सुधार कर रही हूं. मेरा मानना है कि चिली दौरे से हमें यह जानने में मदद मिलेगी कि जूनियर महिला एशिया कप के लिए हमें किन क्षेत्रों में ध्यान केंद्रित करने की जरुरत है. मुझे लगता है कि मानसिक और शारीरिक रूप से मैं ठीक हूं. मुझे उम्मीद है कि जूनियर टीम के साथ मेरा सफर खत्म होने से पहले मेरा चयन सीनियर टीम में होगा."

गगनदीप के दादाजी जागीर सिंह भारतीय सेना में था और 1970 के दशक में अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी थे.

गगनदीप ने कहा, "मेरे दादादी की हमेशा से इच्छा थी कि उनके अलावा परिवार से कोई खेल में जाए, लेकिन मेरे पिता ब्रिटेन चले गए जबकि मेरे अंकल ने एथलेटिक्स में भाग्य आजमाया लेकिन उस मुकाम तक नहीं पहुंच सके. उनकी सारी उम्मीदें मेरे पर थी. मैंने स्कूल से हॉकी खेलना शुरु किया, इसके बाद साहिबाबाद में हॉकी अकादमी में शामिल हुई."

उन्होंने कहा, "कुछ वर्षो में ही मैंने राष्ट्रीय स्तर पर खेलना शुरु किया. मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा रानी दीदी हैं. उनके इतने करीब से देखने से मेरे जैसे खिलाड़ी का मनोबल बढ़ता है. इसस हमें यह प्रेरणा मिलती है कि हम भी कुछ कर सकते हैं. मेरे नाम लिखी हुई भारतीय जर्सी पहनना मेरा लक्ष्य है."

राउरकेला में नवीन पटनायक ने देश के सबसे बड़े हॉकी स्टेडियम का शिलान्यास किया

21 वर्षीय गगनदीप 2016 जूनियर एशिया कप में कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थीं. इसके अलावा वह 2019 में हुए अंडर-21 अंतरराष्ट्रीय चार देशों के टूर्नामेंट और ऑस्ट्रेलिया में तीन देशों के टूर्नामेंट में टीम का हिस्सा रहीं थीं.

गगनदीप ने कहा, "मेरे लिए आयरलैंड में हुए अंडर-21 चार देशों का टूर्नामेंट सबसे यादगार लम्हा है क्योंकि इसके फाइनल में मैंने मैच विजयी गोल किया था. इस गोल को मैं पूरे जीवन नहीं भूल सकती."

बेंगलुरु: भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम की डिफेंडर गगनदीप कौर को उम्मीद है कि उनका जूनियर टीम के साथ सफर खत्म होने से पहले उन्हें भारतीय महिला सीनियर हॉकी टीम में जगह मिल जाएगी. गगनदीप जूनियर महिला एशिया कप की तैयारियां कर रही हैं जिसका आयोजन जापान में 11 से 17 अप्रैल तक होना है.

गगनदीप ने कहा, "मैंने ट्रेनिंग में अपना 100 फीसदी दिया है और मैं हर दिन इसमें सुधार कर रही हूं. मेरा मानना है कि चिली दौरे से हमें यह जानने में मदद मिलेगी कि जूनियर महिला एशिया कप के लिए हमें किन क्षेत्रों में ध्यान केंद्रित करने की जरुरत है. मुझे लगता है कि मानसिक और शारीरिक रूप से मैं ठीक हूं. मुझे उम्मीद है कि जूनियर टीम के साथ मेरा सफर खत्म होने से पहले मेरा चयन सीनियर टीम में होगा."

गगनदीप के दादाजी जागीर सिंह भारतीय सेना में था और 1970 के दशक में अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी थे.

गगनदीप ने कहा, "मेरे दादादी की हमेशा से इच्छा थी कि उनके अलावा परिवार से कोई खेल में जाए, लेकिन मेरे पिता ब्रिटेन चले गए जबकि मेरे अंकल ने एथलेटिक्स में भाग्य आजमाया लेकिन उस मुकाम तक नहीं पहुंच सके. उनकी सारी उम्मीदें मेरे पर थी. मैंने स्कूल से हॉकी खेलना शुरु किया, इसके बाद साहिबाबाद में हॉकी अकादमी में शामिल हुई."

उन्होंने कहा, "कुछ वर्षो में ही मैंने राष्ट्रीय स्तर पर खेलना शुरु किया. मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा रानी दीदी हैं. उनके इतने करीब से देखने से मेरे जैसे खिलाड़ी का मनोबल बढ़ता है. इसस हमें यह प्रेरणा मिलती है कि हम भी कुछ कर सकते हैं. मेरे नाम लिखी हुई भारतीय जर्सी पहनना मेरा लक्ष्य है."

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21 वर्षीय गगनदीप 2016 जूनियर एशिया कप में कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थीं. इसके अलावा वह 2019 में हुए अंडर-21 अंतरराष्ट्रीय चार देशों के टूर्नामेंट और ऑस्ट्रेलिया में तीन देशों के टूर्नामेंट में टीम का हिस्सा रहीं थीं.

गगनदीप ने कहा, "मेरे लिए आयरलैंड में हुए अंडर-21 चार देशों का टूर्नामेंट सबसे यादगार लम्हा है क्योंकि इसके फाइनल में मैंने मैच विजयी गोल किया था. इस गोल को मैं पूरे जीवन नहीं भूल सकती."

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