नई दिल्ली : भारतीय हॉकी टीम के ड्रैग फ्लिकर वरुण कुमार ने कहा कि घातक कोविड-19 वायरस से संक्रमित होने का अहसास उनके करियर की अन्य चुनौतियों से भिन्न था और उन्हें खुशी है कि वह इससे बाहर निकलने में सफल रहे.
वरुण राष्ट्रीय हॉकी टीम के उन छह खिलाड़ियों में शामिल थे जिन्हें अगस्त में बेंगलुरू स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) परिसर में कोरोनावायरस के लिए पॉजीटिव पाया गया था. ये सभी खिलाड़ी इस बीमारी से उभरने में सफल रहे.
इस युवा खिलाड़ी ने कहा, "एक खिलाड़ी के रूप में आपको अपने करियर में कई चुनौतियों का सामना करना होता है. उतार चढ़ाव आते हैं, जब आप गोल नहीं कर पाते हो तो हताशा होती है, हार पर निराशा होती है और जीत पर खुशी लेकिन कोविड-19 के लिए पॉजीटिव पाए जाने का अहसास किसी भी अन्य से भिन्न था."
पंजाब के इस डिफेंडर ने कहा, "मुझे अहसास हुआ कि मेरे इर्द गिर्द रहने वालों के प्रति मेरी नैतिक जिम्मेदारी है ताकि यह बीमारी किसी अन्य तक नहीं पहुंचे. मुझे खुशी है कि हम सभी इस बीमारी से पार पाने में सफल रहे."
वरुण कुमार 2016 में एफआईएच जूनियर विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे. उन्होंने कहा कि साई और हॉकी इंडिया ने सुनिचित किया कि कोविड-19 से जुड़े दिशानिर्देशों का खिलाड़ी अच्छी तरह से पालन करें.
उन्होंने कहा, "हॉकी इंडिया और साइ ने हमें इस चुनौती से निबटने के लिए सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं उपलब्ध करायी. उनके प्रयासों से ही हम इस तूफान से बाहर निकलने में सफल रहे."