बेंगलुरू : भारतीय पुरुष हॉकी टीम के डिफेंडर बीरेंद्र लाकड़ा ने कहा है कि कोच ग्राहम रीड का मानना है कि अच्छे डिफेंस से भी मैच और टूर्नामेंट जीते जा सकते हैं. कोच रीड ज्यादातर आक्रामक हॉकी खेलना पसंद करते हैं. लेकिन टीम ने पिछली बार एफआईएच प्रो हॉकी लीग के मैचों में बेहतरीन डिफेंस का प्रदर्शन किया था और तब से ही वो डिफेंस पर भी ध्यान देने लगे है. भारतीय टीम इस समय बेंगलुरु के साई सेंटर स्थित कैम्प में अभ्यास कर रही है.
लाकड़ा ने कहा,"कैंप में ग्राहम हमें बताते हैं कि मजबूत डिफेंस लाइन से ना केवल मैच जीते जा सकते हैं बल्कि हम टूर्नामेंट भी जीत सकते हैं. अतीत में हम कई बार मैच के अंतिम क्षणों में आकर डिफेंस में फिसल चुके हैं. लेकिन मेरा मानना है कि हमने पिछले कई महीनों के दौरान इसमें सुधार किया है और अब तो कोच भी अकसर कहते हैं कि हमारी डिफेंस फॉरवर्ड लाइन के साथ शुरू होगी."
लाकड़ा घुटने की चोट के कारण रियो ओलंपिक-2016 में नहीं खेल पाए थे. लेकिन उन्हें उम्मीद है कि इस बार टोक्यो ओलंपिक के लिए भारतीय टीम में जगह बना सकते हैं.
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लाकड़ा ने कहा,"मैं टीम में अनुभवी डिफेंडर हो सकता हूं, लेकिन मैं टीम में खुद की जगह होने की गारंटी नहीं ले सकता. टोक्यो ओलंपिक के लिए हम में से प्रत्येक को टीम में जगह बनाना पड़ेगी और इसका मतलब है कि हमें ट्रेनिंग और मैचों में अपना शतप्रतिशत देना होगा. चोट के कारण मैं रियो ओलंपिक में नहीं खेल सका था, लेकिन इस बार टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ हॉकी खेलने के लिए मैं कड़ी मेहनत कर रहा हूं."