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कौन होगा जर्मन क्लब बायर्न म्यूनिख का अगला 'बॉस'

बायर्न म्यूनिख ने बीते साल निको कोवाक को अपना मुख्य कोच नियुक्त किया था लेकिन उनकी नए कोच की खोज अभी जारी है.

Bayern Munich
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Published : Nov 8, 2019, 7:38 PM IST

नई दिल्ली : जर्मन लीग (बुंडेसलीगा) चैम्पियन बायर्न म्यूनिख ने पिछले साल निको कोवाक को अपना मुख्य कोच नियुक्त किया था. उनके देखरेख में टीम की शुरुआत खराब रही और चैम्पियंस लीग जैसे बड़े टूर्नामेंट में भी टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, लेकिन जैसे - तैसे टीम बुंडेसलीगा का खिताब जीतने में कामयाब रही.

बायर्न म्यूनिख, Bayern Munich
बायर्न म्यूनिख का लोगो

इस सीजन चैम्पियंस लीग में अबतक टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा है, लेकिन लीग में टीम मुश्किलों में दिख रही है. टीम 18 अंकों के साथ चौथे पायदान पर है और आईट्रैक्ट फ्रैंकफर्ट के खिलाफ शनिवार को 10वें दौर के मैच में मिली 5-1 की करारी हार के बाद बायर्न ने कोवाक को भी बर्खास्त कर दिया है.

बायर्न दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्लबों में से एक है और ऐसे समय में जब जोस मोरिन्हो और आर्सेन वेंगर जैसे महान कोच किसी टीम से जुड़े नहीं है ये देखना दिलचस्प होगा कि जर्मन क्लब आने वाले समय में किसे अपना मुख्य कोच नियुक्त करता है.

इस रेस में सबसे पहला नाम आर्सेन वेंगर का आ रहा है. लगभग सभी प्रमुख यूरोपीय अखबरों ने इस तरफ इशारा किया है कि वेंगर इस सीजन जर्मन क्लब की बागडोर संभाल सकते हैं. हालांकि, वेंगर ने ये जरूर कहा है कि उन्होंने अभी तक क्लब के प्रतिनिधियों से बात नहीं की है.

फुटबॉल की दुनिया में वेंगर का नाम बहुत सम्मान से लिया जाता है. वह 22 साल तक इंग्लैंड के शीर्ष क्लबों में से एक आर्सेनल के कोच रहे और टीम को कई ट्रॉफियां दिलाई. उन्होंने 2017-18 सीजन के बाद क्लब को अलविदा कहा था.

70 वर्षीय वेंगर का अनुभव बायर्न के लिए बहुत फायदेमंद होगा, लेकिन उनकी उम्र बायर्न को अपना निर्णय लेने से पहले सोचने पर मजबूर कर सकती है. बायर्न की प्राथमिकता हमेशा से चैम्पियंस लीग खिताब जीतने की रही है और इस प्रतियोगिता में वेंगर का रिकॉर्ड उतना प्रभावशाली नहीं रहा है.

वेंगर के चिर-प्रतिद्वंद्वी कहे जाने वाले मोरिन्हो का नाम भी इस नौकरी के लिए आगे चल रहा है. 2018-19 सीजन के बीच में मोरन्हो को मैनचेस्टर युनाइटेड ने बर्खास्त कर दिया और तब से वह नए क्लब की तलाश कर हैं.

मोरिन्हो ने अपने कोचिंग करियर में लगभग हर खिताब जीता है। वह चेल्सी, रियल मेड्रिड और इंटर मिलान जैसे बड़े क्लबों के मुख्य कोच रह चुके हैं और सभी टीमों के साथ बड़े टूर्नामेंट जीते हैं। हालांकि, कई क्लबों में उनके सीनियर खिलाड़ियों से संबंध अच्छे नहीं रहे हैं और यह बायर्न के बड़ी मुश्किलें पैदा कर सकती है क्योंकि जर्मन क्लब में अभी भी ज्यादा संख्या सीनियर खिलाड़ियों की ही है.

इन दोनों के साथ ही इटेलिन चैम्पियन युवेंटस के पूर्व कोच मासिमिलियानो एलेग्री भी नई टीम की तलाश कर रहे हैं और वह बायर्न का मुख्य कोच बनने के भी प्रबल दावेदार हैं. एलेग्री का सीवी भी दमदार है क्योंकि वह एसी मिलान और युवेंटस के साथ कई खिताब जीत चुके हैं.

हालांकि, एलेग्री की फुटबॉलिंग फिलॉसफी बायर्न से थोड़ी अलग है. एलेग्री पहले अपनी डिफेंस मजबूत करते और फिर अटैक करने की सोचते हैं जबकि बायर्न की टीम अटैकिंग फुटबॉल खेलने और ज्यादा से ज्यादा गोल करने के लिए जानी जाती है. इस सीजन जर्मन क्लब का डिफेंस भी कमजोर है.

अजाक्स ने पिछले सीजन चैम्पियंस लीग के सेमीफाइनल में प्रवेश करके सबको चौंका दिया था. नीदरलैंड्स के क्लब ने रियल मेड्रिड और जुवेंतस जैसे दिग्गज क्लबों को टूर्नामेंट में मात दी. टीम की इस सफलता में मुख्य कोच एरिक टेन हैग की बड़ी भूमिका रही और वह भी बायर्न का कोच बन सकते हैं.

एरिक हालांकि, अभी भी अजाक्स के कोच है और टीम इस सीजन भी दमदार प्रदर्शन कर रही है. ऐसे में उनका जर्मन क्लब से जुड़ना मुश्किल हो सकता है. वो 2013 में बायर्न की सेकेंड टीम के मुख्य कोच थे और यह चीज उनके पक्ष में काम कर सकती है.

कोच की रेस में एक जर्मन नाम भी शामिल है जोकि राल्फ रैंगनिक का है. राल्फ को जर्मन लीग में कोचिंग का काफी अनुभव है. वो स्टुटगार्ट, हॉफेनहाइम, शाल्के, हैनोवर और आरबी लाइप्जिग के मुख्य कोच रह चुके हैं.

उनके मार्गदर्शन में लाइप्जिग बुन्डेसलीगा में तीसरे पायदान पर रही थी, लेकिन यूरोपा लीग में टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था. अनुभव भले ही उनके साथ हो, लेकिन वह पहले कभी बायर्न जैसी बड़ी टीम के कोच नहीं रहे हैं और शीर्ष पर सफलता की कमी उन्हें रेस में पीछे कर सकती है.

नई दिल्ली : जर्मन लीग (बुंडेसलीगा) चैम्पियन बायर्न म्यूनिख ने पिछले साल निको कोवाक को अपना मुख्य कोच नियुक्त किया था. उनके देखरेख में टीम की शुरुआत खराब रही और चैम्पियंस लीग जैसे बड़े टूर्नामेंट में भी टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, लेकिन जैसे - तैसे टीम बुंडेसलीगा का खिताब जीतने में कामयाब रही.

बायर्न म्यूनिख, Bayern Munich
बायर्न म्यूनिख का लोगो

इस सीजन चैम्पियंस लीग में अबतक टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा है, लेकिन लीग में टीम मुश्किलों में दिख रही है. टीम 18 अंकों के साथ चौथे पायदान पर है और आईट्रैक्ट फ्रैंकफर्ट के खिलाफ शनिवार को 10वें दौर के मैच में मिली 5-1 की करारी हार के बाद बायर्न ने कोवाक को भी बर्खास्त कर दिया है.

बायर्न दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्लबों में से एक है और ऐसे समय में जब जोस मोरिन्हो और आर्सेन वेंगर जैसे महान कोच किसी टीम से जुड़े नहीं है ये देखना दिलचस्प होगा कि जर्मन क्लब आने वाले समय में किसे अपना मुख्य कोच नियुक्त करता है.

इस रेस में सबसे पहला नाम आर्सेन वेंगर का आ रहा है. लगभग सभी प्रमुख यूरोपीय अखबरों ने इस तरफ इशारा किया है कि वेंगर इस सीजन जर्मन क्लब की बागडोर संभाल सकते हैं. हालांकि, वेंगर ने ये जरूर कहा है कि उन्होंने अभी तक क्लब के प्रतिनिधियों से बात नहीं की है.

फुटबॉल की दुनिया में वेंगर का नाम बहुत सम्मान से लिया जाता है. वह 22 साल तक इंग्लैंड के शीर्ष क्लबों में से एक आर्सेनल के कोच रहे और टीम को कई ट्रॉफियां दिलाई. उन्होंने 2017-18 सीजन के बाद क्लब को अलविदा कहा था.

70 वर्षीय वेंगर का अनुभव बायर्न के लिए बहुत फायदेमंद होगा, लेकिन उनकी उम्र बायर्न को अपना निर्णय लेने से पहले सोचने पर मजबूर कर सकती है. बायर्न की प्राथमिकता हमेशा से चैम्पियंस लीग खिताब जीतने की रही है और इस प्रतियोगिता में वेंगर का रिकॉर्ड उतना प्रभावशाली नहीं रहा है.

वेंगर के चिर-प्रतिद्वंद्वी कहे जाने वाले मोरिन्हो का नाम भी इस नौकरी के लिए आगे चल रहा है. 2018-19 सीजन के बीच में मोरन्हो को मैनचेस्टर युनाइटेड ने बर्खास्त कर दिया और तब से वह नए क्लब की तलाश कर हैं.

मोरिन्हो ने अपने कोचिंग करियर में लगभग हर खिताब जीता है। वह चेल्सी, रियल मेड्रिड और इंटर मिलान जैसे बड़े क्लबों के मुख्य कोच रह चुके हैं और सभी टीमों के साथ बड़े टूर्नामेंट जीते हैं। हालांकि, कई क्लबों में उनके सीनियर खिलाड़ियों से संबंध अच्छे नहीं रहे हैं और यह बायर्न के बड़ी मुश्किलें पैदा कर सकती है क्योंकि जर्मन क्लब में अभी भी ज्यादा संख्या सीनियर खिलाड़ियों की ही है.

इन दोनों के साथ ही इटेलिन चैम्पियन युवेंटस के पूर्व कोच मासिमिलियानो एलेग्री भी नई टीम की तलाश कर रहे हैं और वह बायर्न का मुख्य कोच बनने के भी प्रबल दावेदार हैं. एलेग्री का सीवी भी दमदार है क्योंकि वह एसी मिलान और युवेंटस के साथ कई खिताब जीत चुके हैं.

हालांकि, एलेग्री की फुटबॉलिंग फिलॉसफी बायर्न से थोड़ी अलग है. एलेग्री पहले अपनी डिफेंस मजबूत करते और फिर अटैक करने की सोचते हैं जबकि बायर्न की टीम अटैकिंग फुटबॉल खेलने और ज्यादा से ज्यादा गोल करने के लिए जानी जाती है. इस सीजन जर्मन क्लब का डिफेंस भी कमजोर है.

अजाक्स ने पिछले सीजन चैम्पियंस लीग के सेमीफाइनल में प्रवेश करके सबको चौंका दिया था. नीदरलैंड्स के क्लब ने रियल मेड्रिड और जुवेंतस जैसे दिग्गज क्लबों को टूर्नामेंट में मात दी. टीम की इस सफलता में मुख्य कोच एरिक टेन हैग की बड़ी भूमिका रही और वह भी बायर्न का कोच बन सकते हैं.

एरिक हालांकि, अभी भी अजाक्स के कोच है और टीम इस सीजन भी दमदार प्रदर्शन कर रही है. ऐसे में उनका जर्मन क्लब से जुड़ना मुश्किल हो सकता है. वो 2013 में बायर्न की सेकेंड टीम के मुख्य कोच थे और यह चीज उनके पक्ष में काम कर सकती है.

कोच की रेस में एक जर्मन नाम भी शामिल है जोकि राल्फ रैंगनिक का है. राल्फ को जर्मन लीग में कोचिंग का काफी अनुभव है. वो स्टुटगार्ट, हॉफेनहाइम, शाल्के, हैनोवर और आरबी लाइप्जिग के मुख्य कोच रह चुके हैं.

उनके मार्गदर्शन में लाइप्जिग बुन्डेसलीगा में तीसरे पायदान पर रही थी, लेकिन यूरोपा लीग में टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था. अनुभव भले ही उनके साथ हो, लेकिन वह पहले कभी बायर्न जैसी बड़ी टीम के कोच नहीं रहे हैं और शीर्ष पर सफलता की कमी उन्हें रेस में पीछे कर सकती है.

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कौन होगा जर्मन क्लब बायर्न म्यूनिख का अगला 'बॉस'



 



नई दिल्ली : जर्मन लीग (बुंडेसलीगा) चैम्पियन बायर्न म्यूनिख ने पिछले साल निको कोवाक को अपना मुख्य कोच नियुक्त किया था. उनके देखरेख में टीम की शुरुआत खराब रही और चैम्पियंस लीग जैसे बड़े टूर्नामेंट में भी टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, लेकिन जैसे - तैसे टीम बुंडेसलीगा का खिताब जीतने में कामयाब रही.



इस सीजन चैम्पियंस लीग में अबतक टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा है, लेकिन लीग में टीम मुश्किलों में दिख रही है. टीम 18 अंकों के साथ चौथे पायदान पर है और आईट्रैक्ट फ्रैंकफर्ट के खिलाफ शनिवार को 10वें दौर के मैच में मिली 5-1 की करारी हार के बाद बायर्न ने कोवाक को भी बर्खास्त कर दिया है.



बायर्न दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्लबों में से एक है और ऐसे समय में जब जोस मोरिन्हो और आर्सेन वेंगर जैसे महान कोच किसी टीम से जुड़े नहीं है ये देखना दिलचस्प होगा कि जर्मन क्लब आने वाले समय में किसे अपना मुख्य कोच नियुक्त करता है.



इस रेस में सबसे पहला नाम आर्सेन वेंगर का आ रहा है. लगभग सभी प्रमुख यूरोपीय अखबरों ने इस तरफ इशारा किया है कि वेंगर इस सीजन जर्मन क्लब की बागडोर संभाल सकते हैं. हालांकि, वेंगर ने ये जरूर कहा है कि उन्होंने अभी तक क्लब के प्रतिनिधियों से बात नहीं की है.



फुटबॉल की दुनिया में वेंगर का नाम बहुत सम्मान से लिया जाता है. वह 22 साल तक इंग्लैंड के शीर्ष क्लबों में से एक आर्सेनल के कोच रहे और टीम को कई ट्रॉफियां दिलाई. उन्होंने 2017-18 सीजन के बाद क्लब को अलविदा कहा था.



70 वर्षीय वेंगर का अनुभव बायर्न के लिए बहुत फायदेमंद होगा, लेकिन उनकी उम्र बायर्न को अपना निर्णय लेने से पहले सोचने पर मजबूर कर सकती है. बायर्न की प्राथमिकता हमेशा से चैम्पियंस लीग खिताब जीतने की रही है और इस प्रतियोगिता में वेंगर का रिकॉर्ड उतना प्रभावशाली नहीं रहा है.



वेंगर के चिर-प्रतिद्वंद्वी कहे जाने वाले मोरिन्हो का नाम भी इस नौकरी के लिए आगे चल रहा है. 2018-19 सीजन के बीच में मोरन्हो को मैनचेस्टर युनाइटेड ने बर्खास्त कर दिया और तब से वह नए क्लब की तलाश कर हैं.



मोरिन्हो ने अपने कोचिंग करियर में लगभग हर खिताब जीता है। वह चेल्सी, रियल मेड्रिड और इंटर मिलान जैसे बड़े क्लबों के मुख्य कोच रह चुके हैं और सभी टीमों के साथ बड़े टूर्नामेंट जीते हैं। हालांकि, कई क्लबों में उनके सीनियर खिलाड़ियों से संबंध अच्छे नहीं रहे हैं और यह बायर्न के बड़ी मुश्किलें पैदा कर सकती है क्योंकि जर्मन क्लब में अभी भी ज्यादा संख्या सीनियर खिलाड़ियों की ही है.



इन दोनों के साथ ही इटेलिन चैम्पियन युवेंटस के पूर्व कोच मासिमिलियानो एलेग्री भी नई टीम की तलाश कर रहे हैं और वह बायर्न का मुख्य कोच बनने के भी प्रबल दावेदार हैं. एलेग्री का सीवी भी दमदार है क्योंकि वह एसी मिलान और युवेंटस के साथ कई खिताब जीत चुके हैं.



हालांकि, एलेग्री की फुटबॉलिंग फिलॉसफी बायर्न से थोड़ी अलग है. एलेग्री पहले अपनी डिफेंस मजबूत करते और फिर अटैक करने की सोचते हैं जबकि बायर्न की टीम अटैकिंग फुटबॉल खेलने और ज्यादा से ज्यादा गोल करने के लिए जानी जाती है. इस सीजन जर्मन क्लब का डिफेंस भी कमजोर है.



अजाक्स ने पिछले सीजन चैम्पियंस लीग के सेमीफाइनल में प्रवेश करके सबको चौंका दिया था. नीदरलैंड्स के क्लब ने रियल मेड्रिड और जुवेंतस जैसे दिग्गज क्लबों को टूर्नामेंट में मात दी. टीम की इस सफलता में मुख्य कोच एरिक टेन हैग की बड़ी भूमिका रही और वह भी बायर्न का कोच बन सकते हैं.



एरिक हालांकि, अभी भी अजाक्स के कोच है और टीम इस सीजन भी दमदार प्रदर्शन कर रही है. ऐसे में उनका जर्मन क्लब से जुड़ना मुश्किल हो सकता है. वो 2013 में बायर्न की सेकेंड टीम के मुख्य कोच थे और यह चीज उनके पक्ष में काम कर सकती है.



कोच की रेस में एक जर्मन नाम भी शामिल है जोकि राल्फ रैंगनिक का है. राल्फ को जर्मन लीग में कोचिंग का काफी अनुभव है. वो स्टुटगार्ट, हॉफेनहाइम, शाल्के, हैनोवर और आरबी लाइप्जिग के मुख्य कोच रह चुके हैं.



उनके मार्गदर्शन में लाइप्जिग बुन्डेसलीगा में तीसरे पायदान पर रही थी, लेकिन यूरोपा लीग में टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था. अनुभव भले ही उनके साथ हो, लेकिन वह पहले कभी बायर्न जैसी बड़ी टीम के कोच नहीं रहे हैं और शीर्ष पर सफलता की कमी उन्हें रेस में पीछे कर सकती है.


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