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कोच स्टीमाक की बात से सहमत कप्तान सुनील छेत्री, कहा- खिलाड़ियों को कैम्प में ज्यादा समय बिताना चाहिए

भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री का मानना है कि कैम्प ज्यादा से ज्यादा दिनों तक चलना चाहिए ताकि खिलाड़ियों को इससे फायदा मिल सके.

Sunil Chhetri
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Published : Oct 30, 2019, 8:22 PM IST

नई दिल्ली : भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री का मानना है कि घर से बाहर मैच खेलने से पहले टीम का कैम्प ज्यादा से ज्यादा दिनों तक चलना चाहिए ताकि खिलाड़ियों को इससे फायदा मिल सके.

भारतीय फुटबॉल टीम को विश्व कप क्वालीफायर के तहत अपने अगले दोनों मैच घर से बाहर खेलने हैं. इनमें टीम का पहला मैच 14 नवंबर से अफगानिस्तान से और दूसरा मैच 19 नवंबर को ओमान के खिलाफ होने हैं.

igor stimac, ISL, Sunl chhetri
कोच स्टीमाक

भारतीय फुटबॉल टीम मुख्य कोच इगोर स्टीमाक ने विश्व कप क्वालीफायर में आगे होने वाले मैचों से पहले खिलाड़ियों के राष्ट्रीय कैम्प से बाहर रहने को लेकर अपनी चिंता जताई थी. अब छेत्री का मानना है कि राष्ट्रीय कैम्प का ज्यादा लंबा न होने के कारण खिलाड़ियों की फिटनेस पर इसका प्रभाव पड़ता है.

छेत्री ने बुधवार को एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, "मुझे विश्वास है कि स्टीमाक और ज्यादा दिन (कैम्प में) चाहते थे. अगर हमारे पास छह-सात दिन और होते तो यह अच्छा होता क्योंकि हम घर से बाहर खेल रहे हैं."

उन्होंने कहा, "मैं ज्यादा इस पर बोलना नहीं चाहता। जब भी हमें भी बुलाया जाता है तो हम जल्दी पहुंचने की कोशिश करते हैं और मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करते हैं. जब आप बाहर दौरा करते और मैच खेलने जाते हैं और अगर आपके पास छह-सात दिन ज्यादा होता है तो आपको वहां की परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढालने में मदद मिलती है."

विश्व कप क्वालीफायर में भारतीय टीम इससे पहले एशियन चैंपियन कतर से गोलरहित ड्रा और बांग्लाादेश से 1-1 का ड्रॉ खेल चुकी हैं.

कप्तान छेत्री ने कहा, "बांग्लादेश के खिलाफ हमारी फिटनेस में कोई दिक्कत नहीं थी। हम बहुत फिट थे. कतर के खिलाफ आपने देखा कि हमने किस स्तर का प्रदर्शन किया. वहां भी फिटनेस हमारे लिए कोई समस्या नहीं थी. हमारी समस्या यह रही कि हमने कई मौके गंवाए. मुझे, उदांता और मानवीर जैसे अन्य खिलाड़ियों को बेहतर करना चाहिए था. हमें यह मैच जीतना चाहिए था, लेकिन दुर्भाग्यवश ने हमने दो अंक गंवा दिए."

छेत्री की कप्तानी वाली मौजूदा चैंपियन बेंगलुरू एफसी ने हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के छठे सीजन में अब तक दोनों मुकाबले ड्रॉ खेले हैं.

ये पूछे जाने पर क्या टीम इस सीजन में अपना खिताब बचा पाएगी, कप्तान ने कहा, "हमने अब तक दो मैच ड्रॉ खेले हैं. हम मजबूती से वापसी करेंगे और आखिरी मैच तक खिताब बचाने के लिए लड़ेंगे. मैं अपनी टीम का समर्थन करता हूं. पिछले छह वर्षो में हमने बहुत अच्छा किया है और मुझे उम्मीद है कि हम इस बार भी बेहतर करेंगे और खिताब बचाने में सफल रहेंगे."

नई दिल्ली : भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री का मानना है कि घर से बाहर मैच खेलने से पहले टीम का कैम्प ज्यादा से ज्यादा दिनों तक चलना चाहिए ताकि खिलाड़ियों को इससे फायदा मिल सके.

भारतीय फुटबॉल टीम को विश्व कप क्वालीफायर के तहत अपने अगले दोनों मैच घर से बाहर खेलने हैं. इनमें टीम का पहला मैच 14 नवंबर से अफगानिस्तान से और दूसरा मैच 19 नवंबर को ओमान के खिलाफ होने हैं.

igor stimac, ISL, Sunl chhetri
कोच स्टीमाक

भारतीय फुटबॉल टीम मुख्य कोच इगोर स्टीमाक ने विश्व कप क्वालीफायर में आगे होने वाले मैचों से पहले खिलाड़ियों के राष्ट्रीय कैम्प से बाहर रहने को लेकर अपनी चिंता जताई थी. अब छेत्री का मानना है कि राष्ट्रीय कैम्प का ज्यादा लंबा न होने के कारण खिलाड़ियों की फिटनेस पर इसका प्रभाव पड़ता है.

छेत्री ने बुधवार को एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, "मुझे विश्वास है कि स्टीमाक और ज्यादा दिन (कैम्प में) चाहते थे. अगर हमारे पास छह-सात दिन और होते तो यह अच्छा होता क्योंकि हम घर से बाहर खेल रहे हैं."

उन्होंने कहा, "मैं ज्यादा इस पर बोलना नहीं चाहता। जब भी हमें भी बुलाया जाता है तो हम जल्दी पहुंचने की कोशिश करते हैं और मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करते हैं. जब आप बाहर दौरा करते और मैच खेलने जाते हैं और अगर आपके पास छह-सात दिन ज्यादा होता है तो आपको वहां की परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढालने में मदद मिलती है."

विश्व कप क्वालीफायर में भारतीय टीम इससे पहले एशियन चैंपियन कतर से गोलरहित ड्रा और बांग्लाादेश से 1-1 का ड्रॉ खेल चुकी हैं.

कप्तान छेत्री ने कहा, "बांग्लादेश के खिलाफ हमारी फिटनेस में कोई दिक्कत नहीं थी। हम बहुत फिट थे. कतर के खिलाफ आपने देखा कि हमने किस स्तर का प्रदर्शन किया. वहां भी फिटनेस हमारे लिए कोई समस्या नहीं थी. हमारी समस्या यह रही कि हमने कई मौके गंवाए. मुझे, उदांता और मानवीर जैसे अन्य खिलाड़ियों को बेहतर करना चाहिए था. हमें यह मैच जीतना चाहिए था, लेकिन दुर्भाग्यवश ने हमने दो अंक गंवा दिए."

छेत्री की कप्तानी वाली मौजूदा चैंपियन बेंगलुरू एफसी ने हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के छठे सीजन में अब तक दोनों मुकाबले ड्रॉ खेले हैं.

ये पूछे जाने पर क्या टीम इस सीजन में अपना खिताब बचा पाएगी, कप्तान ने कहा, "हमने अब तक दो मैच ड्रॉ खेले हैं. हम मजबूती से वापसी करेंगे और आखिरी मैच तक खिताब बचाने के लिए लड़ेंगे. मैं अपनी टीम का समर्थन करता हूं. पिछले छह वर्षो में हमने बहुत अच्छा किया है और मुझे उम्मीद है कि हम इस बार भी बेहतर करेंगे और खिताब बचाने में सफल रहेंगे."

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कोच स्टीमाक की बात से सहमत कप्तान सुनील छेत्री, कहा- खिलाड़ियों को कैम्प में ज्यादा समय बिताना चाहिए  



नई दिल्ली : भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री का मानना है कि घर से बाहर मैच खेलने से पहले टीम का कैम्प ज्यादा से ज्यादा दिनों तक चलना चाहिए ताकि खिलाड़ियों को इससे फायदा मिल सके.



भारतीय फुटबॉल टीम को विश्व कप क्वालीफायर के तहत अपने अगले दोनों मैच घर से बाहर खेलने हैं. इनमें टीम का पहला मैच 14 नवंबर से अफगानिस्तान से और दूसरा मैच 19 नवंबर को ओमान के खिलाफ होने हैं.



भारतीय फुटबॉल टीम मुख्य कोच इगोर स्टीमाक ने विश्व कप क्वालीफायर में आगे होने वाले मैचों से पहले खिलाड़ियों के राष्ट्रीय कैम्प से बाहर रहने को लेकर अपनी चिंता जताई थी. अब छेत्री का मानना है कि राष्ट्रीय कैम्प का ज्यादा लंबा न होने के कारण खिलाड़ियों की फिटनेस पर इसका प्रभाव पड़ता है.



छेत्री ने बुधवार को एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, "मुझे विश्वास है कि स्टीमाक और ज्यादा दिन (कैम्प में) चाहते थे. अगर हमारे पास छह-सात दिन और होते तो यह अच्छा होता क्योंकि हम घर से बाहर खेल रहे हैं."



उन्होंने कहा, "मैं ज्यादा इस पर बोलना नहीं चाहता। जब भी हमें भी बुलाया जाता है तो हम जल्दी पहुंचने की कोशिश करते हैं और मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करते हैं. जब आप बाहर दौरा करते और मैच खेलने जाते हैं और अगर आपके पास छह-सात दिन ज्यादा होता है तो आपको वहां की परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढालने में मदद मिलती है."



विश्व कप क्वालीफायर में भारतीय टीम इससे पहले एशियन चैंपियन कतर से गोलरहित ड्रा और बांग्लाादेश से 1-1 का ड्रॉ खेल चुकी हैं.



कप्तान छेत्री ने कहा, "बांग्लादेश के खिलाफ हमारी फिटनेस में कोई दिक्कत नहीं थी। हम बहुत फिट थे. कतर के खिलाफ आपने देखा कि हमने किस स्तर का प्रदर्शन किया. वहां भी फिटनेस हमारे लिए कोई समस्या नहीं थी. हमारी समस्या यह रही कि हमने कई मौके गंवाए. मुझे, उदांता और मानवीर जैसे अन्य खिलाड़ियों को बेहतर करना चाहिए था. हमें यह मैच जीतना चाहिए था, लेकिन दुर्भाग्यवश ने हमने दो अंक गंवा दिए."



छेत्री की कप्तानी वाली मौजूदा चैंपियन बेंगलुरू एफसी ने हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के छठे सीजन में अब तक दोनों मुकाबले ड्रॉ खेले हैं.



ये पूछे जाने पर क्या टीम इस सीजन में अपना खिताब बचा पाएगी, कप्तान ने कहा, "हमने अब तक दो मैच ड्रॉ खेले हैं. हम मजबूती से वापसी करेंगे और आखिरी मैच तक खिताब बचाने के लिए लड़ेंगे. मैं अपनी टीम का समर्थन करता हूं. पिछले छह वर्षो में हमने बहुत अच्छा किया है और मुझे उम्मीद है कि हम इस बार भी बेहतर करेंगे और खिताब बचाने में सफल रहेंगे."


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