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छेत्री ने तोड़ा पेले का रिकॉर्ड, बोले- मेरी तुलना करना ठीक नहीं - फुटबॉल न्यूज

छेत्री इस सूची में अपने नाम को देखकर काफी खुश है इस बारे में उन्होंने कहा कि पेले या अन्य महान खिलाड़ी एक-दूसरे की उपलब्धियों की तुलना करने के लिए बहुत अलग थे.

Chhetri breaks Pele's record, says it is not important, there is no comparison
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Published : Oct 15, 2021, 3:19 PM IST

मुंबई: भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री दुनिया के महान खिलाड़ियों में अपना नाम शुमार कर रहे हैं. इसकी वजह ये है कि छेत्री दुनिया के महान फुटबॉल खिलाड़ी पेले को पीछे छोड़ते हुए दुनिया में टॉप गोल करने वालों की सूची में लियोनेल मेसी से सिर्फ एक गोल दूर है.

इस कामयाबी पर छेत्री का कहना है कि ये एक असाधारण अहसास है और इस तरह की उपलब्धि हासिल करने के बाद नौवें स्थान पर पहुंचना बड़ी बात है. हालांकि, भारत के कप्तान सुनील छेत्री ने कहा कि वह शीर्ष स्कोररों की सूची में पेले को पछाड़ने को ज्यादा महत्व नहीं देंगे. इसके बजाय अपने बेहतरीन प्रदर्शन पर ध्यान देना चाहेंगे चाहे वह अपने देश की तरफ से खेले या किसी क्लब की तरफ खेले.

भारत के कप्तान छेत्री ने बुधवार को माले में मेजबान मालदीव के खिलाफ 3-1 से जीत में एसएएफएफ चैंपियनशिप में अपने 124 वें मैच में 78वें और 79वें गोल के साथ पेले (77) और हुसैन सईद (78 गोल) को पीछे छोड़ते हुए बढ़त बनाया. वह अब जाम्बिया के गॉडफ्रे चितालु के साथ 79 गोल के साथ बराबरी पर हैं. इस सूची में संयुक्त छठें स्थान पर हैं. अब उनसे आगे सिर्फ मेस्सी (80 गोल), फेरेंक पुस्कास (एचयूएन, ईएसपी) 84 गोल, मोख्तार दहती (एमएएस) 89 गोल, अली डेई (आईआरएन) 109 गोल और क्रिस्टियानो रोनाल्डो (पीओआर) 115 के साथ सूची में शीर्ष पर हैं.

छेत्री इस सूची में अपने नाम को देखकर काफी खुश है इस बारे में उन्होंने कहा कि पेले या अन्य महान खिलाड़ी एक-दूसरे की उपलब्धियों की तुलना करने के लिए बहुत अलग थे.

छेत्री ने गुरुवार को पत्रकारों के साथ वर्चुअल बातचीत के दौरान पेले के खेल के फुटेज को देखने की अपनी याद के बारे में कहा कि अफसोस की बात है कि मेरे पास देखने के लिए महान व्यक्ति के अधिक फुटेज नहीं थे. लेकिन जो कुछ भी मैं देख सकता था, वह (पेले) कोई ऐसा व्यक्ति था जो बहुत गतिशील था, उस समय उनका टैकल बहुत शक्तिशाली था. वह फुटबॉल खेलने के साथ शारीरिक तौर पर बहुत अधिक मेनहती और क्रूर होना होकर गोल करना उस युग एक असाधारण उपलब्धि थी.

खेल के महान खिलाड़ी माने जाने वाले महान ब्राजीलियाई खिलाड़ी ब्राजील से आगे निकलने के बारे में छेत्री ने कहा कि वह इस उपलब्धि के बारे में कुछ भी महसूस नहीं करते हैं.

इस दौरान, छेत्री ने कहा कि उनके (पेले के) कई गोल और आंकड़े खुद बयां करते हैं. जहां तक मैं उनसे ऊपर जा रहा हूं, मुझे इसके बारे में कुछ नहीं लगता. मैं इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देता. मैं अपनी टीम के लिए गोल करने से खुश हूं. छेत्री अब रोनाल्डो और मेस्सी के बाद गोल स्कोरर सूची में तीसरे स्थान पर हैं.

उन्होंने कहा कि हमारे बीच कोई तुलना नहीं है. अगर हम सभी खुश हैं कि मैं अपने देश के लिए स्कोर करने में सक्षम हूं तो यह काफी है. हम सभी खुश हैं कि हमारा खिलाड़ी देश के लिए अच्छा स्कोर कर रहा है और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है. बस इतना ही इसके बारे में है और इसमें बहुत कुछ नहीं है. इसलिए, जैसा कि मैंने पहले भी कहा है, कुछ मिनटों के लिए उनकी सराहना करें और इन नंबरों को अनदेखा करें.

ये भी पढ़ें- अरे वाह! इस छोटे गेंदबाज की 'भगवान' भी जमकर तारीफ किए, वीडियो देखिए

भारत के फुटबॉल कप्तान ने कहा कि मालदीव के खिलाफ शत्रुतापूर्ण परिस्थितियों में मिली जीत के बाद भारतीय खेमे में उत्साह का माहौल है. उन्होंने स्वीकार किया कि बांग्लादेश और श्रीलंका के खिलाफ ड्रॉ के बाद चीजें अच्छी नहीं थीं, जिसने टीम को फाइनल में जगह बनाने के लिए नेपाल और मालदीव दोनों के खिलाफ जीत की स्थिति में ला खड़ा किया.

उन्होंने कहा कि सीनियर खिलाड़ियों ने पहले दो मैचों में निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद युवाओं का मनोबल नहीं टूटने दिया और बाद में अच्छा प्रदर्शन किया जिससे वो बेहद खुश हैं.

उन्होंने कहा कि पहले दो मैचों में खराब प्रदर्शन का मुख्य कारण यह था कि खिलाड़ियों ने एक साथ कई मैच नहीं खेले थे और इसलिए सही संयोजन नहीं बना सके. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय टीम की शुरूआत अच्छी नहीं रही और हालांकि उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ थोड़ा बेहतर खेला, लेकिन उन्होंने कई मौके गंवाए. उन्होंने कहा कि उन्होंने नेपाल के खिलाफ 1-0 की जीत में अपने खेल में सुधार किया और मालदीव के खिलाफ मैच में चीजें कहीं बेहतर थीं और वे धीरे-धीरे सही ट्रेक पर आ गए.

प्रत्येक मैच में गोल करने के दबाव के बारे में पूछे जाने पर छेत्री ने कहा कि वह उन तर्ज पर नहीं सोचते हैं और जीवन के लिए बस एक सरल दर्शन है, बस हर मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए जाना है, चाहे कुछ भी हो. उन्होंने कहा कि वह यह नहीं सोचते कि दूसरे उनके और उनके खेल के बारे में क्या कह रहे हैं, वह बस अपने आखिरी मैच तक अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते रहना चाहते हैं.

मैं काम पर ध्यान केंद्रित करता हूं. जो बातें मेरे बारे में होती हैं, उन्हें पढ़ना, देखना मेरे लिए ठीक नहीं है, इसलिए मैं खुद को इससे दूर रखता हूं. मेरा काम सरल है, मैं जिस भी टीम के लिए खेल रहा हूं, कोशिश करता हूं और स्कोर करता हूं मेरा देश या मेरा क्लब. कभी-कभी मैं स्कोर करता हूं, कभी-कभी मैं मूर्खतापूर्ण लक्ष्यों से चूक जाता हूं, जो खेल का हिस्सा हैं. मैं चीजों को उतना ही सरल रखने की कोशिश करता हूं.

शुक्रवार को नेपाल के खिलाफ भारत के आगामी एसएएफएफ चैपिंयनशीप फुटबॉल फाइनल के बारे में छेत्री ने कहा कि नेपाल टूनार्मेंट में सर्वश्रेष्ठ टीम है, भले ही उनके पास कोई टॉप स्टार नहीं है. वे बहुत अच्छी टीम हैं और भले ही उन्होंने कभी यह खिताब नहीं जीता है, यह एक कठिन मैच होगा और हमें उनके खिलाफ अच्छा प्र्दशन करना होगा. गौरतलब है कि इस चैपिंयनशिप में सभी बेहतरीन टीमें हैं, लेकिन भारत भी एक मजबूत टीम के रूप में खेल रही है और इसलिए भारत इस टूर्नामेंट में फेवरेट माना जा रहा है. भारत ने अब तक इस चैपिंयनशिप को सात बार जीत चुका है.

मुंबई: भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री दुनिया के महान खिलाड़ियों में अपना नाम शुमार कर रहे हैं. इसकी वजह ये है कि छेत्री दुनिया के महान फुटबॉल खिलाड़ी पेले को पीछे छोड़ते हुए दुनिया में टॉप गोल करने वालों की सूची में लियोनेल मेसी से सिर्फ एक गोल दूर है.

इस कामयाबी पर छेत्री का कहना है कि ये एक असाधारण अहसास है और इस तरह की उपलब्धि हासिल करने के बाद नौवें स्थान पर पहुंचना बड़ी बात है. हालांकि, भारत के कप्तान सुनील छेत्री ने कहा कि वह शीर्ष स्कोररों की सूची में पेले को पछाड़ने को ज्यादा महत्व नहीं देंगे. इसके बजाय अपने बेहतरीन प्रदर्शन पर ध्यान देना चाहेंगे चाहे वह अपने देश की तरफ से खेले या किसी क्लब की तरफ खेले.

भारत के कप्तान छेत्री ने बुधवार को माले में मेजबान मालदीव के खिलाफ 3-1 से जीत में एसएएफएफ चैंपियनशिप में अपने 124 वें मैच में 78वें और 79वें गोल के साथ पेले (77) और हुसैन सईद (78 गोल) को पीछे छोड़ते हुए बढ़त बनाया. वह अब जाम्बिया के गॉडफ्रे चितालु के साथ 79 गोल के साथ बराबरी पर हैं. इस सूची में संयुक्त छठें स्थान पर हैं. अब उनसे आगे सिर्फ मेस्सी (80 गोल), फेरेंक पुस्कास (एचयूएन, ईएसपी) 84 गोल, मोख्तार दहती (एमएएस) 89 गोल, अली डेई (आईआरएन) 109 गोल और क्रिस्टियानो रोनाल्डो (पीओआर) 115 के साथ सूची में शीर्ष पर हैं.

छेत्री इस सूची में अपने नाम को देखकर काफी खुश है इस बारे में उन्होंने कहा कि पेले या अन्य महान खिलाड़ी एक-दूसरे की उपलब्धियों की तुलना करने के लिए बहुत अलग थे.

छेत्री ने गुरुवार को पत्रकारों के साथ वर्चुअल बातचीत के दौरान पेले के खेल के फुटेज को देखने की अपनी याद के बारे में कहा कि अफसोस की बात है कि मेरे पास देखने के लिए महान व्यक्ति के अधिक फुटेज नहीं थे. लेकिन जो कुछ भी मैं देख सकता था, वह (पेले) कोई ऐसा व्यक्ति था जो बहुत गतिशील था, उस समय उनका टैकल बहुत शक्तिशाली था. वह फुटबॉल खेलने के साथ शारीरिक तौर पर बहुत अधिक मेनहती और क्रूर होना होकर गोल करना उस युग एक असाधारण उपलब्धि थी.

खेल के महान खिलाड़ी माने जाने वाले महान ब्राजीलियाई खिलाड़ी ब्राजील से आगे निकलने के बारे में छेत्री ने कहा कि वह इस उपलब्धि के बारे में कुछ भी महसूस नहीं करते हैं.

इस दौरान, छेत्री ने कहा कि उनके (पेले के) कई गोल और आंकड़े खुद बयां करते हैं. जहां तक मैं उनसे ऊपर जा रहा हूं, मुझे इसके बारे में कुछ नहीं लगता. मैं इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देता. मैं अपनी टीम के लिए गोल करने से खुश हूं. छेत्री अब रोनाल्डो और मेस्सी के बाद गोल स्कोरर सूची में तीसरे स्थान पर हैं.

उन्होंने कहा कि हमारे बीच कोई तुलना नहीं है. अगर हम सभी खुश हैं कि मैं अपने देश के लिए स्कोर करने में सक्षम हूं तो यह काफी है. हम सभी खुश हैं कि हमारा खिलाड़ी देश के लिए अच्छा स्कोर कर रहा है और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है. बस इतना ही इसके बारे में है और इसमें बहुत कुछ नहीं है. इसलिए, जैसा कि मैंने पहले भी कहा है, कुछ मिनटों के लिए उनकी सराहना करें और इन नंबरों को अनदेखा करें.

ये भी पढ़ें- अरे वाह! इस छोटे गेंदबाज की 'भगवान' भी जमकर तारीफ किए, वीडियो देखिए

भारत के फुटबॉल कप्तान ने कहा कि मालदीव के खिलाफ शत्रुतापूर्ण परिस्थितियों में मिली जीत के बाद भारतीय खेमे में उत्साह का माहौल है. उन्होंने स्वीकार किया कि बांग्लादेश और श्रीलंका के खिलाफ ड्रॉ के बाद चीजें अच्छी नहीं थीं, जिसने टीम को फाइनल में जगह बनाने के लिए नेपाल और मालदीव दोनों के खिलाफ जीत की स्थिति में ला खड़ा किया.

उन्होंने कहा कि सीनियर खिलाड़ियों ने पहले दो मैचों में निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद युवाओं का मनोबल नहीं टूटने दिया और बाद में अच्छा प्रदर्शन किया जिससे वो बेहद खुश हैं.

उन्होंने कहा कि पहले दो मैचों में खराब प्रदर्शन का मुख्य कारण यह था कि खिलाड़ियों ने एक साथ कई मैच नहीं खेले थे और इसलिए सही संयोजन नहीं बना सके. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय टीम की शुरूआत अच्छी नहीं रही और हालांकि उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ थोड़ा बेहतर खेला, लेकिन उन्होंने कई मौके गंवाए. उन्होंने कहा कि उन्होंने नेपाल के खिलाफ 1-0 की जीत में अपने खेल में सुधार किया और मालदीव के खिलाफ मैच में चीजें कहीं बेहतर थीं और वे धीरे-धीरे सही ट्रेक पर आ गए.

प्रत्येक मैच में गोल करने के दबाव के बारे में पूछे जाने पर छेत्री ने कहा कि वह उन तर्ज पर नहीं सोचते हैं और जीवन के लिए बस एक सरल दर्शन है, बस हर मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए जाना है, चाहे कुछ भी हो. उन्होंने कहा कि वह यह नहीं सोचते कि दूसरे उनके और उनके खेल के बारे में क्या कह रहे हैं, वह बस अपने आखिरी मैच तक अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते रहना चाहते हैं.

मैं काम पर ध्यान केंद्रित करता हूं. जो बातें मेरे बारे में होती हैं, उन्हें पढ़ना, देखना मेरे लिए ठीक नहीं है, इसलिए मैं खुद को इससे दूर रखता हूं. मेरा काम सरल है, मैं जिस भी टीम के लिए खेल रहा हूं, कोशिश करता हूं और स्कोर करता हूं मेरा देश या मेरा क्लब. कभी-कभी मैं स्कोर करता हूं, कभी-कभी मैं मूर्खतापूर्ण लक्ष्यों से चूक जाता हूं, जो खेल का हिस्सा हैं. मैं चीजों को उतना ही सरल रखने की कोशिश करता हूं.

शुक्रवार को नेपाल के खिलाफ भारत के आगामी एसएएफएफ चैपिंयनशीप फुटबॉल फाइनल के बारे में छेत्री ने कहा कि नेपाल टूनार्मेंट में सर्वश्रेष्ठ टीम है, भले ही उनके पास कोई टॉप स्टार नहीं है. वे बहुत अच्छी टीम हैं और भले ही उन्होंने कभी यह खिताब नहीं जीता है, यह एक कठिन मैच होगा और हमें उनके खिलाफ अच्छा प्र्दशन करना होगा. गौरतलब है कि इस चैपिंयनशिप में सभी बेहतरीन टीमें हैं, लेकिन भारत भी एक मजबूत टीम के रूप में खेल रही है और इसलिए भारत इस टूर्नामेंट में फेवरेट माना जा रहा है. भारत ने अब तक इस चैपिंयनशिप को सात बार जीत चुका है.

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