हैदराबाद : पाकिस्तान क्रिकेट टीम को विश्व की मजबूत टीमों में से एक माना जा रहा है. पाकिस्तान का तेज गेंदबाजी लाइनअप हमेशा से आक्रमक रहा है. इस टीम में वसीम अकरम, वकार यूनिस और शोएब अख्तर जैसे महान तेज गेंदबाज रह चुके हैं. उन्होंने अपने समय में टीम को अपार सफलता दिलाई थी. विश्व कप 2023 में भी पाकिस्तान का मुख्य हथियार उनकी तेज गेंदबाजी होने वाली है.
पाकिस्तान ने 1992 में अपना पहला और इकलौता वनडे विश्व कप जीता था लेकिन इसके बाद से टीम अभी तक विश्व कप का ताज अपने नाम नहीं कर पाई है. अब बाबर आजम की अगुवाई वाली टीम 6 अक्टूबर से राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में नीदरलैंड के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करने वाली है. इस बार पाकिस्तानी क्रिकेट फैंस को उनसे विश्व कप अपने नाम करने की उम्मीद होगी.
पाकिस्तान की तेज गेंदबाजी का जिम्मा शाहीन अफरीदी और हारिस रउफ के ऊपर होने वाला है. तो वहीं, बल्लेबाजी की जिम्मेदारी कप्तान बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान पर होगी.पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज फखर जमान ने वनडे फॉर्मेट की 77 पारियों में 45.44 की औसत से रन बनाकर सभी को चौंका दिया है.
ताकत
पाकिस्तान की ताकत उनकी तेज गेंदबाजी है. पाकिस्तान के लिए इस विश्व कप में हारिस रऊफ और शाहीन अफरीदी अहम भूमिका निभाएंगे. शाहीन ने पाकिस्तान के लिए 44 वनडे मैचों में 5.45 की इकॉनमी से 86 विकेट अपने नाम किए हैं. हरिस अपनी रफ्तार से विरोधियों को पस्त कर सकते हैं. वो लगातार 145 kmp की रफ्तार से गेंद डालते हैं. उन्होंने 28 वनडे मैचों में 53 विकेट हासिल किए हैं. इस टीम की ताकत बाबर आजम को भी माना जा सकता है. वो अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी और शानदार कप्तानी से विरोधियों के पसीने छुटा सकते हैं. उन्होंने पाकिस्तान के लिए 58.16 की बेहतरीन औसत के साथ 5,409 वनडे रन बनाए हैं.
कमजोरी
विश्व कप की टीम से तेज गेंदबाज नसीम शाह के बाहर होने के बाद पाकिस्तान की टीम कमजोर हुई है. उन्होंने पाकिस्तान के लिए गेंद से स्विंग हासिल करते हुए कहर ढाया है. नसीम ने 14 पारियों में 4.68 की इकॉनमी के साथ 32 विकेट अपने नाम किए हैं. टीम में मुख्य स्पिन के तौर पर उप-कप्तान शादाब खान मौजूद हैं. वो गेंद आउट ऑफ फॉर्म नजर आ रहे हैं. तो वहीं, बाएं हाथ के स्पिनर मोहम्मद नवाज गेंद से ज्यादा असर नहीं छोड़ पा रहे हैं. ये दोनों टीम के लिए कमजोर कड़ी साबित हो सकते हैं.
पाकिस्तान की बल्लेबाजी बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए लड़खड़ा जाती है. बड़े मैच में मुश्किल के समय ये टीम ढेह जाती है. एशिया कप में भारत से मिले 357 रनों के स्कोर का पीछा करते हुए पाक टीम 128 रन पर ढेर हो गई थी. ऐसे में टीम की पूरी जिम्मेदारी बाबर आज़म और मोहम्मद रिज़वान के कंधों पर आ जाती है. टीम की बल्लेबाजी का कमजोर होना और मुश्किल समय में लड़खड़ा जाना चिंता का विषय है.
मौका
पाकिस्तान के दाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद वसीम के पास इस विश्व कप में चमकने का मौका होगा. इस युवा खिलाड़ी को विश्व कप की टीम में जगह दी गई है और ये अपना पहला विश्व कप खेलने वाला है. इन्होंने अब तक केवल 16 वनडे मैचों पाकिस्तान का प्रतिनिधत्व किया है. वसीम के पास इस विश्व कप में अपनी प्रतिभा का हुनर बिखेरने का मौका होगा.
खतरा
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की टीमें आक्रमक खेल के लिए जानी जाती हैं. ये टीमें बड़ा स्कोर खड़ा करने में पूरी तरह सक्षम हैं. तो वहीं, पाकिस्तान की टीम बड़ा स्कोर का पीछा करते हुए लड़खड़ा जाती है. ऐसे में भारतीय पिचों पर पाकिस्तान के लिए लक्ष्य का पीछा करना खतरनाक साबित हो सकता है. शाहीन अफरीदी और हारिस रऊफ के चोटिल होने की हालत में टीम का गेंदबाजी आक्रमण भी कमजोर हो जाएगा जो टीम के लिए खतरे की घंटी हो सकता है.