गकेबेरहा: भारत के बाएं हाथ के बल्लेबाज तिलक वर्मा ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के स्पिनरों तबरेज शम्सी और कप्तान एडेन मार्करम के स्पैल ने दूसरे टी20 मैच को उनके पक्ष में करने में निर्णायक भूमिका निभाई. उन्होंने कहा कि अगर यह जोड़ी नहीं होती तो नतीजा कुछ और हो सकता था. गकेबेरहा में दक्षिण अफ्रीका की पांच विकेट की जीत में मार्करम ने 1-29, जबकि शम्सी ने 1-18 के किफायती आंकड़े के साथ वापसी की.
तिलक वर्मा ने मैच के बाद कहा, 'मुझे लगता है कि जब हमने बल्लेबाजी की तो विकेट थोड़ा धीमा था. खासकर नई गेंद से यह थोड़ा सीम कर रहा था. उसके बाद, जब मार्करम और शम्सी गेंदबाजी कर रहे थे तो यह थोड़ा घूम रहा था. इसलिए मार्करम और शम्सी ने जो स्पैल डाला वह उनके पक्ष में गया. वरना हम 200 या 200 से अधिक तक पहुंच सकते थे'.
तिलक ने आगे कहा, 'मुझे लगता है कि पावरप्ले में हमने कुछ अतिरिक्त रन दिए लेकिन उसके बाद हमने जोरदार वापसी की. मगर गीली आउटफील्ड के कारण गेंद उतनी पकड़ में नहीं आ रही थी. लेकिन वास्तव में हमने अच्छी बल्लेबाजी की. हम अपने बेसिक्स पर कायम रहेंगे. हमें अपनी गेंदबाजी के संबंध में बेहतर योजना बनानी होगी'.
उन्होंने यह भी महसूस किया कि भारत ने पावरप्ले में बहुत अधिक रन दिए. जब दक्षिण अफ्रीका 15 ओवरों में 152 रनों का पीछा कर रही थी. तब बारिश और गीली आउटफील्ड के कारण भारत को गेंदबाजी करने में कठिनाई हो रही थी. 2023 वह साल रहा है जब वर्मा ने अगस्त में वेस्टइंडीज दौरे पर भारत के लिए टी20 में डेब्यू किया था. वेस्टइंडीज, आयरलैंड, चीन (एशियाई खेल), भारत और अब दक्षिण अफ्रीका में 14 बार टी20 खेलने वाले वर्मा को लगता है कि विभिन्न परिस्थितियों के अनुभव ने उन्हें बहुत अच्छे सबक दिए हैं.