हैदराबाद : तेलंगाना की बुर्रा लास्या (Burra Lasya) ने दुबई में आईसीसी (ICC) अकादमी कोच एजुकेशन कोर्स लेवल-1 पूरा कर पहली महिला कोच बनकर इतिहास रच दिया है. बुर्रा लास्या को तेलंगाना की पहली महिला क्रिकेट कोच (First Woman Cricket Coach) के रूप में सम्मानित किया गया. 21 साल की बुर्रा लास्या क्रिकेट में दिलचस्पी रखती हैं. उसने बताया कि मेरे पिता बुर्रा रमेश वॉलीबॉल खिलाड़ी हैं और मां सुनीता नेशनल एथलीट हैं.
मेरे माता-पिता जहां भी खेलकूद की प्रतियोगिता होती थी, मुझे ले जाते थे. जिससे मेरी रुचि खेलों में बढ़ती गई. इसलिए मैंने क्रिकेट पर फोकस किया जहां लड़कियां कम हैं. मैं बचपन से ही अपने छोटे भाई और उसके दोस्तों के साथ क्रिकेट खेला करती थी. एक बार जब मैंने विश्व कप देखा तो मुझे इस खेल की लोकप्रियता समझ में आई.
मैंने क्रिकेट सीखना और खेलना शुरू किया. में इसे करियर के रूप में चुनना चाहती थी इसलिए कड़ी मेहनत की. मेरी मां ने मेरी रुचि को प्रोत्साहित किया. बुर्रा मूल रूप से भूपालपल्ली जिला जयशंकर की रहने वाली हैं. उसके पिता वर्तमान में जिला पुस्तकालय के अध्यक्ष हैं और मेरी माता जिला युवा खेल अधिकारी हैं.
वीवीएस लक्ष्मण अकेडमी से ली कोचिंग
इस शानदार उपलब्धि के बाद बुर्रा ने बताया कि मैंने डेनियल, रामपाटिल और वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) क्रिकेट अकादमी में क्रिकेट का प्रशिक्षण लिया. ऑलराउंडर के तौर पर राज्य स्तर पर अंडर-19 टीम के लिए भी भाग लिया.
लॉकडाउन में पढ़ी आईसीसी की वेबसाइट
लास्या ने कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान आईसीसी की वेबसाइट से कोचिंग की सूचनाएं डाउनलोड कर पढ़ीं. वहीं से उसे कोचिंग के लिए होने वाले एल 1 कोर्स के बारे में पता चला. लास्या ने कहा. 'मैंने सुना था कि आईसीसी दुनिया भर में साल में दो बार कोचों के चयन की प्रक्रिया आयोजित करती है. मुझे भी दिलचस्पी है, इसलिए मैंने इसे आजमाने के लिए आवेदन किया.
तीनों लेवल में रहीं सफल
आईसीसी ने दो बैच में 30-40 लोगों का चयन किया. करीब 20 दिनों तक गूगल मीट्स में 'कोर्स ऑफ एक्टिविटीज' के नाम से इनपुट दिए जाते हैं. बुर्रा ने इसे सफलतापूर्वक किया है और तीनों में लेवल-1 का सर्टिफिकेट मिला. इसे हासिल करने वाली वो तेलंगाना की पहली लड़की हैं.
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क्रिकेट सिखाने के लिए अहम है कोर्स
लास्या ने बताया, 'मैंने राष्ट्रीय टीम में जगह बनानी है. मेरा सपना अधिक लड़कियों को प्रशिक्षित करना और उन्हें सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनाना और हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन का प्रतिनिधित्व करना है. मैं पढ़ाई में भी आगे हूं. मैंने केएल यूनिवर्सिटी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक किया है. अभी अमेरिका में मास्टर कर रही हूं. मैं सुबह 5 से 8 बजे तक अभ्यास करती हूं. शाम को कॉलेज खत्म करने के बाद मैं मैदान में चली जाती हूं. मैं किट बैग लेकर कॉलेज जाती थी और अपनी किट अमेरिका भी लेकर गई थी.