दुबई: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की आलराउंडर दीप्ति शर्मा ने कहा है कि कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन के बाद उन्होंने अपने खेल पर काम किया है और यहां मौजूदा महिला टी20 चैलेंज में अपनी योजनाओं को लागू कर रही हैं.
ट्रेलब्लेजर्स का प्रतिनिधित्व कर रही दीप्ति ने शनिवार को सुपरनोवाज के खिलाफ नाबाद 43 रन की पारी खेली लेकिन अपनी टीम को जीत नहीं दिला सकीं.
दीप्ति ने मैच के बाद प्रेस कान्फ्रेंस में कहा, "लॉकडाउन के बाद मैंने लॉफ्टेड और इनसाइड आउट शॉट पर काफी काम किया और यहां मैं इन शॉट को खेलने में सफल रही."
उन्होंने कहा, "बेशक भारतीय पिचों की तुलना में यहां की पिचें अलग हैं. ये धीमी हैं और गेंद नीची रहती है लेकिन मुझे नहीं लगता कि ये अधिक मायने रखता है. आपको गेंद को देखकर उसे हिट करना होता है."
दीप्ति ने कहा कि ट्रेलब्लेजर्स की टीम कड़ी मेहनत करेगी और सुपरनोवाज के खिलाफ सोमवार को होने वाले फाइनल में लीग मैच की गलतियों में सुधार करेगी.
उन्होंने कहा, "छोटी गलतियां... क्षेत्ररक्षण में, गेंदबाजी में. हम अपने अभ्यास सत्र में इस पर काम करेंगे और आज की हुई गलतियों को अगले मैच में सुधारने का प्रयास करेंगे."
दीप्ति ने कहा, "कुल मिलाकर हमने अच्छा प्रदर्शन किया. जीतना और हारना खेल का हिस्सा है."
वेस्टइंडीज की अपनी साथी खिलाड़ी डिएंड्रा डोटिन सहित दो विकेट चटकाने वाली सुपरनोवाज की तेज गेंदबाज शकीरा सेलमान ने कहा कि टूर्नामेंट का पहला मैच गंवाने के बाद फाइनल में जगह बनाकर अच्छा लग रहा है.
उन्होंने कहा, "फाइनल में पहुंचकर अच्छा लग रहा है. सुपरनोवाज को पहला मैच गंवाने और फिर टूर्नामेंट जीतने के लिए जाना जाता है इसलिए उम्मीद करते हैं कि हम इसे दोहरा पाएंगे."
वेस्टइंडीज की इस क्रिकेटर ने कहा कि इस असाधारण हालात में खेलने का मौका मिलने से वो खुश हैं.
उन्होंने कहा, "ये शानदार अनुभव है, ऐसे समय में खेल पाने की मुझे काफी खुशी है. वेस्टइंडीज और इंग्लैंड की खिलाड़ी फायदे की स्थिति में हैं लेकिन भारतीय और अन्य विदेशी खिलाड़ी भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं."
सेलमान ने कहा कि छह विकेट पर 146 रन बनाने के बाद उन्हें भरोसा था कि उनकी टीम इस स्कोर का बचाव कर लेगी.