नई दिल्ली: दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने बुधवार को मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) के नॉन स्ट्राइकर छोर से गेंद फेंके जाने से पहले रन आउट करने को अनुचित खेल कानूनों से हटाने के फैसले की सराहना की. लेकिन इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने इस कदम को अनुचित करार दिया.
खेल कानूनों के संरक्षक एमसीसी ने नॉन स्ट्राइकर छोर पर इस तरह के रन आउट को अनुचित खेल वर्ग से हटाने का फैसला किया है. गेंद फेंके जाने से पहले रन आउट किए जाने को लेकर पहले काफी चर्चा होती रही है और इसे खेल भावना के विपरीत माना जाता रहा था. भारत के आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन सहित कई खिलाड़ी इसे आउट करने का सही तरीका मानते रहे हैं.
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तेंदुलकर ने कहा कि वह इस तरह से आउट किए जाने के लिए मांकडिंग शब्द का उपयोग किए जाने के खिलाफ थे. तेंदुलकर ने वीडियो संदेश में कहा, एमसीसी समिति ने क्रिकेट में नए नियम जारी किए हैं और उनमें से कुछ का मैं बहुत समर्थन करता हूं. इनमें से पहला मांकडिंग आउट होना है. मैं इस तरह से आउट किए जाने के लिए मांकडेड का उपयोग किए जाने में असहज महसूस करता था.
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Cricket is a beautiful sport. It allows us to challenge existing norms and help refine laws of the game. Some of the changes introduced by MCC are praiseworthy.#CricketTwitter pic.twitter.com/bet0pakGQM
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) March 9, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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उन्होंने कहा, मैं वास्तव में खुश हूं कि इसे रन आउट में बदल दिया गया है. मेरे अनुसार इसे पहले से ही रन आउट होना चाहिए था. इसलिए यह हम सभी के लिए अच्छी खबर है. मैं इसके साथ सहज नहीं था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
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वहीं, स्टुअर्ट ब्रॉड ने हालांकि मांकडिंग को वैध करने के एमसीसी के फैसले को अनुचित करार दिया कि और कहा कि इसके लिए किसी तरह के कौशल की जरूरत नहीं होगी. ब्रॉड ने ट्वीट किया, तो मांकडिंग अब अनुचित नहीं रहा और आउट करने का यह तरीका वैध बन गया है. क्या यह आउट करने का वैध तरीका नहीं था और क्या इसका अनुचित होना व्यक्तिपरक था? मुझे लगता है कि यह अनुचित है और मैं इसे सही नहीं मानता. बल्लेबाज को आउट करने के लिए कौशल की जरूरत होती है और मांकडिंग के लिए किसी तरह का कौशल नहीं चाहिए.
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So the Mankad is no longer unfair & is now a legitimate dismissal.
— Stuart Broad (@StuartBroad8) March 9, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Hasn’t it always been a legitimate dismissal & whether it is unfair is subjective?
I think it is unfair & wouldn’t consider it, as IMO, dismissing a batter is about skill & the Mankad requires zero skill. https://t.co/TuVLuHNDLn
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क्या होता है मांकडिंग?
जब गेंदबाज के गेंद फेंकने से पहले नॉन स्ट्राइकिंग एंड का बल्लेबाज क्रीज से बाहर निकल जाता है और बॉलर अपना हाथ रोककर उस छोर की गिल्लियां गिरा देता है तो इसे मांकडिंग कहा जाता है. पहली बार मांकडिंग शब्द चर्चा में तब आया था, जब साल 1948 में भारत के वीनू मांकड़ ने आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बिल ब्राउन को नान स्ट्राइकर एंड पर कई बार क्रिज से बाहर निकलने के कारण चेतावनी दी थी. इसके बाद इस घटना को आस्ट्रेलियाई मीडिया द्वारा मांकडिंग का नाम दे दिया गया था.
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वहीं, आईपीएल 2019 में पंजाब और राजस्थान के बीच मैच में भी इस तरह की घटना देखने को मिली थी. जब अश्विन ने जास बटलर के साथ ऐसा किया था. अब तक इस नियम को अनफेयर की श्रेणी में रखा गया था, लेकिन अब इसे 1 अक्टूवर के बाद आफिशियल रन आउट माना जाएगा.
1 अक्टूबर से लागू होंगे नए नियम
मेरिलबोन क्रिकेट क्लब ने बुधवार को नियमों में संशोधन के सुझाव पेश किए हैं. इनमें गेंद पर थूक लगाने से लेकर मांकडिंग तक कुल आठ नियमों में बदलाव की सिफारिश की गई है. ICC और दुनियाभर के क्रिकेट बोर्ड पर निर्भर करता है कि वे इन नियमों को जस का तस लागू करें या इनमें थोड़ा बदलाव कर इन्हें लागू किया जाए. वैसे आमतौर पर मेरिलबोन क्रिकेट क्लब के नियमों को जस का तस अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लागू कर दिया जाता है. ऐसे में माना जा सकता है कि क्रिकेट के नियमों में एक अक्टूबर से बदलाव लगभग तय है.