नई दिल्ली : भारतीय टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री का मानना है कि एशिया कप में शनिवार को पल्लेकेले में पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले मैच में भारत का पलड़ा भारी है, लेकिन सिर्फ आंकड़े से ही काम नहीं बनेगा. भारतीय बल्लेबाजों को टिककर बल्लेबाजी करनी होगी और गेंदबाजों को लाइन लेंथ का खास ध्यान रखना होगा. साथ ही फील्डिंग उच्चस्तरीय करनी होगी.
मैच की पूर्व संध्या पर से बात करते हुए रवि शास्त्री ने कहा कि पाकिस्तान काफी बेहतर टीम है और उसने भारत के साथ अंतर धीरे-धीरे कम कर लिया है, लेकिन भारत के लाइन-अप की ताकत और रोहित शर्मा जैसे अनुभवी कप्तान ने उन्हें फायदा दे सकते हैं. इसीलिए भारत के शीर्षक्रम के बल्लेबाजों को ध्यान देकर खेलना होगा और फील्डिंग के लेवल थोड़ा अपग्रेड करना होगा.
रवि शास्त्री ने कहा-
"मैं कहूंगा कि भारत प्रबल दावेदार के रूप में एशिया कप में शुरुआत करेगा. खिलाड़ियों का यह मिश्रण 2011 के बाद से उनकी सबसे मजबूत टीम है..और एक कप्तान जो काफी अनुभवी है, जो टीम को अन्य लोगों से बेहतर समझता है.."
"ऐसा कहने के बाद भी ..यह सच है कि पाकिस्तान ने अंतर को कम कर दिया है. सात-आठ साल पहले, यदि आप दोनों टीमों की ताकत और मैन टू मैन को देखें तो एक अंतर था.. लेकिन पाकिस्तान ने इसे कम कर दिया है. वे बहुत अच्छी टीम हैं , इसलिए आपको अपने खेल में शीर्ष पर रहना होगा.."
फॉर्म दिखा कर बड़ा खिलाड़ी बनने का मौका
शास्त्री का मानना है कि जब भारत बनाम पाकिस्तान जैसे उच्च दबाव, उच्च जोखिम वाले मुकाबले की बात आती है, तो खिलाड़ी का फॉर्म खिलाड़ी के स्वभाव से कम महत्वपूर्ण होता है, जो वास्तविक अंतर पैदा करता है. जो खिलाड़ी ऐसे मैचों में परफॉर्म करेगा वह बड़ा खिलाड़ी बनकर उभरेगा.
रवि शास्त्री ने कहा-
"यही महत्वपूर्ण है, शांत रहना और इसे सिर्फ एक अन्य खेल की तरह लेना...और इसे अपने दिमाग में ज़्यादा प्रचारित न करना, जो आपको अलग तरह से सोचने पर मजबूर करता है..आपका खेल वैसा ही होना चाहिए जैसा कि किसी अन्य खेल में होता है. लेकिन उस अवचेतन दबाव के कारण, मानसिक रूप से मजबूत लोग ही आम तौर पर इसे सही कर पाते हैं."
"जब आप दोनों तरफ के खिलाड़ियों के मिश्रण को देखते हैं, तो वे शानदार हैं और यह एक शानदार होगा. भारत-पाकिस्तान खेल में, यह इस बारे में है कि कौन दबाव को बेहतर ढंग से संभालता है, कौन शांत है, जिसकी विचार प्रक्रिया स्पष्ट है.. वे ये वे लोग हैं जो उन बड़े मौकों पर आगे आएंगे.. और भारत-पाकिस्तान मैच से पहले कभी भी फॉर्म पर ध्यान न दें, क्योंकि कठोर दिमाग वाले, मानसिक रूप से मजबूत लोगों ने छह महीने पहले ज्यादा कुछ नहीं किया होगा, लेकिन भारत-पाकिस्तान मैच आते ही वे (सामने) आ जाएंगे.. वे जानते हैं ..दोनों देशों के खेल का महत्व...वे जानते हैं कि अगर वे अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो यह उन्हें कहां पहुंचा सकता है.. उनका उत्साह बढ़ जाएगा.."
शास्त्री का मानना है कि कठिन मैचों में सफल होने के इच्छुक सभी बल्लेबाजों को बाबर आजम के दृष्टिकोण का पालन करने की जरूरत है. पाकिस्तान के कप्तान बाबर ने नेपाल के खिलाफ एशिया कप के शुरुआती मैच में अपना 19वां एकदिवसीय शतक बनाया और शास्त्री को लगता है कि अन्य बल्लेबाजों को उदाहरण पेश करने की जरूरत है.
शास्त्री बोले-बाबर से सीखने की जरूरत-
"वह (बाबर) 30 और 40 रनों की शुरुआत को शतक में बदल देता है...और यह बहुत महत्वपूर्ण है...जबकि हम कहते रहते हैं कि वहां जाओ और कई गेंदों का सामना करो, लेकिन अगर आपके शीर्ष तीन बल्लेबाजों में से कोई एक शतक बनाता है, तो आपको 300 से अधिक रन मिलते हैं.."
इसके साथ ही साथ खिताब जीतने के लिए टीम इंडिया के खिलाड़ियों को अपनी फील्डिंग का स्तर भी सुधारना होगा. शास्त्री ने याद दिलाया कि श्रीलंका ने पिछला एशिया कप अपनी फील्डिंग के दम पर जीता था.
रवि शास्त्री ने कहा-
"क्षेत्ररक्षण भी महत्वपूर्ण होगा, आपको यह देखना होगा कि कौन सी टीम बेहतर क्षेत्ररक्षण करती है.. श्रीलंका ने पिछला एशिया कप अपने क्षेत्ररक्षण के दम पर जीता था. वे लंबे समय से उपमहाद्वीप में सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षण टीम के रूप में खेल रहे हैं...वे खिताब धारक हैं, हमें यह नहीं भूलना चाहिए. इसलिए श्रीलंकाई परिस्थितियों में उन्हें छूट नहीं देनी चाहिए.. यदि भारत की फील्डिंग अपना स्तर बढ़ाती है, तो वे और भी मजबूत पक्ष होंगे.."