कटक : ओडिशा की महिला क्रिकेटर राजश्री स्वैन 11 जनवरी से लापता थी और उनका शव कटक के पास घने जंगल में मिला. पुलिस ने इसकी जानकारी दी. कटक के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पिनाक मिश्रा ने कहा कि उनका शव अथागढ़ क्षेत्र में गुरूदिझाटिया जंगल में एक पेड़ से लटका हुआ मिला. राजश्री के कोच ने गुरुवार को मंगलाबाग पुलिस थाने में उनके लापता होने की शिकायत दर्ज करायी थी.
प्राकृतिक मौत का मामला दर्ज
पिनाक मिश्रा ने कहा कि गुरूदिझाटिया पुलिस स्टेशन में अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया जायेगा. पुलिस को अभी तक उनकी मौत के कारण का पता नहीं चला है. उनके परिवार ने हालांकि आरोप लगाया कि उसकी हत्या की गयी है. उनका कहना है कि उसके शरीर पर चोट के निशान थे और उसकी आंखों को भी नुकसान पहुंचाया गया था. राजश्री स्वैन (Rajashree Swain) का स्कूटर जंगल के करीब मिला था और उनका मोबाइल फोन भी बंद था.
राजश्री का टीम में नहीं हुआ था चयन
पुलिस ने कहा कि मामले की सभी पहलुओं से जांच की जायेगी. उनके परिवार के सदस्यों ने कहा कि राजश्री सहित करीब 25 महिला क्रिकेटर ओडिशा क्रिकेट संघ (ओसीए) द्वारा बाजराकाबाटी क्षेत्र में आयोजित ट्रेनिंग शिविर का हिस्सा थीं. ये कैंप पुडुचेरी में होने वाले आगामी राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट टूर्नामेंट के लिये था. सभी एक होटल में ठहरी हुई थीं. ओडिशा राज्य महिला क्रिकेट टीम की घोषणा 10 जनवरी को की गयी थी लेकिन राजश्री अंतिम सूची में शामिल नहीं थी.
कोच पर लगे हत्या के आरोप
पुलिस ने कहा कि अगले दिन खिलाड़ी अभ्यास के लिये तांगी क्षेत्र में क्रिकेट मैदान में गयीं लेकिन राजश्री ने अपने कोच को बताया कि वह अपने पिता से मिलने के लिये पुरी जा रही हैं. परिजन ने कहा है कि मौत के लिए OCA और कोच जिम्मेदार है. मृतका की बहन ने कहा कि मेरी बहन की मौत के लिए ओडिशा क्रिकेट एसोसिएशन और कोच बनर्जी जिम्मेदार हैं. यदि वह दबाव में होती तो वह घर पर आती या फिर कहीं ओर जान देती.
मां ने कहा, खुशमिजाज थी राजश्री
महिला क्रिकेटर की बहन ने कहा कि उसने इतना घना जंगल ही क्यों चुना? उस पर ऐसी क्या बीती जिसे वह सहन नहीं कर पाई. वह खुशमिजाज, मस्ती-मजाक करने वाली लड़की थी और ऐसा कर ही नहीं सकती. राजश्री की मां का कहना है कि अच्छा खेलने पर भी उसे टीम में नहीं चुना गया. राजश्री की मां ने आरोप लगाया कि वह सेलेक्शन कैंप के लिए कटक आई थी.
वह पैलेस होटल में रह रही थी. 10 दिन के सेलेक्शन कैंप के बाद उसे जानबूझकर फाइनल टीम से निकाल दिया गया. वह सबसे अच्छी खिलाड़ी थी. वह दबाव में थी और उसने अपनी बहन को फोन कर बताया था कि उसे ऑलराउंडर होने के बाद भी टीम में नहीं लिया गया. उसने उसे टीम में न लेने के पीछे साजिश बताई थी. बहरहाल पुलिस मामले की जांच कर रह है.