नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में दो नई टीमें शामिल करने का मन बना लिया है, जिसके लिए अगस्त के मध्य में बोली की प्रक्रिया शुरू होगी. अनिवार्य जांच-पड़ताल के बाद अक्टूबर के मध्य में नई टीमों का एलान हो सकता है. साथ ही बोर्ड ने खिलाड़ियों के रिटेंशन, फ्रेंचाइजी टीमों की बजट राशि और मीडिया अधिकारों के लिए भी ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है.
आरपी-संजीव गोयनका समूह (कोलकाता), अडानी ग्रुप (अहमदाबाद), अरबिंदो फार्मा लिमिटेड (हैदराबाद) और टोरेंट समूह (गुजरात) नीलामी प्रक्रिया में रुचि दिखा रहे हैं. इसी तरह अन्य कॉर्पोरेट संस्थाएं, निजी इक्विटी और निवेश सलाहकार फर्म की भी इसमें दिलचस्पी है.
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टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई बजट राशि को 85 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 90 करोड़ रुपए करने के लिए तैयार है. इसका मतलब यह हुआ कि कुल बजट राशि (10 फ्रेंचाइजी के बीच) में 50 करोड़ रुपए जोड़े जाएंगे. फ्रेंचाइजी को आवंटित राशि का 75 प्रतिशत अनिवार्य रूप से खर्च करना होगा. अगले तीन साल में बजट राशि 90 करोड़ रुपए से बढ़कर 95 करोड़ रुपए हो जाएगा. अंततः साल 2024 सीजन से बजट राशि बढ़कर 100 करोड़ रुपए हो जाएगा.
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खिलाड़ियों के रिटेंशन को भी लगभग फाइनल कर लिया गया है. मेगा ऑक्शन से पहले प्रत्येक फ्रेंचाइजी चार खिलाड़ियों को रिटेन कर सकते हैं, लेकिन उसके लिए भी कुछ शर्तें रखी गई हैं. टीमें या तो तीन भारतीय और एक विदेशी अथवा दो भारतीय और दो विदेशी खिलाड़ियों को रिटेन कर सकते हैं.
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मौजूदा नियमों के मुताबिक, अगर फ्रेंचाइजी तीन खिलाड़ियों को रिटेन करती है, तो उसकी बजट राशि से 15 करोड़, 11 करोड़ और 7 करोड़ रुपए की कटौती की जाती है. अगर टीम दो प्लेयर्स को रिटेन करती है तो 12.5 करोड़ और 8.5 करोड़ रुपए काटे जाते हैं. वहीं, एक ही खिलाड़ी को रिटेन करने पर बजट राशि से 12.5 करोड़ रुपए काटे जाने का प्रावधान है.
अब जबकि बीसीसीआई बजट राशि में 5 करोड़ रुपए के इजाफे के साथ चार खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति देगा, तो ऐसे में इस नियम में थोड़ा बदलाव होने की संभावना है.
कुछ खिलाड़ी रिटेन नहीं होने की बजाय ऑक्शन में जाना पसंद कर सकते हैं. इसके पीछे वजह यह है कि बजट राशि में वृद्धि होने के साथ ही दो नई टीमों को भी जोड़ा जा रहा है. ऐसे में फ्रेंचाइजी टीमों में खिलाड़ियों को खरीदने के लिए होड़ मच सकती है. कुछ प्रमुख भारतीय क्रिकेटर्स भी नीलामी के लिए अपने नाम आगे बढ़ा सकते हैं.
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बीसीसीआई 2021 के अंत मीडिया अधिकारों के नीलामी की भी योजना बना रहा है. संभावना है कि साल 2023 से मार्च का महीना आईपीएल की शुरुआत के लिए उपलब्ध हो सकता है. ऐसे में बोर्ड को 10 टीमों के बीच 90 मुकाबलों का आयोजित करने में आसानी होगी.
बीसीसीआई और उद्योग जगत को आगे चलकर मीडिया अधिकारों के मूल्य में न्यूनतम 25 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है. कोरोना महामारी के चलते टेलीविजन प्रसारण के मुकाबले ओटीटी स्पेस में भारी वृद्धि देखी गई है. आने वाले दिनों में मीडिया अधिकारों की नीलामी में ओटीटी स्पेस की भी अहम भूमिका हो सकती है.