हैदराबाद: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और महान खिलाड़ी कपिल देव तेज गेंदबाजों के काफी अधिक वैरिएशन के इस्तेमाल से दुखी हैं. कपिल का ऐसा कहना है कि आजकल गेंदबाजों के लिए स्विंग से ज्यादा महत्वपूर्ण गति है. बताते चलें कि 1983 में भारत को विश्व चैंपियन बनाने वाले कपिल देव को हाल में दिल का दौरा पड़ा था जिसके बाद उन्हें एंजियोप्लास्टी करानी पड़ी.
एक आनलाइन कार्यक्रम के दौरान कपिल ने कहा, ''मैं आजकल के तेज गेंदबाजों से खुश नहीं हूं. पहली गेंद क्रॉस सीम नहीं हो सकती. आईपीएल में खिलाड़ियों ने महसूस किया कि गति से अधिक महत्वपूर्ण स्विंग है. 120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले संदीप शर्मा का सामना करना मुश्किल था क्योंकि वह गेंद को मूव करा रहा था.''
विश्व विजयी कप्तान ने आगे कहा, ''गेंदबाजों को समझना होगा कि गति नहीं स्विंग महत्वपूर्ण है. उन्हें इसे सीखना चाहिए लेकिन वे इस कला से दूर जा रहे हैं. आईपीएल में टी नटराजन मेरा हीरो है. वह युवा गेंदबाज निडर था और इतनी सारी यॉर्कर डाल रहा था.''
हरभजन सिंह ने किया उन दो नामों का खुलासा जो विराट की गैरमौजूदगी में कर सकते हैं खुद को साबित
आईपीएल-13 में सनराइजर्स हैदराबाद की टीम से खेलते हुए टी नटराजन ने 16 मुकाबलों में सबसे ज्यादा 54 यॉर्कर गेंद डाली थी और 16 विकेट भी लेने में कामयाब हुए थे.
कपिल देव के अनुसार अगर आपको ये ही नहीं पता कि गेंद को स्विंग कैसे कराना है तो फिर वैरिएशन किसी भी काम की नहीं है. हालांकि टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों से उनको कोई शिकायत नहीं है.
उन्होंने कहा, ''हमारे तेज गेंदबाज शानदार हैं. शमी, बुमराह को देखिए. एक क्रिकेटर के रूप में यह कहते हुए मुझे काफी खुशी होती है कि आज हम अपने तेज गेंदबाजों पर निर्भर हैं. हमारे गेंदबाज मैच में 20 विकेट लेने में सक्षम हैं. हमारे पास कुंबले, हरभजन जैसे स्पिनर थे लेकिन आज कोई देश यह नहीं कहना चाहेगा कि उन्हें उछाल भरे विकेट दीजिए.''