लखनऊ: दिग्गज टेनिस स्टार रोहन बोपन्ना ने डेविस कप से जीत के साथ विदाई ली. उन्होंने विश्व ग्रुप-2 के युगल मुकाबले में युकी भांबरी के साथ मिलकर इलियट बेनचेट्रिट-यूनुस लालामी लारौसी की मोरक्को जोड़ी को 6-2, 6-1 से हरा दिया. 43 वर्षीय खिलाड़ी हालांकि इस बात से खुश हैं कि अब उन्हें अपने परिवार के साथ समय बिताने का समय मिलेगा. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि डेविस कप से बाहर होना उनके करियर का अंत नहीं है. बोपन्ना का डेविस कप में शानदार प्रदर्शन रहा है. उन्होंने कई अहम मौको पर बेहतरीन प्रदर्शन किया है.
समर्थन के लिए दिया धन्यवाद : बोपन्ना ने मैच के बाद कहा, 'डेविस कप छोड़ने का दुख है, लेकिन साथ ही इतने लंबे समय तक खेलने पर गर्व भी है. मैं समर्थन के लिए पूरे देश और सभी साथियों को धन्यवाद देता हूं. यह एक शानदार यात्रा रही है'. उन्होंने आगे कहा, 'घर पर कुछ समय बिताने का मौका मिल रहा है. टेनिस एक बहुत व्यस्त कार्यक्रम है, न्यूयॉर्क से आना और फिर वापस चीन जाना. इसलिए, बहुत यात्रा करनी होगी. मैं बहुत उत्साहित हूं. एक सप्ताह की तैयारियों के साथ फिर हमें एशियाई खेलों के लिए हांगझाऊ जाना है'.
बोपन्ना और युकी भांबरी ने रविवार को गोमती नगर के विजयंत खंड मिनी स्टेडियम में खेले गए युगल मैच में इलियट बेनचेट्रिट-यूनुस लालामी लारौसी की जोड़ी को 6-2, 6-1 से हराया. जबकि, सुमित नागल ने अपना सिंगल्स मैच भी जीता, जिससे भारत ने रविवार को मोरक्को को 4-1 से शिकस्त देकर विश्व ग्रुप एक के प्लेऑफ में जगह बनाई. भारत के गैर-खिलाड़ी कप्तान रोहित राजपाल, जो भारतीय ओलंपिक संघ की कार्यकारी समिति के सदस्य भी हैं, उन्होंने कहा कि बोपन्ना की कमी खलेगी. मोरक्को के खिलाफ जीत के साथ, भारत अब 2024 में विश्व ग्रुप-2 में प्लेऑफ़ खेलेगा.