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Allan Border : इस बेहद खतरनाक बिमारी लड़ रहे हैं एलन बॉर्डर, बोले- '80 वर्ष तक जीवित रहा तो चमत्कार होगा'

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Published : Jul 1, 2023, 7:02 PM IST

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एलन बॉर्डर बेहद ही खतरनाक बिमारी से जूझ रहे हैं. 68 वर्षीय इस दिग्गज ने अपनी बिमारी का खुलासा करते हुए कहा कि अगर वे 80 वर्ष तक जीवित रह जाते हैं तो यह एक चमत्कार होगा.

allan border
एलन बॉर्डर

सिडनी : ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के दिग्गज एलन बॉर्डर ने खुलासा किया है कि उन्हें पार्किंसंस रोग है- नर्वस सिस्टम की एक बीमारी- जो चलने-फिरने को प्रभावित करती है. उन्होंने साथ ही कहा कि अगर वह 80 साल तक जीवित रहे तो यह 'एक चमत्कार' होगा. 11,000 टेस्ट रन बनाने वाले इतिहास के पहले खिलाड़ी, बॉर्डर ने खुलासा किया है कि उन्हें 2016 में इस बीमारी का पता चला था, लेकिन वह इसे सात साल तक लोगों की नजरों से छिपाते रहे.

68 वर्षीय बॉर्डर ने न्यूजकॉर्प को बताया, 'मैं न्यूरोसर्जन के पास गया और उसने सीधे कहा, 'मुझे आपको बताते हुए दुख हो रहा है लेकिन आपको पार्किंसंस हो गया है 'बिल्कुल वैसे ही जैसे आप अंदर आए थे. आपकी बाहें आपकी बगल में सीधी हैं, लटकी हुई हैं, झूलती नहीं'. उन्होंने कहा, 'मैं काफी निजी व्यक्ति हूं और मैं नहीं चाहता था कि लोग मेरे लिए किसी तरह का खेद महसूस करें. लोग परवाह करते हैं या नहीं, आप नहीं जानते. लेकिन मुझे पता है कि एक दिन आएगा जब लोग इस पर गौर करेंगे'.

  • Best wishes to Allan Border who has revealed he’s been battling Parkinson’s disease 🙏#Ashes pic.twitter.com/myhW2qCXiX

    — England's Barmy Army 🏴󠁧󠁢󠁥󠁮󠁧󠁿🎺 (@TheBarmyArmy) June 30, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

हालांकि, बॉर्डर के भरोसेमंद फॉक्स स्पोर्ट्स सहयोगी स्टीव क्रॉली ने उन्हें पिछले हफ्ते डिनर पर बताया था कि उनके अच्छे दोस्तों ने पहले ही नोटिस कर लिया था. बॉर्डर ने आगे कहा, 'मुझे लग रहा है कि मैं बाकी लोगों से काफी बेहतर हूं. फिलहाल मैं डरा हुआ नहीं हूं, निकट भविष्य को लेकर भी नहीं'. उन्होंने निष्कर्ष निकाला, 'मैं 68 वर्ष का हूं. यदि मैं 80 वर्ष का हो जाऊं, तो यह एक चमत्कार होगा. मेरा एक डॉक्टर मित्र है और मैंने कहा कि अगर मैं 80 साल का हो जाऊं, तो यह एक चमत्कार होगा, और उसने कहा, 'यह एक चमत्कार होगा' मैं किसी भी तरह से 100 तक नहीं पहुंच पाऊंगा, यह निश्चित है. मैं बस धीरे-धीरे पश्चिम की ओर खिसक जाऊंगा'.

2009 में ICC क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल 55 उद्घाटनकर्ताओं में से एक, बॉर्डर ने सर्वकालिक महान क्रिकेट करियर में से एक बनाया. 1978 में डेब्यू करने के बाद, दृढ़, जिद्दी बाएं हाथ के बल्लेबाज ने बैगी ग्रीन में 27 शतक और 63 अर्धशतक बनाए. 1984-85 की गर्मियों में उन्होंने अनिच्छा से किम ह्यूज से टेस्ट कप्तान का पद संभाला और उन्हें खेल के इतिहास में देश के सबसे कमजोर समय में से एक के दौरान ऑस्ट्रेलिया की किस्मत को पुनर्जीवित करने का श्रेय दिया जाता है.

बॉर्डर ने ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी में भारत और पाकिस्तान में 1987 विश्व कप की एकदिवसीय खिताबी जीत दिलाई, इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने दो साल बाद इंग्लैंड में और भी अधिक अप्रत्याशित एशेज श्रृंखला जीती. एक सम्मानित दीर्घकालिक राष्ट्रीय चयनकर्ता के रूप में सेवा करने से पहले उन्होंने 1994 में 16 साल, 156-टेस्ट करियर के बाद 50.56 के अभूतपूर्व बल्लेबाजी औसत के साथ संन्यास ले लिया था.

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(आईएएनएस)

सिडनी : ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के दिग्गज एलन बॉर्डर ने खुलासा किया है कि उन्हें पार्किंसंस रोग है- नर्वस सिस्टम की एक बीमारी- जो चलने-फिरने को प्रभावित करती है. उन्होंने साथ ही कहा कि अगर वह 80 साल तक जीवित रहे तो यह 'एक चमत्कार' होगा. 11,000 टेस्ट रन बनाने वाले इतिहास के पहले खिलाड़ी, बॉर्डर ने खुलासा किया है कि उन्हें 2016 में इस बीमारी का पता चला था, लेकिन वह इसे सात साल तक लोगों की नजरों से छिपाते रहे.

68 वर्षीय बॉर्डर ने न्यूजकॉर्प को बताया, 'मैं न्यूरोसर्जन के पास गया और उसने सीधे कहा, 'मुझे आपको बताते हुए दुख हो रहा है लेकिन आपको पार्किंसंस हो गया है 'बिल्कुल वैसे ही जैसे आप अंदर आए थे. आपकी बाहें आपकी बगल में सीधी हैं, लटकी हुई हैं, झूलती नहीं'. उन्होंने कहा, 'मैं काफी निजी व्यक्ति हूं और मैं नहीं चाहता था कि लोग मेरे लिए किसी तरह का खेद महसूस करें. लोग परवाह करते हैं या नहीं, आप नहीं जानते. लेकिन मुझे पता है कि एक दिन आएगा जब लोग इस पर गौर करेंगे'.

  • Best wishes to Allan Border who has revealed he’s been battling Parkinson’s disease 🙏#Ashes pic.twitter.com/myhW2qCXiX

    — England's Barmy Army 🏴󠁧󠁢󠁥󠁮󠁧󠁿🎺 (@TheBarmyArmy) June 30, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

हालांकि, बॉर्डर के भरोसेमंद फॉक्स स्पोर्ट्स सहयोगी स्टीव क्रॉली ने उन्हें पिछले हफ्ते डिनर पर बताया था कि उनके अच्छे दोस्तों ने पहले ही नोटिस कर लिया था. बॉर्डर ने आगे कहा, 'मुझे लग रहा है कि मैं बाकी लोगों से काफी बेहतर हूं. फिलहाल मैं डरा हुआ नहीं हूं, निकट भविष्य को लेकर भी नहीं'. उन्होंने निष्कर्ष निकाला, 'मैं 68 वर्ष का हूं. यदि मैं 80 वर्ष का हो जाऊं, तो यह एक चमत्कार होगा. मेरा एक डॉक्टर मित्र है और मैंने कहा कि अगर मैं 80 साल का हो जाऊं, तो यह एक चमत्कार होगा, और उसने कहा, 'यह एक चमत्कार होगा' मैं किसी भी तरह से 100 तक नहीं पहुंच पाऊंगा, यह निश्चित है. मैं बस धीरे-धीरे पश्चिम की ओर खिसक जाऊंगा'.

2009 में ICC क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल 55 उद्घाटनकर्ताओं में से एक, बॉर्डर ने सर्वकालिक महान क्रिकेट करियर में से एक बनाया. 1978 में डेब्यू करने के बाद, दृढ़, जिद्दी बाएं हाथ के बल्लेबाज ने बैगी ग्रीन में 27 शतक और 63 अर्धशतक बनाए. 1984-85 की गर्मियों में उन्होंने अनिच्छा से किम ह्यूज से टेस्ट कप्तान का पद संभाला और उन्हें खेल के इतिहास में देश के सबसे कमजोर समय में से एक के दौरान ऑस्ट्रेलिया की किस्मत को पुनर्जीवित करने का श्रेय दिया जाता है.

बॉर्डर ने ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी में भारत और पाकिस्तान में 1987 विश्व कप की एकदिवसीय खिताबी जीत दिलाई, इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने दो साल बाद इंग्लैंड में और भी अधिक अप्रत्याशित एशेज श्रृंखला जीती. एक सम्मानित दीर्घकालिक राष्ट्रीय चयनकर्ता के रूप में सेवा करने से पहले उन्होंने 1994 में 16 साल, 156-टेस्ट करियर के बाद 50.56 के अभूतपूर्व बल्लेबाजी औसत के साथ संन्यास ले लिया था.

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(आईएएनएस)

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