हैदराबाद : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरे वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय टीम को 32 रनों से मात दे दी. अब सभी की नजरें रविवार को होने वाले मोहाली वनडे मैच पर टिकी हैं. चौथा वनडे शुरू होने से पहले एक नया विवाद खड़ा हो गया है. रांची वनडे के दौरान ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरोन फिंच पगबाधा आउट थे और उस समय फिंच अपने शतक से सिर्फ सात रन दूर थे.
आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई पारी के 33वें ओवर में जब ऑस्ट्रेलिया की सलामी जोड़ी जब बल्लेबाजी कर रही थी और दोनों ही ओपनर शतक के करीब थे. वहीं खराब फॉर्म से जूझ रहे कप्तान एरोन फिंच लंबे समय के बाद लय में दिखे इसी बीच वह 93 रन बना चुके थे तभी भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव की एक गेंद पर पगबाधा की अपील हुई तो तुरंत ही अंपायर ने उन्हें आउट करार दे दिया लेकिन फिंच ने रिव्यू की मांग की और अंपायर ने फैसला थर्ड अंपायर के हाथों में सौंप दिया.
टीवी पर जब इस विकेट का रीप्ले दिखाया तो हॉक आई तकनीक में दिखा कि गेंद ठीक मिडिल स्टंप पर गिरती नजर आ रही है जबकि थर्ड अंपायर ने इसका रीप्ले देखना शुरू किया तो गेंद हॉक आई की लेग स्टंप के अंत पर गिरती नजर आई. वैसे आउट देने का फैसला मुश्किल नहीं था क्योंकि दोनों ही मामले में फिंच आउट ही थे लेकिन डीआरएस व हॉक आई तकनीक को लेकर फिर विवाद खड़ा हो गया कि एक ही गेंद रीप्ले में अलग-अलग तरीके से कैसे नजर आई.
डीआरएस पर भड़के क्रिकेट दिग्गज
इस फैसले के बाद पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज खिलाड़ियों ने भी इस विवाद पर टिप्पणी करना शुरू कर दिया. मार्क वॉ ने ट्वीट कर कहा कि 'डीआरएस पर मुझे कोई शक नहीं है कि फिंच एलबीडब्ल्यू आउट थे लेकिन मैं ये समझ नहीं पा रहा हुं कि आखिर ये गेंद मिडिल स्टंप पर लग कैसे रही थी क्योंकि गेंद लेग स्टंप पर दिख रही थी.'
बाद में पूर्व कंगारू स्पिन गेंदबाज शेन वॉर्न ने भी ट्वीट कर अपनी भड़ास निकाली और लिखा कि आखिर ये डीआरएस कर क्या रहा था. ये गेंद लेग स्टंप पर लगती ना कि मिडिल स्टंप पर. न्यूजीलैंड के हरफनमौला खिलाड़ी जिमी नीशम ने भी इस वीडियो को देखने के बाद ट्वीट करके नाराजगी जताई है.